कानपुर, उत्तर प्रदेश: रावतपुर में एक दिल दहलाने वाली घटना ने रिश्तों की नींव हिला दी। 12वीं कक्षा के एक छात्र ने अपनी मां उर्मिला सचान की दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को बेड के अंदर छिपा दिया। यह वारदात 24 जून 2025 को तब हुई, जब मां ने बेटे से बर्तन साफ करने को कहा। छोटे बेटे अमन ने घर लौटकर शव बेड में पाया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपी बेटे को हिरासत में ले लिया है। अस्पताल में उर्मिला की मौत हो गई।
बर्तन साफ करने की बात पर झगड़ा
जानकारी के मुताबिक, रावतपुर के सुभाष सचान मार्केटिंग के काम से अक्सर बाहर रहते हैं और इन दिनों बरेली में थे। घर में उनकी पत्नी उर्मिला, बड़ा बेटा (12वीं का छात्र), और छोटा बेटा अमन (11वीं का छात्र) रहते थे। दोनों बेटे आर्मापुर के केंद्रीय विद्यालय-2 में पढ़ते हैं। अमन ने बताया कि उसकी सुबह बर्तन साफ करने की ड्यूटी थी, लेकिन स्कूल के लिए देर होने के कारण वह बिना काम किए चला गया। उर्मिला ने बड़े बेटे से बर्तन साफ करने को कहा, जिस पर दोनों में झगड़ा हो गया। गुस्से में बड़े बेटे ने मां का दुपट्टे से गला घोंट दिया और शव को बेड में छिपा दिया।
छोटे बेटे ने खोजा शव
अमन दोपहर 3 बजे स्कूल से लौटा तो मां को नहीं देखा। बड़े भाई से पूछने पर वह चुप रहा। अमन ने मां को ढूंढना शुरू किया और उनके कमरे में बेड के बाहर फंसा दुपट्टा देखा। बेड खोलने पर उर्मिला बेहोश पड़ी थीं। अमन ने तुरंत अपने मामा नंद किशोर कटियार और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उर्मिला को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मौके से बड़े बेटे को हिरासत में लिया।
आरोपी का चौंकाने वाला बयान
एसीपी रंजीत कुमार ने स्थानीय पत्रकार को बताया कि छोटे बेटे अमन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शुरू में उर्मिला की सांसें चल रही थीं, लेकिन अस्पताल में उनकी मौत हो गई। बड़े बेटे ने पूछताछ में कहा, “मां की नाक से खून निकल रहा था। मुझे लगा कि अगर वो मर गईं तो लोग मुझ पर शक करेंगे, इसलिए मैंने गला घोंटकर उन्हें बेड में छिपा दिया।” पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। आरोपी 12वीं का छात्र है, और उसका बयान इस वारदात की क्रूरता को उजागर करता है।
परिवार का दर्द, समाज में सवाल
उर्मिला की मौत ने परिवार को गहरे सदमे में डुबो दिया। सुभाष सचान को अभी बरेली से लौटना बाकी है। अमन और मामा नंद किशोर का रो-रोकर बुरा हाल है। यह घटना रावतपुर में चर्चा का विषय बन गई है। लोग हैरान हैं कि एक बेटा अपनी मां के साथ इतनी क्रूरता कैसे कर सकता है। यह मामला परिवार में छोटी-छोटी बातों पर बढ़ते तनाव और बच्चों में गुस्से की प्रवृत्ति पर सवाल उठाता है। क्या समय रहते ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता था? पुलिस की जाँच अब इस त्रासदी में इंसाफ की उम्मीद है।