फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के कंपिल क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना ने सभी को हैरान कर दिया। एक दामाद ने पुरानी रंजिश के चलते अपने ससुर को गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उसने ससुर के बड़े भाई पर भी फायर किया, जो बाल-बाल बच गए। भागने के लिए दामाद बाढ़ के पानी में कूद गया, लेकिन डूबने लगा। ग्रामीणों ने उसकी जान बचाई, और पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
रंजिश में गोलीबारी
हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, कंपिल के दूंदेमई गाँव में शुक्रवार दोपहर मायाराम शाक्य ग्यारह मंजिल मंदिर के पास बैठे थे। तभी तलफी नगला गाँव का उनका दामाद वहाँ पहुँचा और पुरानी रंजिश के चलते तमंचे से उन पर गोली चला दी। गनीमत रही कि गोली मायाराम को नहीं लगी। दामाद ने दोबारा फायर करने की कोशिश की, लेकिन राहगीरों ने उसे दौड़ाना शुरू कर दिया। भागते समय उसके पास से कुछ कारतूस गिर गए। इसके बाद उसने अटैना मार्ग पर अपने ससुर रक्षपाल पर गोली चलाई, जो उन्हें लग गई।
दामाद ने ससुर को मारी गोली, हालत गंभीर
गोली लगने से रक्षपाल गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों और परिजनों ने तुरंत उन्हें कायमगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) पहुँचाया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उनकी हालत को देखते हुए एक्स-रे के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया। रक्षपाल की हालत गंभीर बनी हुई है, और परिवार उनके ठीक होने की दुआ माँग रहा है।
बाढ़ के पानी में कूदा दामाद
गोलीबारी के बाद दामाद भागने की कोशिश में बाढ़ के पानी में कूद गया। गहरे पानी में वह डूबने लगा। ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए उसे बाहर निकाला और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेने के बाद मेडिकल जाँच के लिए CHC भेजा। इस घटना ने ग्रामीणों में हड़कंप मचा दिया, और लोग दामाद की इस हरकत से स्तब्ध हैं।
वैवाहिक कलह थी वजह
सीओ राजेश कुमार द्विवेदी ने घटनास्थल का दौरा कर जाँच शुरू की। परिजनों ने बताया कि चार साल पहले दामाद की शादी रक्षपाल की बेटी प्रियंका से हुई थी। लेकिन वैवाहिक जीवन में तनाव के कारण प्रियंका कुछ समय से अपने मायके में थी और फिर अपने ताऊ मायाराम के घर रह रही थी। इसी बात से नाराज दामाद ने रंजिश में यह कदम उठाया। पुलिस ने गोलीबारी और हत्या के प्रयास की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
सामाजिक और कानूनी सवाल
यह घटना पारिवारिक विवाद, रंजिश, और हिंसा जैसे गंभीर मुद्दों को उजागर करती है। वैवाहिक कलह का इतना खतरनाक रूप लेना और परिवार के सदस्य पर गोली चलाना समाज में रिश्तों की नाजुकता को दर्शाता है। यह मामला परिवारों से संवाद और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान की माँग करता है। साथ ही, यह सवाल उठता है कि क्या ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सामाजिक और कानूनी स्तर पर और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
फर्रुखाबाद में हलचल
इस घटना ने दूंदेमई और आसपास के इलाकों में सनसनी मचा दी है। लोग दामाद की हिंसक हरकत और रक्षपाल की हालत को लेकर चर्चा कर रहे हैं। ग्रामीणों की त्वरित कार्रवाई की तारीफ हो रही है, जिन्होंने डूबते हुए आरोपी की जान बचाई। पुलिस की जाँच और रक्षपाल के स्वास्थ्य पर सभी की नजरें टिकी हैं। यह प्रकरण न केवल कानूनी, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी गहरी बहस छेड़ रहा है।

