KKR vs RR: कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ एक सांसें थाम देने वाले मुकाबले में 1 रन से शानदार जीत हासिल की। यह मैच आखिरी गेंद तक रोमांच से भरा रहा, जिसमें KKR ने 206 रनों का मजबूत स्कोर बनाया, लेकिन राजस्थान 205 रनों पर सिमट गई। रियान पराग की 95 रनों की धमाकेदार पारी भी राजस्थान को जीत नहीं दिला सकी। आखिरी ओवर में वैभव अरोड़ा की शानदार गेंदबाजी और जोफ्रा आर्चर का रन-आउट इस मैच का टर्निंग पॉइंट रहा।
KKR ने बनाया चुनौतीपूर्ण स्कोर
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी KKR की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज सुनील नरेन सिर्फ 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद रहमानुल्लाह गुरबाज (35 रन) और अजिंक्य रहाणे (30 रन) ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन दोनों बड़ी पारी नहीं खेल सके। फिर अंगकृष रघुवंशी (44 रन) और आंद्रे रसेल ने धमाकेदार बल्लेबाजी से मोर्चा संभाला। रसेल ने 25 गेंदों में 57 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसमें 4 चौके और 6 छक्के शामिल थे। उनकी बदौलत KKR ने 20 ओवर में 206 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
राजस्थान की खराब शुरुआत, पराग ने जगाई उम्मीद
207 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की शुरुआत निराशाजनक रही। सलामी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए, जबकि कुणाल सिंह राठौर खाता भी नहीं खोल सके। यशस्वी जायसवाल ने 34 रनों की तेज पारी खेली, लेकिन इसे बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे। शिमरोन हेटमायर ने 29 रनों का योगदान दिया, लेकिन मध्यक्रम में ध्रुव जुरेल और वनindu हसरंगा बिना रन बनाए आउट हो गए।
इस बीच, रियान पराग ने एक छोर संभालते हुए शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने 45 गेंदों में 95 रन ठोके, जिसमें 6 चौके और 8 छक्के शामिल थे। वह शतक से सिर्फ 5 रन दूर रह गए। पराग की आक्रामक पारी ने राजस्थान को जीत की दहलीज तक पहुँचाया, लेकिन अन्य बल्लेबाजों का साथ न मिलने से उनकी मेहनत बेकार गई।
आखिरी ओवर का रोमांच: रन-आउट ने पलटा पासा
मैच का असली रोमांच आखिरी ओवर में देखने को मिला, जब राजस्थान को जीत के लिए 22 रनों की जरूरत थी। KKR के लिए वैभव अरोड़ा ने गेंदबाजी की जिम्मेदारी संभाली, जबकि क्रीज पर जोफ्रा आर्चर और शुभम दुबे थे। आइए, इस रोमांचक ओवर की हर गेंद पर नजर डालें:
- पहली गेंद: जोफ्रा आर्चर ने 2 रन लिए।
- दूसरी गेंद: आर्चर ने 1 रन लिया, जिससे शुभम दुबे स्ट्राइक पर आए।
- तीसरी गेंद: शुभम ने जोरदार छक्का जड़ा, जिसने राजस्थान की उम्मीदें जगा दीं।
- चौथी गेंद: शुभम ने चौका लगाया, और स्कोर और करीब आ गया।
- पांचवीं गेंद: शुभम ने एक और छक्का उड़ाया, जिसने मैच को और रोमांचक बना दिया।
- छठी गेंद: अब राजस्थान को 3 रनों की जरूरत थी। शुभम ने लॉन्ग-ऑन की ओर शॉट खेला और तेजी से रन लेने दौड़े। पहला रन आसानी से पूरा हुआ, लेकिन दूसरा रन लेते वक्त जोफ्रा आर्चर रन-आउट हो गए।
आर्चर के रन-आउट होते ही KKR के खिलाड़ियों ने जश्न शुरू कर दिया, क्योंकि यह 1 रन की जीत उनके नाम हो गई। वैभव अरोड़ा की शानदार गेंदबाजी और आखिरी गेंद पर उनकी सूझबूझ ने KKR को यह रोमांचक जीत दिलाई।
रियान पराग की पारी गई बेकार
रियान पराग की 95 रनों की पारी इस मैच का सबसे बड़ा आकर्षण थी। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने राजस्थान को अंत तक जीत की उम्मीद में रखा। शुभम दुबे ने भी 14 गेंदों में 25 रनों की तेज पारी खेली, लेकिन आखिरी गेंद पर रन-आउट ने राजस्थान की सारी उम्मीदें तोड़ दीं। ध्रुव जुरेल और वनindu हसरंगा जैसे खिलाड़ियों का खाता न खोल पाना भी राजस्थान की हार का एक बड़ा कारण रहा।
KKR की जीत में चमके रसेल और अरोड़ा
KKR की जीत में आंद्रे रसेल की तूफानी बल्लेबाजी और वैभव अरोड़ा की आखिरी ओवर में शानदार गेंदबाजी ने अहम भूमिका निभाई। रसेल ने अपनी अर्धशतकीय पारी से टीम को मजबूत स्कोर तक पहुँचाया, जबकि अरोड़ा ने दबाव में शानदार गेंदबाजी करते हुए राजस्थान को जीत से वंचित कर दिया। अंगकृष रघुवंशी के 44 रनों ने भी पारी को स्थिरता प्रदान की।
मैच का टर्निंग पॉइंट
इस रोमांचक मुकाबले का टर्निंग पॉइंट निस्संदेह आखिरी गेंद पर जोफ्रा आर्चर का रन-आउट रहा। 3 रनों की जरूरत के साथ राजस्थान जीत की कगार पर थी, लेकिन KKR के क्षेत्ररक्षकों की तेजी और वैभव अरोड़ा की सटीक गेंद ने बाजी पलट दी। यह रन-आउट न केवल राजस्थान की हार का कारण बना, बल्कि यह इस सीजन के सबसे रोमांचक पलों में से एक के रूप में याद किया जाएगा।
रोमांच की पराकाष्ठा
KKR और राजस्थान रॉयल्स के बीच यह मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी रोमांचक फिल्म से कम नहीं था। रियान पराग की धमाकेदार पारी, आंद्रे रसेल की तूफानी बल्लेबाजी, और आखिरी ओवर का दिल थाम देने वाला ड्रामा—इस मैच में सब कुछ था। लेकिन आखिरी गेंद पर जोफ्रा आर्चर का रन-आउट KKR की जीत का हीरो बन गया।
यह हार राजस्थान के लिए निराशाजनक रही, क्योंकि उनके पास जीत का पूरा मौका था। दूसरी ओर, KKR ने इस जीत के साथ अपनी ताकत और दबाव में खेलने की काबिलियत को साबित किया। क्रिकेट के इस रोमांचक खेल ने एक बार फिर साबित कर दिया कि यह अनिश्चितताओं का खेल है, जहाँ आखिरी गेंद तक कुछ भी हो सकता है।