ऑटो पायलट मोड और Mile High Club: पायलट-एयर होस्टेस की ‘फ्लाइट रोमांस’ कहानी वायरल

Mile High Club: एयर होस्टेस सिएरा मिस्ट ने खुलासा किया कि लंबी उड़ानों में ऑटो पायलट मोड के दौरान पायलट और क्रू ‘माइल हाई क्लब’ में रोमांस करते हैं। वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर हलचल मचाई, विमान सुरक्षा पर उठे सवाल।

Samvadika Desk
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'माइल हाई क्लब’ की चर्चा के बीच कॉकपिट का एक दृश्य (AI जनित प्रतीकात्मक इमेज)
Highlights
  • सिएरा मिस्ट का वायरल खुलासा: ऑटो पायलट में कॉकपिट में रोमांस!
  • माइल हाई क्लब: पायलट-एयर होस्टेस की फ्लाइट रोमांस की कहानी!
  • 30 हजार फीट ऊपर: सिएरा मिस्ट ने बताया क्रू का रोमांटिक खेल!

Mile High Club: हवाई यात्रा के दौरान 30 हजार फीट की ऊँचाई पर क्या होता है, यह सवाल अक्सर यात्रियों के मन में कौंधता है। लेकिन एक एयर होस्टेस ने ऐसा खुलासा किया है, जिसने सबको हैरान कर दिया। सिएरा मिस्ट (Cierra Mistt) नाम की एक फ्लाइट अटेंडेंट ने दावा किया कि लंबी उड़ानों में जब यात्री आराम कर रहे होते हैं, तो कॉकपिट और केबिन में पायलट और एयर होस्टेस ‘माइल हाई क्लब’ का हिस्सा बनते हैं, यानी रोमांस और शारीरिक संबंध बनाते हैं। यह सब तब होता है, जब विमान ऑटो पायलट मोड में होता है। न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के आधार पर इस सनसनीखेज दावे ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। आइए, इस चौंकाने वाली कहानी को विस्तार से समझते हैं।

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माइल हाई क्लब: कॉकपिट में रोमांस का खेल

सिएरा मिस्ट ने एक सोशल मीडिया वीडियो में बताया कि लंबी उड़ानों के दौरान, जब विमान एक निश्चित ऊँचाई पर स्थिर हो जाता है, तो पायलट उसे ऑटो पायलट मोड में डाल देते हैं। इस दौरान कॉकपिट में एक अलग ही नजारा होता है। मिस्ट के मुताबिक, कुछ पायलट और फ्लाइट अटेंडेंट्स इस समय का फायदा उठाकर रोमांस करते हैं।

‘माइल हाई क्लब’ एक अनौपचारिक टर्म है, जो उन लोगों के लिए इस्तेमाल होता है, जो उड़ान के दौरान शारीरिक संबंध बनाते हैं। मिस्ट ने दावा किया कि यह सिर्फ पायलट और एयर होस्टेस तक सीमित नहीं, बल्कि केबिन क्रू के अन्य सदस्य भी इसमें शामिल हो सकते हैं। यह सुनकर लोग हैरान हैं, खासकर ऐसे समय में जब दुनिया भर में विमान हादसों की खबरें सुर्खियों में हैं।

कॉकपिट में कैसे होता है यह सब?

मिस्ट ने बताया कि लंबी उड़ानों में कॉकपिट में हमेशा दो पायलट मौजूद होते हैं। अगर एक पायलट को आराम करना हो, खाना खाना हो, या टॉयलेट जाना हो, तो वह फ्लाइट डेक से बाहर निकलता है, और दूसरा पायलट विमान को संभालता है। यही वह समय होता है, जब कोई एयर होस्टेस कॉकपिट में दाखिल हो सकती है।

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उन्होंने कहा, “जब विमान ऑटो पायलट मोड में होता है, तो पायलट और एयर होस्टेस मौज-मस्ती की प्लानिंग करते हैं। कई बार वे कॉकपिट में ही रोमांस शुरू कर देते हैं।” मिस्ट के अनुसार, अगर पायलट और एयर होस्टेस का पहले से कोई अफेयर चल रहा हो, या वे एक-दूसरे को पसंद करते हों, तो ऐसी हरकतें आम हो जाती हैं।

बाथरूम और केबिन में भी पकड़े गए सहकर्मी

मिस्ट ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने कई बार अपने सहकर्मियों को फ्लाइट के बाथरूम या केबिन में ऐसी हरकतें करते पकड़ा है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि यह गैरकानूनी नहीं है, लेकिन इसे सही भी नहीं ठहराया जा सकता। मिस्ट ने कहा, “शिफ्ट के दौरान ऐसी हरकतें करना गलत है। पायलटों और फ्लाइट अटेंडेंट्स को सख्त नियमों का पालन करना चाहिए।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसी परिस्थितियों में भरोसेमंद क्रू के साथ काम करना जरूरी है, ताकि विमान की सुरक्षा से कोई समझौता न हो। मिस्ट का यह बयान यात्रियों के बीच चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि यह सवाल उठाता है कि क्या पायलट और क्रू मेंबर अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से ले रहे हैं?

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सोशल मीडिया पर हंगामा

सिएरा मिस्ट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, और लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “यह तो डरावना है! अगर पायलट और एयर होस्टेस कॉकपिट में रोमांस में व्यस्त हों, तो विमान की सुरक्षा का क्या?” दूसरे ने तंज कसा, “लगता है माइल हाई क्लब अब फ्लाइट का हिस्सा बन गया है, लेकिन यह मजाक यात्रियों की जान से नहीं खेलना चाहिए।”

कुछ यूजर्स ने इसे हल्के-फुल्के अंदाज में लिया। एक ने लिखा, “ऑटो पायलट मोड का ऐसा इस्तेमाल? यह तो हॉलीवुड फिल्मों जैसा है!” लेकिन ज्यादातर लोग इस खुलासे से हैरान और चिंतित हैं, खासकर तब जब विमान हादसों की खबरें लगातार सामने आ रही हैं।

क्या कहता है विमानन उद्योग?

हालांकि, मिस्ट का दावा नया नहीं है। पहले भी कुछ फ्लाइट अटेंडेंट्स और पायलटों ने ‘माइल हाई क्लब’ से जुड़ी कहानियाँ साझा की हैं। लेकिन विमानन उद्योग इस तरह की हरकतों को गंभीरता से लेता है। कॉकपिट और केबिन क्रू के लिए सख्त नियम हैं, और ऐसी गतिविधियाँ पकड़े जाने पर नौकरी से बर्खास्तगी तक हो सकती है।

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विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि ऑटो पायलट मोड का मतलब यह नहीं कि विमान पूरी तरह बिना निगरानी के उड़ता है। पायलटों को हर समय सतर्क रहना होता है, और कॉकपिट में किसी भी तरह की गैर-पेशेवर गतिविधि नियमों का उल्लंघन मानी जाती है।

सामाजिक और नैतिक सवाल

सिएरा मिस्ट का यह खुलासा न केवल विमानन उद्योग के लिए, बल्कि समाज के लिए भी कई सवाल खड़े करता है। क्या पायलट और क्रू मेंबर अपनी जिम्मेदारियों को भूलकर ऐसी हरकतों में लिप्त हो सकते हैं? क्या यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालना जायज है? यह मामला विमानन कंपनियों के लिए एक चेतावनी है कि वे अपने कर्मचारियों की निगरानी और प्रशिक्षण को और सख्त करें।

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सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने मांग की है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कॉकपिट में कैमरे लगाए जाएँ या सख्त नियम लागू किए जाएँ। एक यूजर ने लिखा, “यात्रियों की जिंदगी दाँव पर होती है, और कॉकपिट में मस्ती? यह अस्वीकार्य है।”

सुरक्षा से समझौता नहीं

सिएरा मिस्ट का यह खुलासा भले ही चौंकाने वाला हो, लेकिन यह हमें याद दिलाता है कि विमानन उद्योग में अनुशासन और जिम्मेदारी सबसे ऊपर होनी चाहिए। लंबी उड़ानों में पायलट और एयर होस्टेस की निजी जिंदगी को उनकी पेशेवर जिम्मेदारियों पर हावी नहीं होने देना चाहिए। माइल हाई क्लब (Mile High Club) की कहानियाँ भले ही मजेदार लगें, लेकिन जब बात लाखों यात्रियों की सुरक्षा की हो, तो ऐसी हरकतें गंभीर सवाल खड़े करती हैं।

विमानन कंपनियों को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि कॉकपिट और केबिन में सख्त नियमों का पालन हो। सिएरा मिस्ट का यह वीडियो न सिर्फ एक वायरल सनसनी है, बल्कि यह एक चेतावनी भी है कि यात्रियों का भरोसा बनाए रखने के लिए पेशेवर व्यवहार अनिवार्य है।

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