दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है, जो इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक महिला, जिसने लव मैरिज की थी, को अपने पति के बाद दूसरे पुरुष से प्यार हो गया। पति और ससुराल वालों के बार-बार समझाने के बावजूद वह नहीं मानी। आखिरकार, पति ने अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से करवा दी। महिला अपने तीन साल के बेटे को पति के पास छोड़कर प्रेमी के साथ चली गई। यह घटना सिंहवाड़ा के सिमरी थाना क्षेत्र में हुई, और लोग इसे “प्रेम की पोर्टिंग” कहकर चर्चा कर रहे हैं।
प्रेमी को बंधक बनाकर मारपीट
जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, सिमरी थाना क्षेत्र की इस घटना ने सबको हैरान कर दिया। सोमवार रात को महिला के प्रेमी को उसके ससुराल वालों ने बंधक बना लिया और उसकी जमकर पिटाई (Assault) की। मामला पुलिस तक पहुँचा, और गाँव के मुखिया, सरपंच, और अन्य गणमान्य लोगों को हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने महिला को समझाने की कोशिश की और उसके तीन साल के बेटे दीपांशु के भविष्य का हवाला दिया। लेकिन महिला ने साफ कहा कि वह अपने प्रेमी के साथ ही रहेगी और अब “चोरी-छिपे” नहीं मिलेगी। उसकी जिद के आगे सभी नाकाम रहे।
पति ने लिया अनोखा फैसला
महिला के पति, राजू कुमार चौरसिया, को दिल्ली से फोन पर इस घटना की जानकारी दी गई। राजू ने बताया कि उसकी पत्नी ने दिल्ली में भी उसका जीना मुश्किल कर दिया था, जिसके चलते वह उसे गाँव वापस लाया था। लेकिन अब वह सुधरने वाली नहीं है। इसलिए, उसने अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से करवाने का फैसला किया। राजू के परिवार ने भी इस निर्णय पर सहमति जताई। इसके बाद महिला के प्रेमी, पश्चिमी चंपारण के मझरिया गाँव निवासी बुलेट कुमार सिंह, के परिवार को सूचना दी गई। बुलेट के पिता और कुछ रिश्तेदार गाँव पहुँचे, और दोनों पक्षों के बीच एक समझौता पत्र (Agreement) तैयार किया गया। इसके बाद महिला अपने प्रेमी के साथ चली गई।
प्यार की शुरुआत और धोखे की कहानी
इस मामले की जड़ 2021 में शुरू हुई, जब राजू मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट थाना क्षेत्र में एक रिश्तेदार की शादी में गया था। वहाँ उसकी मुलाकात खुशबू से हुई, और दोनों में प्यार हो गया। खुशबू ने अपने परिवार का साथ छोड़कर राजू से अंतरजातीय लव मैरिज (Inter-Caste Love Marriage) की। 2022 में खुशबू ने एक बेटे, दीपांशु, को जन्म दिया। राजू दिल्ली में मजदूरी करता था और खुशबू को अपने साथ रखना चाहता था। 2024 में वह उसे दिल्ली ले गया, जहाँ पड़ोस में रहने वाले बुलेट कुमार सिंह से खुशबू की मुलाकात हुई। दोनों में प्रेम संबंध बन गए।
जब राजू को इसकी भनक लगी, तो वह खुशबू को गाँव वापस ले आया। लेकिन बुलेट भी पीछे-पीछे गाँव पहुँच गया। एक रात वह चुपके से खुशबू के कमरे में घुस गया, जिसके बाद ससुराल वालों ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। इस घटना के बाद मामला और बिगड़ गया।
समझौते ने सुलझाया विवाद
गाँव के सरपंच संघ प्रखंड अध्यक्ष रमेश सहनी, मुखिया प्रतिनिधि सुजीत कुमार, अवधेश सिंह, देवेंद्र सहनी, और विदेशी बारी की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ। समझौता पत्र तैयार किया गया, जिसमें महिला को अपने प्रेमी के साथ जाने की अनुमति दी गई। महिला ने अपने बेटे को पति के पास छोड़ने का फैसला किया और बुलेट के साथ नई जिंदगी शुरू करने के लिए रवाना हो गई।
इलाके में चर्चा का विषय
यह घटना दरभंगा में हर किसी की जुबान पर है। कुछ लोग राजू के इस फैसले को उसकी उदारता से जोड़ रहे हैं, जो अपनी पत्नी की खुशी के लिए इतना बड़ा कदम उठा गया। वहीं, कुछ लोग इसे सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों के लिए चुनौती मान रहे हैं। खासकर, तीन साल के बच्चे को माँ से अलग होने की बात ने कई लोगों को भावुक कर दिया है। यह मामला प्रेम, विश्वास, और सामाजिक जिम्मेदारी जैसे मुद्दों पर गहरे सवाल उठाता है।