जबलपुर, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के जबलपुर में ग्वारीघाट थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। एक युवती ने अपनी बचपन की सहेली पर जलन और पुरानी रंजिश के चलते तेजाब फेंककर (Jabalpur Acid Attack) उसकी जान लेने की कोशिश की। पुलिस ने आरोपी इशिता साहू और उसके दोस्त अंश शर्मा को हिरासत में लिया है, और जाँच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। यह घटना हाल ही में सामने आई, और पुलिस अब मामले की तह तक जाने में जुटी है।
रंजिश और जलन की कहानी
पुलिस जाँच में पता चला कि इशिता साहू और पीड़िता श्रद्धा के बीच पाँच साल पुरानी रंजिश थी। 2020 में श्रद्धा का एक मित्र के साथ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके लिए उसके परिवार ने उसे डाँटा और अपमानित किया। इशिता को शक था कि इस वीडियो को वायरल करने में श्रद्धा की भूमिका थी। इसके अलावा, इशिता पहले से ही श्रद्धा की सुंदरता से जलती थी। जब उसे हाल ही में पता चला कि श्रद्धा को कोलकाता में एक बड़ी कंपनी में नौकरी मिल गई है, तो उसकी जलन और बढ़ गई। उसने ठान लिया कि वह श्रद्धा को कोलकाता जाने से पहले “सबक सिखाएगी”। इसके बाद उसने तेजाब हमले की साजिश रची।
तेजाब हमले की साजिश (Jabalpur Acid Attack)
नई दुनिया की रिपोर्ट के अनुसार, इशिता ने अपने दोस्त अंश शर्मा की मदद से सिविक सेंटर की अनुप्रास इंटरप्राइजेज से तेजाब खरीदा। अंश ने कॉलेज प्रोफेसर बनकर दुकान पर फोन किया और “प्रयोग के लिए” तेजाब की माँग की। इसके बाद इशिता ने श्रद्धा पर तेजाब फेंककर उसकी जान लेने की कोशिश की। हमले के बाद इशिता को कोई पछतावा नहीं था; उसने पुलिस से पूछा, “श्रद्धा जिंदा है? मर जाएगी।” पुलिस ने इशिता और अंश को हिरासत में लिया और हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया। दोनों से अलग-अलग पूछताछ चल रही है।
पुलिस और फूड डिपार्टमेंट की जाँच
ग्वारीघाट पुलिस तेजाब बेचने वाली दुकान के लाइसेंस और बिक्री नियमों की जाँच के लिए फूड डिपार्टमेंट को पत्र भेज चुकी है। अगर नियमों में गड़बड़ी पाई गई, तो दुकान संचालक को भी आरोपी बनाया जा सकता है। जाँच में यह भी सामने आया कि इशिता के परिवार ने घटना के बाद घर में रखा 3 मिलीलीटर तेजाब टॉयलेट में बहा दिया, जिसे साक्ष्य छिपाने की कोशिश माना जा रहा है। पुलिस इसकी भी छानबीन कर रही है।
जलन और अपराध का सबक
यह घटना न केवल जलन और रंजिश की खतरनाक परिणति को दर्शाती है, बल्कि समाज में तेजाब जैसे खतरनाक पदार्थों की आसान उपलब्धता पर भी सवाल उठाती है। यह समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि रिश्तों में ईर्ष्या और गलतफहमियों को समय रहते सुलझाना कितना जरूरी है। यह मामला पुलिस और प्रशासन से सख्त कार्रवाई और तेजाब बिक्री पर नियंत्रण की माँग करता है, ताकि ऐसी घटनाएँ भविष्य में न हों।