सुशीला हत्याकांड: मासूम चेहरे के पीछे छिपा खौफनाक सच – सास की हत्या, पति पर गोली, और लिव-इन का खेल

Sushila Murder Case Jhansi: झांसी के कुम्हरिया गांव में पूजा जाटव ने अपनी सास सुशीला की हत्या 8 बीघा जमीन के लालच में अपनी बहन कमला और अनिल के साथ मिलकर करवाई। नशे का इंजेक्शन और गला घोंटकर हत्या की गई। पूजा की आपराधिक हिस्ट्री में पति पर गोली और लिव-इन संबंध शामिल।

Samvadika Desk
11 Min Read
आरोपी बहू पूजा जाटव
Highlights
  • झांसी में पूजा जाटव ने सास सुशीला की हत्या जमीन के लिए करवाई!
  • मासूम चेहरा, खौफनाक सच: पूजा की साजिश ने उजाड़ा परिवार!
  • सुशीला हत्याकांड: पूजा, कमला और अनिल ने रची हत्या की साजिश!
  • झांसी पुलिस की कार्रवाई: पूजा, कमला और अनिल गिरफ्तार!

झाँसी, उत्तर प्रदेश: कहते हैं, सच हमेशा उतना सादा नहीं होता, जितना दिखता है। उत्तर प्रदेश के झांसी (Jhansi) के कुम्हरिया गांव में 24 जून 2025 की उस शाम, जब अजय अपने घर लौटे, तो उन्हें नहीं पता था कि उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदलने वाली है। उनकी पत्नी सुशीला (Sushila) की लाश बेड पर पड़ी थी, मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ, और घर की अलमारी से रुपये-गहने गायब। इस हत्याकांड (murder case) ने न सिर्फ गांव को हिलाकर रख दिया, बल्कि एक ऐसी कहानी सामने लाया, जो प्यार, धोखे, लालच, और साजिश से भरी थी। शक की सुई पहले बड़ी बहू रागिनी (Ragini) पर गई, लेकिन असली गुनहगार थी छोटी बहू पूजा जाटव (Pooja Jatav), जिसके मासूम चेहरे के पीछे एक खौफनाक सच छिपा था।

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इस आर्टिकल में हम इस हत्याकांड को समझने की कोशिश करेंगे, जिसमें पूजा की साजिश, उसकी आपराधिक हिस्ट्री (criminal history), और इस हत्या के पीछे की वजहों का खुलासा करेंगे। आइए, इस गुत्थी को एक-एक कर सुलझाते हैं।

हत्याकांड की शुरुआत: सुशीला की मौत का रहस्य

24 जून 2025 की शाम, अजय (Ajay) जब अपने घर पहुंचे, तो दरवाजा बाहर से बंद था। दो दिन पहले वे अपनी छोटी बहू पूजा के पास ग्वालियर (Gwalior) गए थे, जहां उनकी पोती का जन्मदिन (birthday celebration) था। उनके बेटे संतोष (Santosh) भी ग्वालियर में थे, और घर पर सिर्फ उनकी पत्नी सुशीला अकेली थीं। अजय ने सोचा शायद सुशीला पड़ोस में गई होंगी, लेकिन घर में कदम रखते ही उनकी दुनिया उजड़ गई।

कमरे में अलमारी खुली थी, रुपये-गहने गायब थे, और बेड पर सुशीला की लाश पड़ी थी। उनके मुंह में कपड़ा ठूंसा गया था, और गला घोंटकर हत्या (strangulation) की गई थी। अजय की चीख सुनकर पड़ोसी जमा हो गए। पड़ोसियों ने बताया कि उन्होंने एक महिला और पुरुष को सुशीला के घर में घुसते देखा था। पुलिस को सूचना दी गई, और जांच शुरू हुई।

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शक की सुई: रागिनी या पूजा?

अजय ने अपनी बड़ी बहू रागिनी और उसके भाई पर शक जताया। रागिनी पिछले 8 महीनों से ससुराल में विवाद के चलते अपने मायके में रह रही थी। पुलिस ने रागिनी और उसके भाई को हिरासत (custody) में लेने की तैयारी की, लेकिन दोनों खुद थाने पहुंच गए और अपनी बेगुनाही का दावा किया। रागिनी से पूछताछ में कोई ठोस सबूत (evidence) नहीं मिला। मौके पर न तो कोई सुराग था, न ही कोई सीसीटीवी फुटेज (CCTV footage)।

मामला उलझता जा रहा था, तभी पुलिस का ध्यान छोटी बहू पूजा जाटव पर गया। हैरानी की बात थी कि सास की हत्या के बाद भी पूजा ससुराल नहीं आई थी। पुलिस की एक टीम ग्वालियर पहुंची और पूजा को हिरासत में लेकर झांसी लाई। शुरुआत में पूजा ने दावा किया कि वह ग्वालियर में अपने पति और ससुर के साथ थी, तो हत्या कैसे कर सकती है? लेकिन सख्त पूछताछ (interrogation) में वह टूट गई और उसने हत्या की साजिश कबूल कर ली।

पूजा की साजिश: सास को रास्ते से हटाने का प्लान

पूजा ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी सास सुशीला की हत्या अपनी छोटी बहन कमला (Kamla) और कमला के बॉयफ्रेंड अनिल (Anil) से करवाई थी। हत्या की वजह थी जमीन का बंटवारा (property dispute)। अजय के नाम पर 16 बीघा जमीन थी, जिसमें से पूजा अपने पहले पति कल्याण (Kalyan) के हिस्से के तौर पर 8 बीघा जमीन चाहती थी। वह इस जमीन को बेचकर अपना और अपनी बेटी का भविष्य सुरक्षित करना चाहती थी। संतोष और अजय इसके लिए तैयार थे, लेकिन सुशीला ने बंटवारे का विरोध किया। पूजा के लिए सुशीला एक रुकावट (obstacle) बन गई थीं, और उसने उन्हें रास्ते से हटाने का फैसला किया।

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पूजा ने अपनी बहन कमला और अनिल को हत्या के लिए तैयार किया। उसने वादा किया कि जमीन बेचकर मिलने वाली रकम का आधा हिस्सा (share of the proceeds) उन्हें देगी। प्लान के मुताबिक, पूजा ने अपने ससुर अजय और जेठ संतोष को ग्वालियर बुलाया, ताकि घर पर सुशीला अकेली रहें।

हत्या का प्लान: नशे का इंजेक्शन और गला घोंटना

22 जून को पूजा ने अजय को फोन कर अपनी बेटी के जन्मदिन में शामिल होने के लिए ग्वालियर बुलाया। संतोष को उसने एक अलग कहानी सुनाई कि वह दोबारा गर्भवती (pregnant) है और अबॉर्शन (abortion) के लिए उसे ग्वालियर आना होगा। जैसे ही अजय और संतोष ग्वालियर पहुंचे, कमला और अनिल झांसी के लिए निकल गए।

सुशीला के घर पहुंचते ही कमला और अनिल ने उन्हें नशे का इंजेक्शन (sedative injection) दिया। इसके बाद उनके मुंह में कपड़ा ठूंसकर गला घोंट दिया। हत्या को लूट (robbery) का रूप देने के लिए उन्होंने अलमारी से रुपये और गहने भी चुराए। पूजा की साजिश थी कि ग्वालियर में होने के कारण उस पर कोई शक नहीं होगा। लेकिन पुलिस की जांच ने उसकी चाल को नाकाम कर दिया।

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पूजा की आपराधिक हिस्ट्री: पति पर गोली से लेकर लिव-इन तक

पूजा की गिरफ्तारी के बाद उसकी हिस्ट्री ने पुलिस को भी हैरान कर दिया। उसकी कहानी में प्यार, धोखा, और अपराध का एक खतरनाक मिश्रण था। आइए, पूजा की जिंदगी के काले पन्नों को पलटते हैं:

  1. पहली शादी और पति पर गोली: 11 साल पहले पूजा की शादी मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के ओरछा में रमेश (Ramesh) नाम के व्यक्ति से हुई थी। शुरुआत में सब ठीक था, लेकिन जल्द ही दोनों में झगड़े शुरू हो गए। एक दिन गुस्से में पूजा ने भाड़े के गुंडों (hired goons) से रमेश पर गोली चलवाई। रमेश बच गया, लेकिन उसने पूजा के खिलाफ केस दर्ज (FIR) कराया।
  2. लिव-इन रिलेशनशिप 1: कल्याण के साथ: रमेश के केस की सुनवाई के लिए पूजा को ग्वालियर कोर्ट जाना पड़ता था, जहां उसकी मुलाकात कल्याण से हुई। कल्याण पर भी कई आपराधिक मुकदमे (criminal cases) थे। दोनों में प्यार हो गया, और पूजा कल्याण के साथ झांसी में लिव-इन रिलेशनशिप (live-in relationship) में रहने लगी। 6 साल तक सब ठीक रहा, लेकिन एक सड़क हादसे में कल्याण की मौत हो गई।
  3. लिव-इन रिलेशनशिप 2: संतोष के साथ: कल्याण की मौत के बाद उसके पिता अजय और बड़े भाई संतोष ने पूजा को अपने घर ले आए और उसे छोटी बहू का दर्जा दिया। जल्द ही पूजा और संतोष के बीच अवैध संबंध (illicit relationship) बन गए। इस रिश्ते की भनक जब संतोष की पत्नी रागिनी को लगी, तो उसने हंगामा किया और मायके चली गई। पूजा भी ग्वालियर वापस चली गई, जहां उसने संतोष की बेटी को जन्म दिया।

जमीन का लालच: हत्या की जड़

पूजा की सास सुशीला उसे कभी पसंद नहीं करती थीं। जब पूजा ने कल्याण के हिस्से की 8 बीघा जमीन की मांग की, तो सुशीला ने इसका विरोध किया। पूजा के लिए यह जमीन उसकी और उसकी बेटी की आर्थिक सुरक्षा (financial security) का जरिया थी। लेकिन सुशीला की जिद ने पूजा को हत्या की साजिश रचने के लिए कथित तौर पर उकसाया। उसने अपनी बहन और उसके बॉयफ्रेंड को इस खौफनाक प्लान का हिस्सा बनाया।

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पुलिस की जांच: कैसे खुला राज?

पुलिस ने इस मामले को सुलझाने के लिए कई दिशाओं में जांच की:

  • पड़ोसियों की गवाही: पड़ोसियों ने एक महिला और पुरुष को सुशीला के घर में घुसते देखा था, जिसने पुलिस को कमला और अनिल तक पहुंचाया।
  • पूजा की गैरमौजूदगी: सास की हत्या के बाद भी पूजा का ससुराल न आना संदेहास्पद था।
  • सख्त पूछताछ: पूजा ने शुरू में झूठ बोला, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे उसने हत्या कबूल कर ली।
  • कमला और अनिल की गिरफ्तारी: पूजा के इकबालिया बयान (confession) के बाद कमला और अनिल को भी गिरफ्तार किया गया।

कानूनी कार्रवाई और सजा

पुलिस ने पूजा, उसकी बहन कमला और कमला के साथी अनिल को साजिश रचकर हत्या करने और घर से नकदी व गहने चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया। पूछताछ और सबूतों के आधार पर तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई चीज़ें और चोरी किए गए गहनों व रुपयों को भी बरामद कर लिया है।

नैतिक सबक: लालच और धोखे का अंजाम

सुशीला हत्याकांड एक ऐसी कहानी है, जो सिखाती है कि लालच और साजिश का रास्ता हमेशा बर्बादी की ओर ले जाता है। पूजा का मासूम चेहरा उसके अपराधों को छिपा नहीं सका। उसकी जिंदगी में प्यार, धोखा, और अपराध का सिलसिला एक खौफनाक हत्या तक पहुंचा। यह मामला न सिर्फ एक पारिवारिक विवाद (family dispute) का परिणाम था, बल्कि सामाजिक मूल्यों की अनदेखी का भी नतीजा था।

परिवार को किया तहस नहस

सुशीला की हत्या ने झांसी के कुम्हरिया गांव को झकझोर दिया। पूजा जाटव की साजिश, उसकी आपराधिक हिस्ट्री, और जमीन के लालच ने एक परिवार को तहस-नहस कर दिया। इस हत्याकांड ने यह सवाल खड़ा किया कि रिश्तों में विश्वास और लालच के बीच की रेखा कितनी पतली होती है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया, लेकिन सुशीला को वापस नहीं लाया जा सका। यह कहानी हर उस व्यक्ति के लिए सबक है, जो लालच के रास्ते पर चलने की सोचता है।

(ये रिपोर्ट विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है।)

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