दरभंगा, बिहार: बिहार के दरभंगा में एक ऐसी घटना ने सबको हैरान कर दिया, जहाँ ससुर ने अपनी बहू की शादी उसके प्रेमी से करवा दी, जबकि उसकी तीन साल पहले लव मैरिज हुई थी। ससुर ने बहू को उसके बॉयफ्रेंड के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ा, तो नाराज होने के बजाय उसने बेटे को सारी बात बताई और बहू की दूसरी शादी करवाने का फैसला किया। हैरानी की बात यह है कि पहले पति ने खुद अपनी पत्नी को नए दूल्हे के साथ विदा किया। यह अजब-गजब लव स्टोरी बनौली गाँव में चर्चा का विषय बनी हुई है।
तीन साल पहले हुई थी लव मैरिज
जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर के बेरुआ (गायघाट) गाँव की रहने वाली खुशी कुमारी का दरभंगा के बनौली निवासी राजू कुमार के साथ 2021 में प्रेम विवाह (Love Marriage) हुआ था। दोनों अपने रिश्ते से बेहद खुश थे, और 2022 में उनके यहाँ एक बेटे ने जन्म लिया। परिवार में सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन 2024 में खुशी अपने पति और बेटे के साथ दिल्ली चली गई। वहाँ उसकी मुलाकात बेतिया के रहने वाले बुलेट कुमार से हुई। मुलाकात जल्द ही दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई। दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया, जिसकी भनक खुशी के पति राजू को नहीं थी।
ससुर ने पकड़ा रंगे हाथ
कुछ समय बाद खुशी अपने पति और बेटे के साथ वापस बनौली लौटी। लेकिन उसका मन गाँव में नहीं लग रहा था। वह हर वक्त अपने बॉयफ्रेंड बुलेट की याद में खोई रहती थी। आखिरकार, उसने बुलेट को बेतिया से बनौली बुला लिया। दोनों खुशी के घर में बेडरूम में मिल रहे थे, तभी ससुर सियाराम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। बुलेट भागने की कोशिश में था, लेकिन ससुर ने उसे धर दबोचा। इसके बाद घर में हाई-वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया, जो देर रात तक चला। ससुर ने अपने बेटे राजू को सारी बात बताई और मामले को सुलझाने के लिए पंचायत बुलाई गई।
खुशी की जिद और दूसरी शादी
पंचायत में सिमरी थानाध्यक्ष और सरपंच रमेश सहनी की मौजूदगी में इस मामले पर चर्चा हुई। खुशी को समझाने की तमाम कोशिशें की गईं कि वह अपने पति और बेटे के साथ रहे, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही। उसने साफ कह दिया कि वह केवल बुलेट के साथ ही रहेगी। आखिरकार, ससुर और पति ने उसकी इच्छा मान ली। पंचायत के फैसले के बाद खुशी की बुलेट कुमार के साथ शादी (Second Marriage) करवा दी गई। इस शादी में सबसे चौंकाने वाला पल तब आया, जब राजू ने खुद अपनी पत्नी को बुलेट के साथ विदा किया। खुशी अपने तीन साल के बेटे को दादी के पास छोड़कर नए ससुराल के लिए रवाना हो गई।
सामाजिक और पारिवारिक प्रतिक्रिया
यह घटना बनौली और आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बन गई है। कुछ लोग ससुर के फैसले को उदार और प्रगतिशील मान रहे हैं, जो अपनी बहू की खुशी के लिए इतना बड़ा कदम उठाने को तैयार हुआ। वहीं, कुछ लोग खुशी के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं, जो अपने पति और बेटे को छोड़कर प्रेमी के साथ चली गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मामला प्रेम, विश्वास, और पारिवारिक रिश्तों की जटिलताओं को दर्शाता है। सिमरी थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है, और पंचायत के फैसले से दोनों पक्ष सहमत दिखे।
सामाजिक और सांस्कृतिक सवाल
यह अनोखी लव स्टोरी कई सवाल खड़े करती है। क्या प्रेम व्यक्तिगत खुशी को पारिवारिक जिम्मेदारियों से ऊपर रखता है? क्या ससुर का यह फैसला सामाजिक रीति-रिवाजों को चुनौती देता है? खुशी का अपने बेटे को छोड़कर जाना और पति का उसे विदा करना समाज में प्रेम और बलिदान की नई परिभाषा गढ़ता है। यह घटना बिहार जैसे पारंपरिक समाज में लव मैरिज और व्यक्तिगत स्वतंत्रता (Personal Freedom) पर नई बहस छेड़ सकती है। साथ ही, यह परिवारों को यह सोचने पर मजबूर करता है कि रिश्तों में प्रेम और विश्वास का संतुलन कैसे बनाए रखा जाए।