जौनपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के जौनपुर में दहेज की भेंट चढ़ा एक परिवार का सम्मान और बेटी के सपने। कोतवाली इलाके के अकबर पैलेस में मेहंदी सजाए, बारात का इंतजार कर रही दुल्हन को दूल्हे ने फोन पर ऐसा जवाब दिया कि उसकी चीख निकल गई। दहेज में क्रेटा कार और अतिरिक्त नकदी की मांग पूरी न होने पर दूल्हा बारात लेकर नहीं आया। शादी की सारी तैयारियाँ धरी रह गईं, और दुल्हन के पिता ने पुलिस में दूल्हा समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। यह मामला समाज में दहेज की कुरीति पर फिर सवाल उठा रहा है।
शादी की तैयारियाँ पूरी, बारात नहीं आई
न्यूज18 हिन्दी की रिपोर्ट अनुसार, शम्भूगंज बक्शा के मोहम्मद शलीम ने अपनी बेटी की शादी वाराणसी के पत्थर गली निवासी कबीर उर्फ वजीर से 21 जून 2025 को तय की थी। शलीम ने मंगनी में दूल्हे को तीन लाख रुपये नकद, सोने की चेन, और कपड़ों के लिए 25 हजार रुपये दिए। शादी के लिए अकबर पैलेस को 1.80 लाख रुपये में बुक किया गया, और 300 मेहमानों के लिए खाने का इंतजाम कर 3.50 लाख रुपये खर्च किए गए। बावर्ची, हलवाई, और सजावट की तैयारियाँ पूरी थीं। लेकिन रात 11 बजे दूल्हे की माँ, भाई, भाभी, और बहन समेत चार लोग पहुँचे और कहा कि बारात पीछे आ रही है।
दूल्हे का चौंकाने वाला जवाब
रात 3 बजे तक बारात नहीं आई। बेसब्र दुल्हन ने दूल्हे कबीर को फोन किया और पूछा, “बारात कहाँ तक पहुँची?” दूल्हे ने ठंडे लहजे में जवाब दिया कि वह बारात नहीं ला रहा। दुल्हन की चीख और परिवार का कोहराम मच गया। दूल्हे की माँ ने खुलासा किया कि कबीर क्रेटा कार और अतिरिक्त नकद राशि की मांग कर रहा है, और मांग पूरी न होने पर उसने शादी से इनकार कर दिया। जब शलीम ने इसकी वजह पूछी, तो दूल्हे के परिजनों ने गालियाँ दीं और जान से मारने की धमकी दी।
पिता की गुहार, पुलिस की कार्रवाई
मोहम्मद शलीम का परिवार इस विश्वासघात से टूट गया। उन्होंने कोतवाली थाने में दूल्हा कबीर, उसकी माँ, भाई, भाभी, और पाँच अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की। पुलिस ने दहेज माँगने और शादी तोड़ने के आरोप में नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाली थाना प्रभारी ने स्थानीय पत्रकार को बताया कि मामले की जाँच शुरू हो गई है, और आरोपियों को जल्द पकड़ा जाएगा। शलीम ने कहा, “मैंने अपनी बेटी के लिए सब कुछ किया, लेकिन दहेज की लालच ने मेरे परिवार का सम्मान छीन लिया।”
दहेज की कुरीति फिर निशाने पर
यह घटना जौनपुर में दहेज की गहरी जड़ों को उजागर करती है। कानून और सामाजिक जागरूकता के बावजूद दहेज की माँगें परिवारों को तोड़ रही हैं। अकबर पैलेस में शहनाइयों की जगह निराशा की आवाजें गूँजीं, और दुल्हन के हाथों की मेहंदी आँसुओं में धुल गई। गाँव वाले इस घटना पर चर्चा कर रहे हैं, और कई लोग दहेज के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। अब पुलिस की जाँच इस मामले में इंसाफ की उम्मीद बन गई है।