गोंडा, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के गोंडा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जिला अध्यक्ष अमर किशोर कश्यप का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक महिला को गले लगाते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो 12 अप्रैल, 2025 का बताया जा रहा है। वीडियो के वायरल होने के बाद अमर किशोर ने सफाई दी है कि महिला एक सक्रिय पार्टी कार्यकर्ता थी, जिसे चक्कर आने पर उन्होंने सहारा दिया था। उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए विरोधियों पर छवि खराब करने का आरोप लगाया। दूसरी ओर, BJP ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला अध्यक्ष को नोटिस जारी कर सात दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।
वायरल वीडियो की कहानी
खबरों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर रविवार, 25 मई, 2025 को दो सीसीटीवी फुटेज वायरल हुए, जो BJP के गोंडा जिला कार्यालय के बताए जा रहे हैं। पहली फुटेज में एक चार पहिया वाहन कार्यालय में आता दिख रहा है, जिसमें से जिला अध्यक्ष अमर किशोर कश्यप उतरते हैं। वह गेट पर आए एक व्यक्ति से बात करने लगते हैं। उसी दौरान वाहन से एक महिला उतरती है, जिसे अमर किशोर कार्यालय के अंदर जाने का इशारा करते हैं।
दूसरी फुटेज में अमर किशोर सीढ़ियों के पास उसी महिला को गले लगाते (आलिंगन करते) दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गया, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया। एक पार्टी पदाधिकारी ने इसकी शिकायत बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी से की और अमर किशोर पर शोषण का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। शिकायतकर्ता ने अपनी पहचान गोपनीय रखी है।
अमर किशोर की सफाई: ‘राजनीतिक साजिश’
वायरल वीडियो पर सफाई देते हुए बीजेपी जिला अध्यक्ष अमर किशोर कश्यप ने इसे राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा कि वीडियो में दिख रही महिला पार्टी की सक्रिय कार्यकर्ता है, जिसने फोन पर अपनी तबीयत खराब होने की जानकारी दी थी। इसके बाद वह उसे जिला कार्यालय लेकर आए। अमर किशोर ने दावा किया कि सीढ़ियां चढ़ते समय महिला को चक्कर आ गया, जिसके कारण उन्होंने उसे सहारा दिया।
उन्होंने सवाल उठाया कि अगर वीडियो 12 अप्रैल का है, तो इसे अब वायरल क्यों किया जा रहा है? उनके मुताबिक, यह विरोधियों की साजिश है, जो उनकी और पार्टी की छवि को खराब करना चाहते हैं। उन्होंने इस घटना को गलत तरीके से पेश करने की निंदा की और इसे राजनीतिक द्वेष का परिणाम बताया।
BJP का सख्त रुख: नोटिस जारी
BJP ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और अमर किशोर कश्यप को नोटिस जारी किया है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल ने कहा कि इस घटना से पार्टी की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के निर्देश पर जिला अध्यक्ष से सात दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है। शुक्ल ने चेतावनी दी कि अगर जवाब समय पर नहीं मिला या स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं हुआ, तो अमर किशोर पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर बहस और सवाल
वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे एक सामान्य घटना मान रहे हैं, जिसमें एक व्यक्ति ने बीमार महिला की मदद की, जबकि अन्य इसे अनुचित व्यवहार बताकर जिला अध्यक्ष की आलोचना कर रहे हैं। कई यूजर्स ने सवाल उठाया कि अगर यह महज मदद थी, तो वीडियो को इतने समय बाद वायरल क्यों किया गया। वहीं, कुछ ने इसे बीजेपी के भीतर की आंतरिक राजनीति से जोड़ा।
यह मामला न केवल अमर किशोर के व्यक्तिगत आचरण पर सवाल उठाता है, बल्कि राजनीतिक दलों की छवि और कार्यकर्ताओं के व्यवहार को लेकर भी चर्चा को जन्म दे रहा है। सीसीटीवी फुटेज की प्रामाणिकता और घटना के पीछे की असल मंशा अभी जांच का विषय है।
राजनीति में नैतिकता का सवाल
यह वायरल वीडियो न केवल एक स्थानीय BJP नेता के व्यवहार पर सवाल उठाता है, बल्कि राजनीति में नैतिकता और जिम्मेदारी जैसे मुद्दों को भी सामने लाता है। अमर किशोर का दावा है कि यह एक गलतफहमी और राजनीतिक साजिश का नतीजा है, लेकिन पार्टी का नोटिस और शिकायतकर्ता के गंभीर आरोप इस मामले को और जटिल बनाते हैं।
सोशल मीडिया के इस दौर में, जहां एक छोटा सा वीडियो पल भर में वायरल हो सकता है, नेताओं और सार्वजनिक हस्तियों को अपने व्यवहार में अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। यह मामला बीजेपी के लिए एक सबक हो सकता है कि पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के आचरण पर कड़ी नजर रखने की आवश्यकता है। अमर किशोर का स्पष्टीकरण और BJP की कार्रवाई इस मामले के भविष्य को तय करेगी, लेकिन यह घटना गोंडा की राजनीति में लंबे समय तक चर्चा का विषय बनी रहेगी।