OpenAI API ID Verification: सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक नई खबर ने हलचल मचा दी है। OpenAI, जिसने ChatGPT से दुनिया को चौंकाया, अब अपने API के भविष्य के AI मॉडल्स के लिए ID वेरिफिकेशन शुरू करने जा रहा है। ये खबर @btibor91 की सोशल मीडिया पर वायरल एक X पोस्ट से सामने आई है। क्या है ये नया नियम, और क्यों हो रही है इतनी चर्चा? आइए, आपको पूरी कहानी विस्तार से बताते हैं।
क्या है नया नियम?
OpenAI ने हाल ही में अपनी वेबसाइट पर एक सपोर्ट पेज जारी किया, जिसमें बताया गया कि कुछ भविष्य के AI मॉडल्स को इस्तेमाल करने के लिए डेवलपर्स को ID वेरिफिकेशन करना होगा। इस प्रक्रिया का नाम है Verified Organization, जो डेवलपर्स को OpenAI के “सबसे एडवांस्ड मॉडल्स और फीचर्स” तक पहुँच देगी। लेकिन इसके लिए चाहिए होगा एक सरकारी ID, जो OpenAI के सपोर्टेड देशों से हो। और हाँ, एक ID से हर 90 दिन में सिर्फ़ एक ऑर्गनाइज़ेशन वेरिफाई हो सकता है। यानी, जल्दबाज़ी की कोई गुंजाइश नहीं!
सोशल मीडिया पर इस खबर ने तहलका मचा दिया, जब एक X पोस्ट ने इसे “अगले रोमांचक मॉडल रिलीज़” की तैयारी बताया। “वेरिफिकेशन में बस कुछ मिनट लगते हैं,” पोस्ट में लिखा, “लेकिन सभी ऑर्गनाइज़ेशन्स अभी इसके लिए योग्य नहीं हैं।” इसका मतलब साफ है—OpenAI अपने प्लैटफॉर्म को और सख्त करना चाहता है।
क्यों लाया गया ये नियम?
OpenAI का कहना है कि वो AI को सभी के लिए सुलभ रखना चाहते हैं, लेकिन सुरक्षित तरीके से। TechCrunch की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ डेवलपर्स OpenAI के API का गलत इस्तेमाल करते हैं, जो उनकी नीतियों के खिलाफ है। “हमारी ज़िम्मेदारी है कि AI का यूज़ सुरक्षित हो,” OpenAI ने कहा। इस ID वेरिफिकेशन से वो असुरक्षित यूज़ को रोकना चाहते हैं, जैसे उत्तर कोरिया से जुड़े ग्रुप्स ने पहले किया था।
साथ ही, सोशल मीडिया पर चर्चा है कि ये कदम IP चोरी को रोकने के लिए भी हो सकता है। 2024 में Bloomberg ने बताया था कि चीन की DeepSeek लैब ने कथित तौर पर OpenAI के API से डेटा चुराकर अपने मॉडल्स ट्रेन किए। OpenAI ने तब चीन में अपनी सर्विसेज़ ब्लॉक कर दी थीं। अब ये नया नियम डेटा और टेक्नोलॉजी को और सुरक्षित रखने की कोशिश है।
सोशल मीडिया पर क्या बोले लोग?
सोशल मीडिया, खासकर X, पर इस खबर ने कई सवाल उठाए। कुछ यूज़र्स ने इसे अच्छा कदम बताया, क्योंकि इससे AI का गलत इस्तेमाल रुकेगा। एक X पोस्ट में लिखा गया, “Verified Organization डेवलपर्स को नए मॉडल्स के लिए तैयार करेगा।” लेकिन कुछ डेवलपर्स चिंतित हैं कि सीमित एक्सेस उनकी क्रिएटिविटी पर असर डालेगा। “सभी ऑर्गनाइज़ेशन्स योग्य नहीं होंगे, ये थोड़ा सख्त है,” एक यूज़र ने लिखा। फिर भी, OpenAI ने साफ किया कि मौजूदा मॉडल्स बिना वेरिफिकेशन यूज़ हो सकते हैं, और भविष्य में शायद ज़रूरी मॉडल्स सबके लिए खुलें।
क्या होगा असर?
ये ID वेरिफिकेशन OpenAI की रणनीति का हिस्सा है, जो AI की ताकत को बढ़ाने के साथ-साथ उसकी ज़िम्मेदारी भी लेता है। सोशल मीडिया पर लोग इसे टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक बड़े बदलाव के रूप में देख रहे हैं। डेवलपर्स के लिए ये एक नई चुनौती हो सकती है, लेकिन OpenAI का कहना है कि इससे AI का भविष्य सुरक्षित होगा। “हम चाहते हैं कि डेवलपर्स हमारे प्लैटफॉर्म पर खुलकर काम करें, लेकिन नियमों के साथ,” OpenAI ने कहा।
आगे क्या?
सोशल मीडिया और टेक की दुनिया इस खबर पर नज़र रखेगी। OpenAI ने अभी साफ नहीं किया कि कौन से मॉडल्स (जैसे GPT-5 या o3) इस वेरिफिकेशन के दायरे में आएँगे। लेकिन वायरल चर्चाओं से लगता है कि कुछ बड़ा होने वाला है। क्या ये नियम AI को और भरोसेमंद बनाएगा, या डेवलपर्स के लिए नई रुकावट लाएगा? ये सवाल अभी हवा में हैं। संवादिका आपके लिए हर अपडेट लाएगी!