गोरखपुर: सीएम योगी के काफिले में घुसी गाय, 15 दिन में दूसरी बड़ी चूक; नगर निगम सुपरवाइजर निलंबित

UP News: गोरखपुर में नए ओवरब्रिज लोकार्पण के दौरान सीएम योगी के काफिले में अचानक गाय घुस आई, अफरा-तफरी मची। 15 दिन में दूसरी चूक, सुरक्षाकर्मियों ने संभाला। नगर निगम सुपरवाइजर अरविंद कुमार निलंबित। वीडियो वायरल, सुरक्षा पर सवाल उठे।

Samvadika Desk
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योगी आदित्यनाथ (इमेज - फेसबुक)
Highlights
  • योगी काफिले में घुसी गाय, सुरक्षा में बड़ी चूक!
  • 15 दिन में दूसरी लापरवाही, सुपरवाइजर निलंबित!
  • पहले बस, अब गाय – योगी काफिले में लगातार चूक!

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा व्यवस्था में एक बार फिर बड़ी चूक सामने आई है। गोरखनाथ क्षेत्र में नए ओवरब्रिज के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान उनके काफिले के ठीक सामने एक गोवंश (गाय) घुस आई। चंद सेकंड के इस हादसे से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत सतर्कता दिखाई और गाय को काबू में कर लिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद नगर निगम ने सुपरवाइजर अरविंद कुमार को तत्काल निलंबित कर दिया।

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कार्यक्रम स्थल पर मची भगदड़ जैसी स्थिति

हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री नए ओवरब्रिज का उद्घाटन करने पहुंचे थे। काफिला जैसे ही आगे बढ़ा, अचानक एक गाय सड़क पर आ गई। वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान ऐसी चूक को सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर लापरवाही माना जा रहा है। मौके पर तैनात पुलिस और प्रशासनिक अमले में कुछ देर के लिए हड़कंप मच गया। सुरक्षाकर्मियों ने तेजी से कार्रवाई की और स्थिति को संभाला, लेकिन वीडियो वायरल होने से मामला तूल पकड़ गया।

नगर आयुक्त ने घटना को गंभीरता से लेते हुए सुपरवाइजर अरविंद कुमार को निलंबित कर दिया। अधिकारियों ने कहा, “वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।”

15 दिन में दूसरी बड़ी चूक, उठे सवाल

यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले 4 दिसंबर को मुख्यमंत्री स्पोर्ट्स कॉलेज से एयरपोर्ट जा रहे थे, तब असुरन क्षेत्र में वार्निंग पायलट वाहन के आगे एक बस आ गई थी। उस मामले में भी संबंधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई थी और गहन जांच के आदेश दिए गए थे।

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महज 15 दिनों के अंदर दूसरी बार ऐसी चूक सामने आने से सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। जानकारों का कहना है कि वीवीआईपी मूवमेंट से पहले रूट क्लियरेंस की और सख्त समीक्षा जरूरी है। बैरिकेडिंग, ट्रैफिक कंट्रोल और आसपास के इलाके की सफाई में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।

योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक को सरकार बहुत गंभीरता से लेती है। पहले मामले में भी त्वरित कार्रवाई हुई थी। इस बार नगर निगम के अधिकारी को निलंबित करना यही संदेश देता है कि लापरवाही करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

गोरखपुर में यह घटना इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर रहे हैं और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन अब और सतर्क हो गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।

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