अररिया, बिहार: बिहार के अररिया जिले में एक शादीशुदा महिला का अपने जेठ के साथ 9 साल से चला आ रहा अवैध संबंध उस समय उजागर हुआ, जब पति ने दोनों को नेपाल के एक होटल में रंगेहाथ पकड़ लिया। कोहलिया पंचायत का यह मामला न केवल पारिवारिक विश्वास को तार-तार करता है, बल्कि सामाजिक मर्यादाओं पर भी सवाल उठाता है। पति की शिकायत पर फारबिसगंज पुलिस ने दोनों से बॉन्ड भरवाया, लेकिन इस प्रकरण ने स्थानीय समुदाय में हलचल मचा दी है।
जेठ-बहू का अफेयर और नेपाल में हनीमून
खबरों के मुताबिक, अररिया के कोहलिया पंचायत में रहने वाले एक युवक की पत्नी का उसके बड़े भाई (जेठ) के साथ पिछले 9 साल से अवैध संबंध था। दोनों अक्सर हनीमून के लिए नेपाल जाया करते थे। इस बार भी वे नेपाल के एक होटल में रंगरेलियां मना रहे थे, जब पति को उनकी गतिविधियों की भनक लगी। वह तुरंत नेपाल पहुंचा और दोनों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया।
होटल में हंगामा हुआ, और मामला फारबिसगंज थाने तक पहुंच गया। पति ने पुलिस से शिकायत की, “मेरी पत्नी और मेरा भाई 9 साल से मुझे धोखा दे रहे हैं। मेरी 7 साल की बेटी है, लेकिन पत्नी ने उसका भी ख्याल नहीं किया। दोनों को सजा मिलनी चाहिए।”
पुराना विवाद और मारपीट का इतिहास
यह पहली बार नहीं था जब पति ने इस अफेयर की शिकायत की। करीब एक साल पहले भी उसने फारबिसगंज थाने में लिखित शिकायत दी थी, जिसमें उसने जेठ और पत्नी के अवैध संबंधों का जिक्र किया था। उसने यह भी आरोप लगाया था कि जब उसने दोनों को टोका, तो पत्नी और जेठ ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी। उस समय पंचायत और ग्रामीण जनप्रतिनिधियों की मध्यस्थता से मामला सुलझा लिया गया, और पति ने अपनी शिकायत वापस ले ली।
हालांकि, सुलह के बाद भी जेठ और बहू के बीच संबंध खत्म नहीं हुए। उल्टा, जेठ ने अपनी पत्नी पर अत्याचार शुरू कर दिए, जिसके चलते उसकी पत्नी घर छोड़कर चली गई। इसके बाद जेठ और बहू ने खुलेआम अपने रिश्ते को जारी रखा, जिसकी चर्चा पूरे गांव में होने लगी।
पति का दर्द: “बेटी का भी नहीं रखा ख्याल”
पीड़ित पति ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा, “मैंने प्यार से भी पत्नी को समझाने की कोशिश की। मैंने अपनी 7 साल की बेटी का हवाला दिया कि वह एक मां है, उसे सुधर जाना चाहिए। लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ। मेरा भाई और मेरी पत्नी बार-बार नेपाल हनीमून के लिए जाते थे। इस बार मुझे पता चल गया, और मैंने उन्हें होटल में पकड़ लिया।”
पति ने बताया कि जब उसने दोनों को टोका, तो उल्टा उसकी पिटाई कर दी गई। वह चाहता है कि दोनों को उनके कृत्यों की सजा मिले। उसने यह भी कहा कि उसकी पत्नी ने अपनी बेटी की परवरिश और पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई और बॉन्ड
फारबिसगंज पुलिस ने पति की शिकायत पर जेठ और पत्नी को थाने बुलाया। जांच में पता चला कि दोनों ने होटल में वैध कागजात के साथ कमरा बुक किया था। पुलिस ने दोनों से एक बॉन्ड भरवाया और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मध्यस्थता के बाद उन्हें छोड़ दिया। पुलिस का कहना है कि मामला पारिवारिक विवाद का है, और इसकी गहराई से जांच की जा रही है।
जेठ की पत्नी का दुख और सामाजिक चर्चा
इस प्रकरण ने जेठ की पत्नी की जिंदगी को भी प्रभावित किया। जेठ ने छोटे भाई की पत्नी के चक्कर में अपनी पत्नी पर अत्याचार किए, जिसके चलते वह घर छोड़कर चली गई। गांव में जेठ और बहू के रिश्ते की खुलेआम चर्चा हो रही थी, लेकिन दोनों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। यह मामला न केवल पारिवारिक रिश्तों की मर्यादा को तोड़ता है, बल्कि सामाजिक मूल्यों पर भी सवाल उठाता है।
रिश्तों में धोखा और सामाजिक सबक
यह मामला एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर और पारिवारिक विश्वासघात की एक दुखद कहानी है। 9 साल तक चले इस अवैध संबंध ने न केवल एक परिवार को तोड़ा, बल्कि एक मासूम बच्ची के भविष्य पर भी सवाल खड़े किए।
यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि रिश्तों में ईमानदारी और जिम्मेदारी सबसे अहम है। साथ ही, यह भी सिखाती है कि पारिवारिक विवादों को समय रहते सुलझाना जरूरी है, वरना वे और जटिल हो सकते हैं। फारबिसगंज पुलिस की कार्रवाई और पंचायत की मध्यस्थता ने इस मामले को फिलहाल शांत किया है, लेकिन यह प्रकरण अररिया में लंबे समय तक चर्चा का विषय बना रहेगा।