बांदा, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक शादी उस समय चर्चा का विषय बन गई, जब दुल्हन ने स्टेज पर आने और वरमाला (Varmala) की रस्म निभाने से इनकार कर दिया। दूल्हा घंटों इंतजार करता रहा, लेकिन दुल्हन के फैसले के बाद बारात को बिना दुल्हन के वापस लौटना पड़ा। वर पक्ष ने दुल्हन के मानसिक संतुलन पर सवाल उठाए, जबकि दोनों पक्षों के बीच रातभर चली बातचीत बेनतीजा रही। यह घटना नरैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गाँव में रविवार, 11 मई 2025 को हुई।
मैरिज हॉल में बिगड़ा माहौल
स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक, नरैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गाँव की युवती की शादी कस्बे के एक प्रतिष्ठित परिवार के युवक के साथ तय हुई थी। शादी का आयोजन अतर्रा मार्ग पर स्थित एक मैरिज हॉल (Marriage Hall) में किया गया था। रविवार को दोनों पक्ष वहाँ पहुँचे, और द्वारचार की रस्म (Dwarchar) पूरी हो गई। इसके बाद वरमाला की रस्म होनी थी, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी दुल्हन स्टेज पर नहीं आई। इससे बारातियों और घरातियों के बीच खुसर-पुसर शुरू हो गई। मेहमानों में चर्चा होने लगी कि आखिर शादी में देरी क्यों हो रही है।
दुल्हन का शादी से इनकार
वर पक्ष के कुछ लोग दुल्हन के पास गए और देरी का कारण पूछा। इस दौरान युवती ने साफ-साफ शादी से इनकार कर दिया। उसने वरमाला की रस्म में शामिल होने और शादी आगे बढ़ाने से मना कर दिया। इस अप्रत्याशित फैसले से दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया। मैरिज हॉल में रातभर दोनों पक्षों के बीच बातचीत और पंचायत (Panchayat) चलती रही, लेकिन कोई सहमति नहीं बन सकी। दुल्हन अपने फैसले पर अड़ी रही, और आखिरकार वर पक्ष को निराशा हाथ लगी।
बिना दुल्हन लौटी बारात
लंबी बातचीत के बाद भी जब कोई नतीजा नहीं निकला, तो सुबह बारात को बिना दुल्हन के वापस लौटना पड़ा। वर पक्ष ने दुल्हन के इस फैसले के लिए उसके मानसिक संतुलन (Mental Stability) पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि युवती का व्यवहार सामान्य नहीं था, जिसके चलते शादी टूट गई। हालांकि, दुल्हन पक्ष ने इस आरोप पर कोई टिप्पणी नहीं की। इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच खूब चर्चा बटोरी, और कई लोग दुल्हन के इस फैसले की वजह जानने को उत्सुक हैं।
सामाजिक और पारिवारिक सवाल
यह घटना नरैनी क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। कुछ लोग दुल्हन के फैसले को उसकी व्यक्तिगत पसंद और साहस से जोड़कर देख रहे हैं, तो कुछ इसे पारिवारिक और सामाजिक दबाव का नतीजा मान रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की है, क्योंकि दोनों पक्षों ने कानूनी कार्रवाई से बचने का फैसला किया। फिर भी, इस घटना ने शादी जैसे सामाजिक आयोजनों में आपसी समझ और संवाद की अहमियत को फिर से उजागर किया है।