इटावा, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला अपने चचिया ससुर के साथ घर छोड़कर फरार हो गई। महिला अपने साथ लाखों रुपये के जेवर और दो बेटियों को भी ले गई, जबकि अपने बेटे को घर पर छोड़ गई। पीड़ित पति पिछले एक महीने से अपनी पत्नी और बेटियों की तलाश में थाने और अधिकारियों के चक्कर काट रहा है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला। हताश होकर पति ने ऐलान किया है कि जो कोई उसकी पत्नी का पता लगाएगा, उसे 20,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही फरार जोड़े का पता लगाने का दावा किया है।
घटना का विवरण: घर से गायब हुई पत्नी और बेटियां
यह सनसनीखेज मामला इटावा जिले के ऊसराहार थाना क्षेत्र के एक गांव का है। पीड़ित पति, जो कार चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है, ने बताया कि वह 3 अप्रैल, 2025 को काम के सिलसिले में कानपुर गया था। जब वह घर लौटा तो पाया कि उसकी पत्नी, दो बेटियां, और घर में रखे कीमती जेवर गायब हैं। बाद में उसे पता चला कि उसकी पत्नी रिश्ते में चचिया ससुर के साथ भाग गई है।
महिला, जो तीन बच्चों की मां है, अपने साथ दो बेटियों को ले गई, लेकिन बेटे को घर पर छोड़ दिया। पीड़ित के मुताबिक, महिला चार अंगूठियां, एक हार, मंगलसूत्र, और 50,000 रुपये नकद लेकर गई है। इस घटना ने न केवल पीड़ित पति को सदमे में डाल दिया, बल्कि पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गया है।
पति की गुहार और इनाम का ऐलान
पिछले एक महीने से पीड़ित पति अपनी पत्नी और बेटियों की तलाश में थाने से लेकर पुलिस अधिकारियों के दफ्तरों तक चक्कर काट रहा है। उसने बताया कि शुरुआत में ऊसराहार थाने के पूर्व थानाध्यक्ष ने 3 अप्रैल को मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया था। बाद में तहरीर बदलवाकर गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया, लेकिन पुलिस ने तलाश में कोई खास प्रगति नहीं दिखाई।
हताश होकर पति ने अब सार्वजनिक रूप से ऐलान किया है कि जो कोई उसकी पत्नी का पता लगाएगा, उसे 20,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा। पीड़ित ने कहा, “मैं दिन-रात अपनी पत्नी और बेटियों को ढूंढ रहा हूं। मेरे पास अब कोई रास्ता नहीं बचा। मैं चाहता हूं कि मेरी बेटियां सुरक्षित घर लौट आएं।”
पुलिस की कार्रवाई और दावे
ऊसराहार थाना प्रभारी ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए स्थानीय पत्रकार से कहा कि पीड़ित की पत्नी और चचिया ससुर को ढूंढने के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गई हैं। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही दोनों का पता लगा लिया जाएगा। थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि गुमशुदगी का मामला दर्ज है, और जांच में सभी संभावित सुरागों का पीछा किया जा रहा है। हालांकि, पीड़ित पति का कहना है कि पुलिस की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिसके चलते उसे इनाम की घोषणा करनी पड़ी।
सामाजिक और पारिवारिक संदर्भ
उत्तर प्रदेश में इससे पहले सास-दामाद या समधी-समधन जैसे रिश्तों में प्रेम प्रसंग और फरारी के मामले सुर्खियों में रहे हैं, लेकिन चचिया ससुर और बहू का यह मामला अपने आप में अनोखा और चौंकाने वाला है। इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवार, बल्कि पूरे गांव और आसपास के इलाकों में हलचल मचा दी है।
महिला के तीन बच्चों की मां होने और अपनी दो बेटियों को साथ ले जाने ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। स्थानीय लोग इस घटना पर तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं, और कुछ का मानना है कि यह मामला पारिवारिक विवाद या आपसी सहमति का परिणाम हो सकता है। हालांकि, पीड़ित पति ने किसी भी तरह के पारिवारिक विवाद से इनकार किया है और इसे पूरी तरह से धोखा बताया है।
पहले भी सामने आए हैं इस तरह के मामले
हालांकि यह मामला अपने आप में अनोखा है, उत्तर प्रदेश में असामान्य रिश्तों के प्रेम प्रसंग और फरारी की घटनाएं पहले भी चर्चा में रही हैं। उदाहरण के लिए, हाल ही में इटावा और आसपास के जिलों में सास-दामाद या समधी-समधन के भागने की खबरें सुर्खियों में थीं। इन मामलों ने सामाजिक और पारिवारिक ढांचे पर सवाल उठाए थे। लेकिन चचिया ससुर और बहू का यह मामला अपनी विचित्रता के कारण और अधिक ध्यान खींच रहा है।
सामाजिक और कानूनी निहितार्थ
यह घटना कई सामाजिक और कानूनी सवाल उठाती है। पहला, क्या पुलिस ने मामले को शुरू में गंभीरता से नहीं लिया, जैसा कि पीड़ित का दावा है? दूसरा, महिला और उसकी बेटियों की सुरक्षा का सवाल भी अहम है, क्योंकि वे अभी भी लापता हैं। तीसरा, इस तरह की घटनाएं सामाजिक रिश्तों और पारिवारिक मूल्यों पर क्या प्रभाव डाल रही हैं?
कानूनी तौर पर, पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया है, लेकिन अगर यह साबित होता है कि महिला अपनी मर्जी से गई है, तो मामला प्रेम प्रसंग या आपसी सहमति का हो सकता है। वहीं, जेवर और नकदी ले जाने के कारण चोरी या धोखाधड़ी का केस भी बन सकता है। फिलहाल, पुलिस की जांच ही इस मामले की सच्चाई सामने लाएगी।
परिवार में उथल-पुथल
इटावा का यह मामला न केवल एक पारिवारिक त्रासदी है, बल्कि सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। पीड़ित पति का दर्द, उसकी बेटियों की तलाश, और पुलिस की कार्रवाई इस कहानी के केंद्र में हैं। 20,000 रुपये के इनाम का ऐलान पीड़ित की हताशा को दर्शाता है, लेकिन यह भी सवाल उठाता है कि क्या स्थानीय पुलिस इस मामले को समय रहते सुलझा पाएगी। ऊसराहार थाना क्षेत्र के इस गांव की यह घटना लंबे समय तक लोगों के जेहन में रहेगी, और शायद सामाजिक रिश्तों पर नए सिरे से बहस छेड़ देगी।