भोपाल, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक 16 साल की नाबालिग किशोरी को मॉडलिंग का सपना दिखाकर प्रेम जाल में फंसाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ऐशबाग क्षेत्र के रहने वाले जुबैर ने किशोरी को मॉडल बनाने का लालच दिया, उसे घर से भगाकर रतलाम ले गया, और फिर उस पर धर्मांतरण का दबाव बनाया। इतना ही नहीं, उसने किशोरी का नाम तक बदल दिया। पुलिस ने 28 मई 2025 को नाबालिग को रतलाम से बरामद कर जुबैर को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले ने लव जिहाद का रूप ले लिया है, जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों ने ऐशबाग थाने पर प्रदर्शन किया।
मॉडलिंग का सपना और प्रेम का जाल
खबरों के अनुसार, यह चौंकाने वाली घटना भोपाल के ऐशबाग थाना क्षेत्र की है। 16 साल की नाबालिग एक स्कूली छात्रा है, जिसे मॉडलिंग का शौक है। ऐशबाग निवासी जुबैर से उसकी मुलाकात हुई, जिसने खुद को मॉडलिंग एजेंसियों से जुड़ा हुआ बताया। जुबैर ने किशोरी को लुभाया कि वह उसे मॉडलिंग की दुनिया में बड़ा नाम दिला सकता है। उसकी चिकनी-चुपड़ी बातों से प्रभावित होकर किशोरी उससे दोस्ती करने लगी। धीरे-धीरे यह दोस्ती प्रेम में बदल गई।
25 मई 2025 को जुबैर ने नाबालिग को उसके घर से भगा लिया और रतलाम ले गया। वहाँ उसने किशोरी से शादी का वादा किया, लेकिन साथ ही उस पर धर्म बदलने का दबाव डालना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, उसने किशोरी का नाम बदलकर उसे नया नाम दे दिया। इस बीच, किशोरी के गायब होने से परेशान उसके परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज की।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
नाबालिग के पिता की शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई। 28 मई 2025 की रात को भोपाल पुलिस ने रतलाम में छापेमारी कर नाबालिग को बरामद किया और जुबैर को गिरफ्तार कर लिया। किशोरी को उसके परिवार के साथ ऐशबाग थाने लाया गया, जहाँ उसने अपहरण की शिकायत दर्ज की। थाना प्रभारी विजय बहादुर सिंह सेंगर ने बताया कि अभी तक अपहरण का मामला दर्ज किया गया है, और अन्य आरोपों की जाँच की जा रही है। जुबैर को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के अनुसार, किशोरी ने बताया कि जुबैर ने उसे मॉडलिंग के नाम पर फंसाया और फिर धर्मांतरण के लिए दबाव डाला। उसने यह भी खुलासा किया कि जुबैर ने उसका नाम बदल दिया था, ताकि उसकी पहचान छिपाई जा सके। पुलिस अब यह जाँच कर रही है कि क्या यह सुनियोजित साजिश थी और क्या जुबैर का कोई आपराधिक इतिहास है।
हिंदूवादी संगठनों का हंगामा
मामला सामने आने के बाद भोपाल में हिंदूवादी संगठनों ने उग्र प्रदर्शन किया। 29 मई 2025 को बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पीड़ित परिवार के साथ ऐशबाग थाने पहुँचे। उन्होंने जुबैर पर लव जिहाद का आरोप लगाते हुए पुलिस से सख्त कार्रवाई की माँग की। संगठनों का दावा है कि जुबैर ने जानबूझकर नाबालिग को धर्मांतरण के लिए फंसाया और उसकी पहचान मिटाने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों ने इसे हिंदू समाज के खिलाफ साजिश करार दिया और इस तरह के मामलों पर कठोर कानून की माँग की।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराया और आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जाँच होगी। थाना प्रभारी ने कहा, “हम हर पहलू की जाँच कर रहे हैं। अगर धर्मांतरण या अन्य गंभीर आरोप सही पाए गए, तो उचित कार्रवाई होगी।”
किशोरी का सपना और धोखा
16 साल की यह किशोरी मॉडलिंग की दुनिया में नाम कमाना चाहती थी, लेकिन उसका यह सपना उसे भारी पड़ गया। जुबैर ने उसकी मासूमियत और महत्वाकांक्षा का फायदा उठाया। नाबालिग होने के कारण वह उसकी बातों में आसानी से फंस गई। इस मामले ने यह सवाल उठाया कि युवा लड़कियों को ऐसे लालच से कैसे बचाया जाए। माता-पिता और स्कूलों को बच्चों को ऐसी साजिशों के प्रति जागरूक करने की जरूरत पर भी जोर दिया जा रहा है।
लव जिहाद का विवाद
यह मामला भोपाल में लव जिहाद के मुद्दे को फिर से गरमा गया है। हिंदूवादी संगठनों का दावा है कि यह एक सुनियोजित तरीके से नाबालिग हिंदू लड़कियों को निशाना बनाने की साजिश है। वहीं, कुछ लोग इसे व्यक्तिगत प्रेम-प्रसंग मान रहे हैं। यह बहस सोशल मीडिया पर भी छाई हुई है, जहाँ लोग इस मामले को लेकर तरह-तरह की राय दे रहे हैं।
पुलिस की चुनौती
ऐशबाग थाना पुलिस के सामने अब इस मामले की गहराई से जाँच करने की चुनौती है। धर्मांतरण के आरोप, नाबालिग का अपहरण, और लव जिहाद के दावों की पड़ताल करना आसान नहीं होगा। पुलिस को यह सुनिश्चित करना है कि किशोरी और उसके परिवार को न्याय मिले, साथ ही सामाजिक तनाव को भी रोका जाए। इस मामले का असर भोपाल की सामाजिक और धार्मिक गतिशीलता पर भी पड़ सकता है।