बरेली में चौंकाने वाला मामला: 10 बच्चों का बाप, 3 बीवियों का शौहर, कुंवारा बताकर किया चौथा निकाह

Bareilly News: बरेली में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहाँ 10 बच्चों के पिता और तीन बीवियों के शौहर ने खुद को कुंवारा बताकर चौथा निकाह कर लिया। युवती को धोखा देने के बाद उसके गहने छीन लिए गए और उसे घर से निकाल दिया गया। पुलिस ने शुरुआत में शिकायत नहीं सुनी, लेकिन एडीजी के हस्तक्षेप के बाद FIR दर्ज हुई। आरोपी फरार है और जांच जारी है।

Samvadika Desk
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बरेली में पीड़िता के साथ धोखे से किया निकाह। (AI जनित प्रतीकात्मक इमेज)
Highlights
  • बरेली में युवक ने झूठ बोलकर किया चौथा निकाह
  • 10 बच्चों का बाप, 3 बीवियों के बावजूद बताया खुद को कुंवारा
  • विरोध करने पर युवती के गहने छीने और घर से निकाला
  • एडीजी के दखल के बाद FIR दर्ज, आरोपी नवाबशाह अब भी फरार

बरेली, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक सनसनीखेज घटना ने सभी को हैरान कर दिया। एक शख्स, जो पहले से तीन बीवियों का पति और 10 बच्चों का पिता है, ने खुद को कुंवारा बताकर बिहार की एक युवती से चौथा निकाह रचा। जब युवती को अपने पति की सच्चाई का पता चला, तो उसने विरोध किया। इसके बाद पति ने उसके गहने छीन लिए और उसे घर से निकाल दिया। पीड़िता की शिकायत पर एडीजी के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने आरोपी नवाबशाह के खिलाफ मामला दर्ज किया है, लेकिन वह फरार है।

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झूठ बोलकर रचाया निकाह

स्थानीय अखबार पत्रिका के मुताबिक, बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के जादौंपुर गाँव निवासी नवाबशाह ने बिहार के पूर्णिया जिले के रहने वाले अपने परिचित नौरेज के जरिए यह निकाह रचाया। नौरेज बदायूँ के सखानूं कस्बे में रहता है। नवाबशाह ने नौरेज को खुद को कुंवारा बताकर शादी की इच्छा जताई। नौरेज ने बिहार से युवती के माता-पिता को बुलाया और नवाबशाह का घर-द्वार दिखाया।

नवाबशाह ने युवती के परिजनों को झूठे दस्तावेज दिखाकर अपनी संपत्ति का बखान किया। उसने दावा किया कि उसके पास बरेली के रामपुर रोड पर 265 गज का प्लॉट और बहेड़ी में 584 गज का तालाब है, जहाँ वह मछली पालन करता है। उसने तालाब को पाटकर प्लास्टिक फैक्ट्री खोलने की योजना की भी बात की। परिजनों को भरोसे में लेकर 22 दिसंबर 2024 को बिहार में नवाबशाह और युवती का निकाह करा दिया गया। निकाह में युवती को सोने के गहने और अन्य कीमती सामान भी दिए गए।

ससुराल में खुला सच

निकाह के बाद जब युवती बरेली में अपने ससुराल पहुँची, तो उसे धीरे-धीरे नवाबशाह की सच्चाई का पता चला। नवाबशाह की तीन बीवियाँ पहले से थीं, जो अलग-अलग जगहों पर रहती थीं। उसकी पहली पत्नी जादौंपुर में पाँच बच्चों के साथ, दूसरी पत्नी इज्जतनगर के परतापुर में चार बच्चों के साथ, और तीसरी पत्नी आंवला में एक बच्चे के साथ रहती है। नवाबशाह ने अपनी तीनों पत्नियों को घर से अलग रखा था, ताकि उसकी चौथी शादी का सच सामने न आए।

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विरोध पर गहने छीने, घर से निकाला

जब युवती को नवाबशाह की हकीकत पता चली, तो उसने इसका विरोध किया। इस पर नवाबशाह ने उसका सारा सामान और गहने छीन लिए, जो निकाह में मिले थे। उसने युवती को घर से निकालते हुए धमकी दी कि अगर उसने शिकायत की, तो वह उसे किसी मुकदमे में फँसाकर जेल भिजवा देगा या जान से मार देगा। नवाबशाह ने कहा कि अब जब उसे उसकी पत्नियों का पता चल गया है, तो वह बिहार वापस चली जाए।

पुलिस में शिकायत, एडीजी का हस्तक्षेप

युवती ने हिम्मत दिखाते हुए भोजीपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने शुरू में उसकी बात नहीं सुनी। इसके बाद वह बरेली के एडीजी रमित शर्मा से मिली और अपनी आपबीती सुनाई। एडीजी ने भोजीपुरा थाने के प्रभारी निरीक्षक को तुरंत मामला दर्ज करने और जाँच शुरू करने का आदेश दिया। पुलिस ने नवाबशाह के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

आरोपी फरार, जाँच जारी

भोजीपुरा थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रवीन सोलंकी ने बताया कि नवाबशाह कई साल पहले अपना मकान बेचकर कहीं चला गया है, और उसका मौजूदा ठिकाना पता नहीं चल रहा है। पीड़िता भी शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस के संपर्क में नहीं है। पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है और जल्द ही कार्रवाई का दावा किया है।

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सामाजिक और कानूनी सवाल

यह घटना समाज में धोखाधड़ी और महिलाओं के साथ होने वाले अन्याय को उजागर करती है। नवाबशाह ने न केवल युवती और उसके परिवार को झूठ बोलकर ठगा, बल्कि उसकी जिंदगी को भी संकट में डाल दिया। यह मामला यह सवाल उठाता है कि क्या समाज में महिलाओं को शादी जैसे महत्वपूर्ण फैसले में धोखे का शिकार होने से बचाने के लिए और सख्त कानूनों की जरूरत है?

साथ ही, यह घटना पुलिस की शुरूआती निष्क्रियता पर भी सवाल खड़े करती है। अगर पीड़िता को एडीजी तक नहीं जाना पड़ता, तो शायद उसकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई नहीं होती। यह पुलिस व्यवस्था में संवेदनशीलता और तत्परता की कमी को दर्शाता है।

इंसाफ की उम्मीद

बरेली का यह मामला न केवल एक व्यक्ति की धोखाधड़ी की कहानी है, बल्कि यह समाज में नैतिकता और विश्वास की कमी को भी उजागर करता है। नवाबशाह जैसे लोग, जो अपनी सच्चाई छिपाकर मासूम लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं, समाज के लिए एक चुनौती हैं। पीड़िता की हिम्मत और एडीजी के हस्तक्षेप ने इस मामले को सामने लाया, लेकिन नवाबशाह की फरारी ने इंसाफ की राह को मुश्किल बना दिया है।

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पुलिस की जाँच और नवाबशाह की गिरफ्तारी इस मामले की दिशा तय करेगी। यह घटना समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि शादी जैसे पवित्र बंधन को धोखे का हथियार बनने से कैसे रोका जाए। पीड़िता और उसके परिवार को अब इंसाफ की उम्मीद है, और यह केस समाज के लिए एक सबक है कि सच को छिपाकर कोई रिश्ता लंबे समय तक नहीं चल सकता।

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