बरेली, उत्तर प्रदेश: बरेली के बारादरी क्षेत्र में शुक्रवार, 4 जुलाई 2025 की सुबह पुलिस ने अवैध मांस कटान की एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया। मोहर्रम के दौरान मांस की बढ़ती माँग का फायदा उठाने के लिए पाँच लोग भैंस और उनके पड्डों का अवैध कटान कर बाजार में बेचने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस ने मौके से चार कुंतल मांस और हथियार बरामद किए, और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस कार्रवाई ने शहर में हड़कंप मचा दिया है।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस की दबिश
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कटरा चांद खाँ इलाके में मुन्ना खाँ के नीम के पास कुछ लोग अवैध रूप से भैंस और पड्डों का कटान कर रहे हैं। इस जानकारी पर बारादरी थाना प्रभारी धनंजय कुमार पांडेय ने उपनिरीक्षक सनी चौधरी और महावीर सिंह के साथ पुलिस टीम बनाकर दबिश दी। मौके पर पाँच लोग मांस काटते और उसकी पैकिंग करते पकड़े गए। पुलिस ने चार कुंतल मांस, तीन चाकू, एक कुल्हाड़ी, और लकड़ी का गुटका बरामद किया। पशु चिकित्सक की मौजूदगी में मांस की जाँच की गई, जो भैंस का निकला। बरामद मांस को नियमानुसार दफना दिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पुलिस ने कटरा चांद खाँ निवासी मुन्ना उर्फ साहनूर (36), कासिफ उर्फ पप्पू (25), टककुईया हकीम निवासी मोहसीन (30), मोमीन (25), और काजीटोला निवासी असलम उर्फ इस्लाम (40) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि मोहर्रम के दौरान मांस की माँग बढ़ने के कारण वे भैंस और पड्डों का कटान कर कालाबाजारी की योजना बना रहे थे। लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने उनकी योजना को नाकाम कर दिया। सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस की सख्ती और जाँच
बारादरी थाना प्रभारी धनंजय कुमार पांडेय ने स्थानीय पत्रकार को बताया कि अवैध कटान और मांस की कालाबाजारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। यह जाँच की जा रही है कि क्या इस गतिविधि में और लोग शामिल थे। पुलिस ने इस कार्रवाई को धार्मिक संवेदनशीलता और कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अंजाम दिया, ताकि ऐसी गतिविधियाँ भविष्य में न हों।
कानून और सामाजिक जिम्मेदारी
यह घटना धार्मिक अवसरों पर अवैध गतिविधियों की कोशिशों को उजागर करती है। यह समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि धार्मिक भावनाओं और माँगों का दुरुपयोग रोकने के लिए सख्त निगरानी और जागरूकता जरूरी है। यह पुलिस की तत्परता और कानून के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो ऐसी गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए कटिबद्ध है।