सुपौल में मामी की बहन से शादी: अंबेडकर को साक्षी मान सुनील-मुस्कान के सात फेरे

बिहार के सुपौल में सुनील कुमार ने अपनी मामी की बहन मुस्कान कुमारी से शादी कर सामाजिक रूढ़ियों को चुनौती दी। इस प्रेम विवाह को खास बनाता है बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर को साक्षी बनाकर शादी करना। वीडियो वायरल होने के बाद यह जोड़ी सुर्खियों में आ गई और अंततः परिवारों ने भी इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया।

Samvadika Desk
5 Min Read
Image - Social Media
Highlights
  • सुपौल में युवक ने मामी की बहन से की शादी, सोशल मीडिया पर वायरल।
  • अंबेडकर को साक्षी मानकर रचाई शादी, परिवार ने दी मंज़ूरी।
  • "हम सच्चे दिल से प्यार करते हैं" – सुपौल के सुनील की दिल छूने वाली कहानी।
  • नवगछिया से सुपौल तक पहुँची अनोखी प्रेम कहानी।

सुपौल, बिहार: जब प्यार की राहें समाज की रूढ़ियों को चुनौती देती हैं, तो कहानियाँ यादगार बन जाती हैं। सुपौल जिले के सुनील कुमार ने अपनी मामी की बहन मुस्कान कुमारी से शादी कर ऐसी ही एक कहानी लिखी। इस जोड़े ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को साक्षी मानकर सात फेरे लिए, और उनका शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। नवगछिया से शुरू हुई यह प्रेम कहानी अब देश भर में चर्चा का विषय है। आईए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।

- Advertisement -

भवानीपुर में अनोखी शादी

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 14 अप्रैल की शाम सुपौल के भवानीपुर मार्केट में मां काली मंदिर एक खास पल का गवाह बना। सुनील कुमार ने अपनी मामी की बहन मुस्कान कुमारी से शादी की। इस समारोह में पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों की जगह बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर को साक्षी बनाया गया। शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैला, जिसने इस जोड़े को सुर्खियों में ला दिया। फेरे ले लेने बाद मुस्कान ने कहा “मैंने अपनी मर्जी से सुनील से शादी की है। अब उन्हें कोई परेशानी नहीं होने दूँगी,” । वहीं सुनील ने कहा, “हम सच्चे दिल से प्यार करते हैं। अब हम हमेशा एक हैं।,”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरू में परिजनों ने इस रिश्ते को स्वीकार नहीं किया था। लेकिन शादी के बाद दोनों परिवारों ने इसे मंजूरी दे दी। सुपौल में यह खबर अब हर गली-मोहल्ले में गूँज रही है।

प्यार की शुरुआत: मामी के घर मुलाकात

यह प्रेम कहानी चार साल पहले नवगछिया के नारायणपुर में शुरू हुई। सुनील अपनी मामी के घर आया था, जहाँ उसकी मुलाकात अपनी मामी की बहन मुस्कान से हुई। सुनील, जो सुपौल जिले के देवनारायण कुमार का बेटा है, और मुस्कान, जो नवगछिया के मधुरापुर गाँव की रहने वाली है, के बीच पहली मुलाकात में ही खास बंधन बन गया। उनकी बातचीत धीरे-धीरे प्यार में बदली, और चार साल तक दोनों ने अपने रिश्ते को संजोया। जब सुनील ने मामी की बहन से शादी का प्रस्ताव रखा, तो परिवारों ने इसका विरोध किया। लेकिन दोनों ने हार नहीं मानी।

- Advertisement -

घर से भागकर लिखी कहानी

9 अप्रैल को सुनील और मुस्कान ने हिम्मत दिखाई और घर से भाग गए। 10 अप्रैल को सुनील ने मुस्कान को नवगछिया से सुपौल अपने घर लाया। इस दौरान मुस्कान के परिजनों ने नवगछिया थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। परिवार ने अपनी बेटी को ढूँढने की हर कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 14 अप्रैल को जब शादी की खबर सामने आई, तो सब हैरान रह गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वायरल वीडियो ने इस खबर को और फैलाया। शादी के बाद परिजनों ने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया।

शादी में अंबेडकर की तस्वीर बनी साक्ष्य का प्रतीक

मामी की बहन से सुनील की शादी की सबसे खास बात थी बाबा साहब अंबेडकर को साक्षी बनाना। इस जोड़े ने अपने प्यार को न सिर्फ़ जिया, बल्कि सामाजिक बराबरी और संविधान के प्रति सम्मान भी दिखाया। मां काली मंदिर में हुए इस समारोह ने यह संदेश दिया कि सच्चा प्यार किसी रूढ़ि से बड़ा है। सुपौल में लोग इसे एक नई सोच के रूप में देख रहे हैं। इस शादी ने दिखाया कि प्यार न सिर्फ़ दिलों को जोड़ता है, बल्कि समाज को भी नई दिशा दे सकता है।

परिवार की मंजूरी

शादी के बाद सुनील और मुस्कान के परिवारों ने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया। सुपौल में सुनील और नवगछिया में मुस्कान के परिजनों ने नए जीवन की शुरुआत को आशीर्वाद दिया। मामी की बहन से शादी ने शुरू में भले ही सवाल उठाए, लेकिन अंत में यह प्यार की जीत बनकर सामने आई।

- Advertisement -

सामाजिक नज़रिया

मामी की बहन से शादी जैसे रिश्ते समाज में चर्चा का विषय बनते हैं। कुछ लोग इसे परंपराओं से हटकर मानते हैं, तो कुछ इसे प्यार की आज़ादी का प्रतीक देखते हैं। सुनील और मुस्कान की कहानी दिखाती है कि सच्चा प्यार हर बाधा को पार कर सकता है। बाबा साहब अंबेडकर को साक्षी मानकर की गई यह शादी व्यक्तिगत हिम्मत और सामाजिक संदेश दोनों को दर्शाती है। सुपौल और नवगछिया में यह खबर एक नई शुरुआत की तरह देखी जा रही है।

आगे क्या?

वायरल वीडियो ने सुनील और मुस्कान को सुपौल में चर्चित बना दिया है। लोग उनकी हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं। सवाल यह है कि क्या ऐसी और कहानियाँ सामने आएँगी? क्या इस शादी जैसी घटनाएँ समाज में नए रास्ते खोलेंगी?

नोट: यह रिपोर्ट विश्वसनीय स्रोतों के आधार पर तैयार की गई है। पाठकों से अनुरोध है कि इसकी सम्वेदनशीलता को देखते हुए इसे व्यक्तिगत राय बनाने के लिए न इस्तेमाल करें।

- Advertisement -
Share This Article