मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद के सिविल लाइंस क्षेत्र में एक सनसनीखेज हनी ट्रैप का मामला सामने आया है। दो महिलाओं और उनके चार साथियों ने 72 वर्षीय रिटायर्ड सहकारिता सचिव को फ्लैट पर बुलाकर फंसाया और 10 लाख रुपये की रंगदारी माँगी। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 50 हजार रुपये ऐंठे और बुजुर्ग को उनकी ही कार में अगवा कर लिया। पुलिस ने घेराबंदी कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि दो फरार हो गए।
व्हाट्सएप पर शुरू हुआ जाल
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, ठाकुरद्वारा निवासी 72 वर्षीय रूप किशोर, जो सहकारिता विभाग से रिटायर्ड सचिव हैं और अब ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं, को पाँच दिन पहले व्हाट्सएप पर एक महिला ने मैसेज किया। उसने दोस्ती का झांसा देकर बातचीत शुरू की और फिर वीडियो कॉल पर संपर्क बढ़ाया। मंगलवार शाम को महिला ने रूप किशोर को सिविल लाइंस के दीन दयाल नगर कॉलोनी में एक फ्लैट पर मिलने बुलाया।
फ्लैट में हनी ट्रैप
रूप किशोर जैसे ही फ्लैट के कमरे में पहुँचे, महिला ने उन्हें अंदर ले लिया। तभी दूसरी महिला और चार पुरुष, जो पहले से छिपे थे, बाहर आए। उन्होंने रूप किशोर का वीडियो बनाया और इसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। आरोपियों ने 10 लाख रुपये की माँग की और जेल भेजने की धमकी दी। डर के मारे रूप किशोर ने 50 हजार रुपये दे दिए।
अगवा कर ले गए ठाकुरद्वारा
आरोपियों को बाकी रकम पर भरोसा नहीं हुआ। उन्होंने रूप किशोर को उनकी ही कार में बंधक बनाकर ठाकुरद्वारा ले जाना शुरू किया। रास्ते में सिविल लाइंस के चक्का पुल पर कांवड़ यात्रा के लिए तैनात पुलिस को देखकर रूप किशोर ने शोर मचाया। पुलिस ने तुरंत कार को रोका और घेराबंदी की।
चार गिरफ्तार, दो फरार
पुलिस ने कार से चार आरोपियों—महक उर्फ फरीदा (38, नागफनी, दीवान का बाजार), रानी (28, नागफनी, गुलाब का बाग), राहुल शर्मा (30, मझोला, एकता कॉलोनी), और राधेश्याम (30, मूंढापांडे, चंदनपुर इशापुर)—को गिरफ्तार किया। दो अन्य साथी, अमन और सोनू शर्मा, दूसरी कार से फरार हो गए। पुलिस ने 40 हजार रुपये बरामद किए।
कोर्ट में पेश, जेल भेजे गए
एसपी सिटी कुमार रण विजय सिंह ने स्थानीय रिपोर्टर को बताया कि बुधवार शाम को चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। फरार अमन और सोनू की तलाश जारी है। पुलिस इस हनी ट्रैप नेटवर्क की जड़ तक पहुँचने के लिए जाँच कर रही है।
सामाजिक और कानूनी सवाल
यह मामला सोशल मीडिया के दुरुपयोग और हनी ट्रैप जैसे अपराधों को उजागर करता है। यह समाज से सतर्कता और बुजुर्गों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने की माँग करता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े अपराध को रोक लिया, लेकिन फरार आरोपियों की तलाश चुनौती बनी हुई है।

