नई दिल्ली: OpenAI की ChatGPT Search सुविधा यूरोप में तेज़ी से लोकप्रिय हो रही है, और इसके पीछे का कारण है AI की शक्ति के साथ वेब सर्च का अनोखा मिश्रण। OpenAI की यूरोपियन यूनिट, OpenAI Ireland Limited, ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें बताया गया कि ChatGPT Search ने 31 मार्च 2025 को खत्म होने वाले छह महीनों की अवधि में यूरोपियन यूनियन (EU) में औसतन 41.3 मिलियन मासिक सक्रिय यूज़र्स (recipients) हासिल किए। यह आँकड़ा 31 अक्टूबर 2024 को खत्म हुई पिछली छह महीने की अवधि की तुलना में काफ़ी ज़्यादा है, जब यह संख्या 11.2 मिलियन थी। यानी, इस दौरान यूज़र बेस में करीब 268% की बढ़ोतरी देखी गई।
ChatGPT Search, OpenAI की वह सुविधा है, जो ChatGPT को वेब से ताज़ा जानकारी लाने और उसे अपने जवाबों में शामिल करने की क्षमता देती है। यह पारंपरिक सर्च इंजनों जैसे Google को सीधी टक्कर देती है, और यूरोप में इसकी बढ़ती लोकप्रियता ने टेक इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। लेकिन इसके साथ ही, कुछ चुनौतियाँ भी सामने आ रही हैं—जैसे EU के डिजिटल सर्विसेज़ एक्ट (DSA) नियमों का पालन और सटीकता से जुड़े सवाल। आइए, इस खबर को विस्तार से समझते हैं।
ChatGPT Search की यूरोप में रफ़्तार
OpenAI ने यह डेटा EU के डिजिटल सर्विसेज़ एक्ट (DSA) के तहत अनिवार्य रूप से प्रकाशित किया है। DSA के नियमों के अनुसार, कंपनियों को अपनी सेवाओं के मासिक सक्रिय यूज़र्स (जिन्हें DSA में “recipients” कहा गया है) की जानकारी देनी होती है। DSA “मासिक सक्रिय यूज़र्स” को ऐसे लोगों के रूप में परिभाषित करता है, जो किसी दिए गए समय में कम से कम एक बार उस सेवा से जुड़ते हैं—चाहे वह जानकारी देखकर, सुनकर, या इनपुट देकर हो।
OpenAI की रिपोर्ट के मुताबिक, ChatGPT Search ने अक्टूबर 2024 तक के छह महीनों में 11.2 मिलियन मासिक सक्रिय यूज़र्स दर्ज किए थे। लेकिन मार्च 2025 तक यह संख्या बढ़कर 41.3 मिलियन हो गई। यह एक बड़ा उछाल है, जो दर्शाता है कि यूरोप में लोग तेज़ी से AI-चालित सर्च की ओर रुख कर रहे हैं। इस वृद्धि के पीछे कई कारण हो सकते हैं—जैसे ChatGPT Search की प्राकृतिक भाषा में सवालों को समझने और जवाब देने की क्षमता, ताज़ा जानकारी तक पहुँच, और OpenAI की लगातार बेहतर होती टेक्नोलॉजी।
DSA नियम और OpenAI पर प्रभाव
EU का डिजिटल सर्विसेज़ एक्ट (DSA) ऑनलाइन सेवाओं को रेगुलेट करने के लिए बनाया गया है, और इसके तहत कुछ सख्त नियम लागू होते हैं। खास तौर पर, जिन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स या सर्च इंजनों के EU में औसतन 45 मिलियन से ज़्यादा मासिक सक्रिय यूज़र्स होते हैं, उन्हें “वेरी लार्ज ऑनलाइन प्लेटफॉर्म” (VLOP) माना जाता है। ऐसे प्लेटफॉर्म्स को कई अतिरिक्त ज़िम्मेदारियाँ निभानी पड़ती हैं, जैसे:
- यूज़र्स को रिकमेन्डेशन सिस्टम और प्रोफाइलिंग से ऑप्ट-आउट करने का विकल्प देना।
- रिसर्चर्स और अथॉरिटीज़ के साथ कुछ डेटा साझा करना।
- बाहरी ऑडिटिंग करवाना।
ChatGPT Search अभी 41.3 मिलियन मासिक यूज़र्स के साथ इस 45 मिलियन की सीमा से थोड़ा नीचे है। लेकिन अगर यह वृद्धि की रफ़्तार बनी रही, तो जल्द ही ChatGPT Search को इन सख्त नियमों का पालन करना पड़ सकता है। DSA का उल्लंघन करने वाली कंपनियों पर उनके वैश्विक टर्नओवर का 6% तक जुर्माना लगाया जा सकता है। और अगर कोई प्लेटफॉर्म लगातार नियम तोड़ता है, तो उसे EU में अस्थायी रूप से निलंबित भी किया जा सकता है।
यह स्थिति OpenAI के लिए एक दोहरी चुनौती पेश करती है। एक तरफ, कंपनी को अपनी सेवा को और बेहतर बनाकर यूज़र बेस बढ़ाने की ज़रूरत है। दूसरी तरफ, उसे DSA के सख्त नियमों का पालन करना होगा, जिसके लिए तकनीकी और कानूनी तैयारी की ज़रूरत होगी।
Google से प्रतिस्पर्धा: कितना बड़ा है अंतर?
ChatGPT Search ने पिछले साल अपनी शुरुआत के बाद से पारंपरिक सर्च इंजनों, खासकर Google, को टक्कर देना शुरू कर दिया है। सितंबर 2024 में प्रकाशित एक पोल के अनुसार, 8% लोगों ने कहा कि वे Google की बजाय ChatGPT को अपने प्राइमरी सर्च इंजन के रूप में चुनेंगे। यह एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण आँकड़ा है, जो दर्शाता है कि AI-चालित सर्च की माँग बढ़ रही है।
हालाँकि, Google अभी भी ऑनलाइन सर्च का निर्विवाद बादशाह है। एक अनुमान के मुताबिक, Google, ChatGPT की तुलना में 373 गुना ज़्यादा सर्च हैंडल करता है। यह अंतर बहुत बड़ा है, और यह साफ़ करता है कि ChatGPT Search को Google को टक्कर देने में अभी लंबा रास्ता तय करना है। लेकिन ChatGPT Search की तेज़ वृद्धि—खासकर यूरोप जैसे रेगुलेटेड मार्केट में—यह संकेत देती है कि AI सर्च का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है।
सटीकता की चुनौती: ChatGPT Search की सीमाएँ
ChatGPT Search की लोकप्रियता के बावजूद, इसकी सटीकता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। रिसर्चर्स ने पाया है कि ChatGPT Search और अन्य AI-चालित सर्च इंजन पारंपरिक सर्च की तुलना में कम विश्वसनीय हो सकते हैं, खासकर कुछ खास तरह के सवालों के लिए। एक स्टडी के अनुसार, ChatGPT ने सर्च किए गए लेखों में से 67% को गलत पहचाना। एक अन्य स्टडी ने न्यूज़ कंटेंट के साथ ChatGPT की सटीकता को लेकर समस्याएँ उजागर कीं, जिसमें उन प्रकाशकों का कंटेंट भी शामिल था, जिनके साथ OpenAI के लाइसेंसिंग समझौते हैं।
ये कमियाँ AI सर्च की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक हैं। पारंपरिक सर्च इंजन जैसे Google दशकों से सटीकता और रिलायबिलिटी को बेहतर बनाने पर काम कर रहे हैं, जबकि ChatGPT Search अभी अपनी शुरुआती अवस्था में है। OpenAI को इस दिशा में तेज़ी से काम करना होगा, खासकर तब, जब वह EU जैसे मार्केट में तेज़ी से बढ़ रहा है, जहाँ डेटा सटीकता और प्राइवेसी के नियम बहुत सख्त हैं।
क्या है ChatGPT Search की खासियत?
ChatGPT Search की सबसे बड़ी ताकत है इसकी प्राकृतिक भाषा को समझने और जवाब देने की क्षमता। यह यूज़र्स को सवाल पूछने का एक सहज और बातचीत जैसा अनुभव देता है, जो पारंपरिक सर्च इंजनों से अलग है। मिसाल के तौर पर, जहाँ Google आपको कीवर्ड्स के आधार पर लिंक्स देता है, वहीं ChatGPT Search सीधे जवाब देता है और ज़रूरत पड़ने पर वेब से ताज़ा जानकारी को अपने जवाब में शामिल करता है।
लेकिन इसकी सीमाएँ भी हैं। AI मॉडल्स में “हैलूसिनेशन” (यानी गलत लेकिन विश्वसनीय लगने वाले जवाब देना) की समस्या आम है। OpenAI को इस समस्या को हल करने के लिए लगातार अपने मॉडल्स को बेहतर करना होगा, ताकि यूज़र्स का भरोसा बना रहे।
भविष्य की डगर और कठिनाइयां
ChatGPT Search की यूरोप में तेज़ वृद्धि एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन इसके सामने कई चुनौतियाँ भी हैं। अगर यह 45 मिलियन मासिक यूज़र्स की सीमा को पार कर जाता है, तो DSA के सख्त नियम लागू होंगे, जिसके लिए OpenAI को अपनी तकनीक और नीतियों में बदलाव करना पड़ सकता है। साथ ही, सटीकता और विश्वसनीयता को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देना भी ज़रूरी होगा।
Google जैसे दिग्गजों से प्रतिस्पर्धा आसान नहीं होगी, लेकिन ChatGPT Search की अनोखी खूबियाँ—जैसे प्राकृतिक भाषा में जवाब देना और ताज़ा जानकारी तक पहुँच—इसे एक मज़बूत दावेदार बनाती हैं। यूरोप में इसकी सफलता AI सर्च के भविष्य को नई दिशा दे सकती है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि OpenAI इन चुनौतियों से कैसे निपटता है।