बरेली, उत्तर प्रदेश: बरेली में एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। पति से अलग रह रही 26 वर्षीय मीरा की उसके प्रेमी आसिफ उर्फ गुड्डू ने गला दबाकर हत्या कर दी और फरार हो गया। यह वारदात 4 जून 2025 को बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र की रामगंगानगर कॉलोनी में हुई। मीरा का 4 साल का बेटा कमरे में रोता हुआ मिला, जिसके बाद पड़ोसियों ने लाश देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश में तीन टीमें गठित की हैं।
पति से विवाद, फिर प्रेम का जाल
जानकारी के अनुसार, पीलीभीत के रिचौला गाँव की रहने वाली मीरा की शादी बरेली के पवन से हुई थी। घरेलू विवाद के बाद वह अपने 4 साल के बेटे के साथ अलग रहने लगी। इसी दौरान उसकी मुलाकात बरेली के आसिफ उर्फ गुड्डू से हुई। आसिफ ने पति से सुलह का वादा कर मीरा का भरोसा जीता और धीरे-धीरे दोनों करीब आ गए। दोनों डेढ़ साल तक रामगंगानगर कॉलोनी में एक मकान में साथ रहे। लेकिन जब आसिफ का मीरा से मन भर गया, तो उसने 4 जून को उसके मासूम बेटे के सामने ही उसका गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद वह लाश को कमरे में बंद कर फरार हो गया।
बच्चे के रोने से खुला राज
पड़ोसियों ने बंद कमरे से मीरा के बेटे के रोने की आवाज़ सुनी। दरवाज़ा खोलकर देखा तो मीरा की लाश फर्श पर पड़ी थी। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि मीरा की मौत गला और मुँह दबाने से हुई। एसपी नॉर्थ मुकेश चंद्र मिश्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि मीरा के पिता की तहरीर पर आसिफ के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने तीन टीमों को आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगाया है, और उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।
परिवार का दर्द और विश्वासघात
मीरा के रिश्तेदार राधेश्याम ने बताया कि छोटे-मोटे विवाद के बाद मीरा ने पति को छोड़ा और नई ज़िंदगी की तलाश में आसिफ पर भरोसा किया। लेकिन उसे क्या पता था कि मदद का नाटक करने वाला आसिफ उसकी जान का दुश्मन बन जाएगा। इस घटना ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। बच्चे का रोना और माँ की मौत की त्रासदी ने पूरे मोहल्ले को हिलाकर रख दिया।
विश्वासघात और सजा की माँग
यह घटना प्रेम के नाम पर विश्वासघात की क्रूर सच्चाई को उजागर करती है। यह समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि रिश्तों में भरोसे और सुरक्षा की कितनी ज़रूरत है। यह पुलिस और प्रशासन से ऐसे अपराधियों पर कठोर कार्रवाई की माँग करती है, ताकि मासूम बच्चों और परिवारों को ऐसी त्रासदी से बचाया जा सके।