Bihar Police Lady Constable Viral Video: बिहार पुलिस एक बार फिर सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गई है, और इस बार वजह है एक महिला सिपाही की वर्दी में बनाई गई ‘दबंग’ रील। इस वीडियो में सिपाही ‘हम हैं बिहारी, थोड़ा लिमिट में रहिएगा! कट्टा दिखाएंगे तो बाप-बाप कहिएगा’ जैसे ट्रेंडिंग ट्रैक पर लिप-सिंक करती नजर आ रही हैं। यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, लेकिन साथ ही पुलिस विभाग की छवि पर सवाल भी उठा रहा है।
बिहार पुलिस की महिला सिपाही का वर्दी में ‘दबंग’ अंदाज
17 सेकंड की इस वायरल वीडियो क्लिप में एक महिला सिपाही, जिसकी वर्दी पर ‘आरती’ नाम लिखा हुआ है, पूरे दबंग अंदाज में ट्रेंडिंग गाने पर लिप-सिंक कर रही हैं। बताया जा रहा है कि यह रील किसी थाने के परिसर में ही शूट की गई है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सिपाही आरती किस जिले या थाने में तैनात हैं। उनके इस फिल्मी अंदाज ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है, लेकिन यह पुलिस की अनुशासनहीनता का सवाल भी उठा रहा है।
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया, खासकर एक्स पर, यूजर्स ने बिहार पुलिस को टैग कर अपनी प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने इसे हल्के-फुल्के मनोरंजन के तौर पर लिया, तो कई यूजर्स ने इसे वर्दी की गरिमा के खिलाफ बताते हुए कड़ी आलोचना की। यूजर ने @ChapraZila हैंडल से वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “ऐसे लोगों की बिहार पुलिस में भर्ती कैसे हो जाती है? क्या पुलिस के पास अब कोई काम नहीं बचा?” कई लोगों का मानना है कि ड्यूटी के दौरान इस तरह की हरकतें पुलिस विभाग की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं।
बिहार पुलिस की छवि पर सवाल
यह पहली बार नहीं है जब बिहार पुलिस के किसी कर्मी की ऐसी हरकत सोशल मीडिया पर सुर्खियां बनी हो। पहले भी कई पुलिसकर्मी गानों पर डांस करते या आपत्तिजनक व्यवहार करते हुए वायरल वीडियो में नजर आ चुके हैं। इस बार सिपाही आरती की रील ने एक बार फिर पुलिस महकमे की अनुशासनहीनता को उजागर किया है। यूजर्स के बीच यह सवाल उठ रहा है कि क्या पुलिस विभाग इस मामले में कोई सख्त कार्रवाई करेगा।
क्या होगी कार्रवाई?
सोशल मीडिया पर इस वीडियो ने जहां कुछ लोगों को हंसाया, वहीं यह बिहार पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है। अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि विभाग इस मामले में सिपाही आरती के खिलाफ क्या कदम उठाता है। यह वीडियो न केवल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सोशल मीडिया के दौर में वर्दी की जिम्मेदारी को और गंभीरता से निभाने की जरूरत है।