मथुरा: शिक्षक पर नाबालिगों से छेड़खानी और अश्लील वीडियो दिखाने का आरोप, गिरफ्तार

Mathura News: मथुरा के छाता थाना क्षेत्र में एक सरकारी जूनियर हाईस्कूल के प्रशिक्षु शिक्षक रवि शर्मा पर नाबालिग छात्राओं से बाल छेड़खानी और अश्लील वीडियो दिखाने का आरोप लगा है। 9 मई 2025 को इंटर्नशिप के आखिरी दिन छात्राओं ने शिक्षिका को शिकायत की, जिसके बाद परिजनों और स्कूल प्रशासन ने पुलिस में FIR दर्ज कराई। छाता थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और जाँच शुरू कर दी है। इस घटना ने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं।

Samvadika Desk
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प्रतीकात्मक इमेज। (संवादिका)
Highlights
  • मथुरा में प्रशिक्षु शिक्षक पर बाल छेड़खानी का गंभीर आरोप, छाता थाना ने की कार्रवाई!
  • मथुरा के जूनियर हाईस्कूल में बाल छेड़खानी की घटना ने मचाया हड़कंप!
  • अश्लील वीडियो दिखाने वाला प्रशिक्षु शिक्षक छाता थाना पुलिस की हिरासत में!

फोकस कीवर्ड्स: मथुरा, बाल छेड़खानी, प्रशिक्षु शिक्षक, अश्लील वीडियो, छाता थाना, सरकारी स्कूल

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मथुरा, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहाँ एक सरकारी स्कूल के प्रशिक्षु शिक्षक (Trainee teacher) पर नाबालिग छात्राओं के साथ छेड़खानी (Molestation) और जबरदस्ती अश्लील वीडियो दिखाने का आरोप लगा है। छाता थाना क्षेत्र के एक जूनियर हाईस्कूल में हुई इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। छात्राओं ने शिक्षक की हरकतों का विरोध किया, लेकिन डराने-धमकाने के कारण वे पहले चुप रहीं। मामला सामने आने के बाद स्कूल प्रशासन और परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज की।

प्रशिक्षु शिक्षक (Trainee teacher) पर गंभीर आरोप

पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी रवि शर्मा, जो तरौली जनूवी गाँव का निवासी है, जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) से डीएलएड (D.El.Ed) कर रहा है। उसने 9 अप्रैल 2025 को इंटर्नशिप के लिए छाता थाना क्षेत्र के एक सरकारी जूनियर हाईस्कूल में जॉइन किया था। उसकी इंटर्नशिप 9 मई को पूरी हुई। उसी दिन सातवीं और आठवीं कक्षा की कुछ छात्राओं ने स्कूल की शिक्षिका को बताया कि रवि शर्मा पिछले 10 दिनों से उनके साथ छेड़खानी कर रहा था। छात्राओं ने आरोप लगाया कि शिक्षक रोजाना एक-एक छात्रा को बुलाता था, उनके साथ अश्लील हरकतें करता था, और अपने मोबाइल पर अश्लील वीडियो (Obscene Videos) दिखाता था। जब छात्राओं ने इसका विरोध किया, तो वह उन्हें डाँट-डपटकर और धमकाकर चुप करा देता था।

छात्राओं ने तोड़ी चुप्पी

शनिवार को सातवीं और आठवीं कक्षा की कुछ छात्राएँ स्कूल की एक शिक्षिका के पास पहुँचीं और अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि रवि शर्मा की हरकतों से वे डरी हुई थीं, लेकिन अब वे चुप नहीं रहना चाहतीं। शिक्षिका ने छात्राओं से अलग-अलग बात की, और सभी ने एक ही तरह की शिकायत की। इसके बाद स्कूल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया और शुक्रवार को छात्राओं के परिजनों को स्कूल बुलाया। परिजनों और शिक्षकों की बैठक में आरोपी शिक्षक के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने का फैसला लिया गया। शनिवार को छाता कोतवाली में छह से ज्यादा छात्राओं और उनके परिजनों ने हस्ताक्षर के साथ लिखित शिकायत दर्ज की।

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पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई

छात्राओं ने पुलिस को अपनी शिकायत में कहा, “अंकल, हमारे नए टीचर ने कई बार हमारे साथ छेड़खानी की और जबरदस्ती गंदे वीडियो दिखाए। हम विरोध करते थे, तो वे हमें डाँटते थे।” पुलिस ने छात्राओं की शिकायत को गंभीरता से लिया और स्कूल के प्रिंसिपल की तहरीर के आधार पर आरोपी रवि शर्मा को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उसके खिलाफ बाल छेड़खानी और अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज (FIR Filed) कर लिया है। छाता थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है, और मामले की गहन जाँच जारी है।

स्कूल प्रशासन और परिजनों की भूमिका

स्कूल की शिक्षिका और प्रिंसिपल ने छात्राओं की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की। परिजनों ने भी स्कूल प्रशासन के साथ मिलकर पुलिस में शिकायत दर्ज की, जिससे यह मामला सामने आया। परिजनों ने बताया कि उनकी बेटियाँ डरी हुई थीं, लेकिन स्कूल की शिक्षिका ने उन्हें हिम्मत दी और शिकायत करने के लिए प्रेरित किया। इस घटना ने स्कूलों में नाबालिग छात्राओं की सुरक्षा (Safety of Minors) को लेकर सवाल खड़े किए हैं, खासकर प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति और निगरानी को लेकर।

सामाजिक और कानूनी जागरूकता

यह मामला मथुरा में चर्चा का विषय बन गया है। स्थानीय लोग इस घटना से स्तब्ध हैं और स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जता रहे हैं। पुलिस ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, इस घटना ने समाज में नाबालिगों के खिलाफ यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) के मामलों को लेकर जागरूकता की जरूरत को फिर से उजागर किया है।

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