नई दिल्ली: भारत ने स्वदेशी तकनीक के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाया है। गूगल मैप्स को चुनौती देने वाला देसी नेविगेशन ऐप Mappls लॉन्च हो चुका है, और इसकी खूबियों ने केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी इसका फैन बना दिया है। शनिवार को वैष्णव ने सोशल मीडिया पर Mappls का एक वीडियो शेयर कर इसके फीचर्स की तारीफ की और लोगों से इसे आजमाने की अपील की। उन्होंने यह भी घोषणा की कि भारतीय रेलवे जल्द ही इस ऐप का इस्तेमाल शुरू करने के लिए Mappls के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) साइन करेगा। यह कदम न केवल स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देगा, बल्कि विदेशी तकनीकों पर भारत की निर्भरता को भी कम करेगा।
Mappls के फीचर्स: गूगल मैप से एक कदम आगे
Mappls को MapmyIndia ने विकसित किया है, और यह गूगल मैप्स के सभी फीचर्स को न केवल प्रदान करता है, बल्कि कई मामलों में उससे आगे निकलता है। इस ऐप की खासियत यह है कि यूजर्स इसमें सड़कों की स्थिति, रास्ते में पड़ने वाले पेट्रोल पंप, ढाबे, और जंक्शन पॉइंट्स जैसी जानकारी को अपडेट कर सकते हैं। इसके अलावा, Mappls में 3D जंक्शन व्यू फीचर है, जो अंडरपास या ओवरब्रिज पर सही लेन चुनने में मदद करता है—यह समस्या गूगल मैप्स में अक्सर यूजर्स को परेशान करती है।
ऐप की एक और अनूठी विशेषता है मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग्स और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में नेविगेशन। यह बताता है कि किसी खास दुकान या ऑफिस का स्थान किस फ्लोर पर है, जिससे यूजर्स को सटीक दिशा-निर्देश मिलते हैं। अश्विनी वैष्णव ने अपने वीडियो में इन फीचर्स को हाइलाइट करते हुए कहा, “यह स्वदेशी ऐप वैश्विक मानकों को टक्कर दे रहा है। इसे जरूर आजमाएं।”
रेलवे में Mappls का उपयोग
केंद्रीय मंत्री ने ऐलान किया कि भारतीय रेलवे जल्द ही Mappls के साथ एक समझौता करेगा, ताकि इसकी तकनीक का इस्तेमाल रेलवे सिस्टम में किया जा सके। यह कदम भारत के डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और विदेशी ऐप्स पर निर्भरता कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। वैष्णव ने ऐप का व्यक्तिगत तौर पर परीक्षण किया और इसकी सटीकता और उपयोगिता की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह ऐप न केवल नेविगेशन को आसान बनाता है, बल्कि स्वदेशी तकनीक की ताकत को भी दर्शाता है।
स्वदेशी तकनीक और डेटा सुरक्षा पर जोर
Mappls का लॉन्च ऐसे समय में हुआ है, जब भारत सरकार स्वदेशी तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने पर जोर दे रही है। डिजिटल बुनियादी ढांचे, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में घरेलू नवाचार को बढ़ावा देना सरकार का प्रमुख लक्ष्य है। Mappls न केवल स्थानीय तकनीक को प्रोत्साहित करता है, बल्कि डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी अहम भूमिका निभा सकता है। विदेशी ऐप्स पर निर्भरता कम करने से भारत का डेटा अधिक सुरक्षित रहेगा और स्थानीय कंपनियों को बढ़ावा मिलेगा।
सोशल मीडिया पर चर्चा
अश्विनी वैष्णव के वीडियो के बाद Mappls सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। यूजर्स ने इस स्वदेशी ऐप की तारीफ करते हुए इसे आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक बताया। एक यूजर ने लिखा, “Mappls गूगल मैप्स को कड़ी टक्कर दे रहा है। इसके 3D फीचर्स और यूजर अपडेट्स कमाल के हैं।” कई लोगों ने इसे डाउनलोड करने और आजमाने की बात कही, जबकि कुछ ने रेलवे के इस कदम को सराहा।
सामाजिक और तकनीकी महत्व
Mappls का उदय न केवल एक तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि यह भारत की आत्मनिर्भरता और नवाचार की भावना को भी दर्शाता है। गूगल मैप्स जैसे वैश्विक दिग्गजों को टक्कर देना आसान नहीं, लेकिन Mappls ने अपने यूजर-फ्रेंडली फीचर्स और स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखकर यह साबित कर दिया कि स्वदेशी तकनीक किसी से कम नहीं। रेलवे जैसे बड़े संस्थान का इस ऐप को अपनाना इसकी विश्वसनीयता को और बढ़ाता है।
अब देखना यह है कि Mappls कितनी जल्दी यूजर्स के बीच लोकप्रिय होता है और क्या यह गूगल मैप्स को भारत में पीछे छोड़ पाता है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की तारीफ और रेलवे की भागीदारी ने इस स्वदेशी ऐप को एक मजबूत शुरुआत दी है, और यह आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

