बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक ऐसी घटना ने सबको हैरान कर दिया, जिसने रिश्तों की परिभाषा पर सवाल उठा दिए। फतेहगढ़ गांव में एक महिला का अपने दूर के रिश्ते के भतीजे के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। जब पति ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा, तो उसने न तो गुस्सा दिखाया, न बवाल किया। इसके बजाय, वह अपनी पत्नी और तीन बच्चों को उसी प्रेमी को सौंपकर थाने से शुभकामनाएँ देकर चला गया। यह मामला अब सोशल मीडिया पर तीखी बहस का कारण बन गया है।
घर में अकेली थी चाची, भतीजा आया और…
यह सनसनीखेज घटना बुलंदशहर के अहमदगढ़ थाना क्षेत्र के फतेहगढ़ गांव में 29 मई 2025 को सामने आई। खबरों के अनुसार, गांव की एक महिला का पड़ोस में रहने वाले एक युवक के साथ कई दिनों से अफेयर चल रहा था। यह युवक दूर की रिश्तेदारी में उसका भतीजा था। उस दिन महिला घर में अकेली थी। मौका पाकर भतीजा उसके घर पहुँच गया। दोनों कमरे में एकांत में थे, लेकिन तभी महिला का पति अचानक घर लौट आया।
पति ने अपनी पत्नी को भतीजे के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। उसे पहले से ही इस रिश्ते की भनक थी, लेकिन इस बार सबूत सामने थे। आमतौर पर ऐसी स्थिति में झगड़ा या मारपीट की उम्मीद होती है, लेकिन पति ने ऐसा कुछ नहीं किया। उसने शांत मन से दोनों को थाने ले जाने का फैसला किया।
थाने में पति का चौंकाने वाला फैसला
अहमदगढ़ थाने में पति ने जो कदम उठाया, उसने सभी को स्तब्ध कर दिया। उसने न तो पत्नी पर गुस्सा निकाला, न ही प्रेमी के खिलाफ कोई हिंसक कार्रवाई की। इसके बजाय, उसने अपनी पत्नी और तीन बच्चों को उसी युवक को “सौंप” दिया, जिसके साथ पत्नी का अफेयर था। इतना ही नहीं, पति ने प्रेमी जोड़े को साथ रहने की शुभकामनाएँ दीं और इस पूरे घटनाक्रम को लिखित रूप में पुलिस को सौंप दिया।
पति ने थाने में कहा, “मैं अपनी पत्नी और बच्चों को उसके प्रेमी के साथ भेज रहा हूँ। उन्हें खुशी-खुशी रहने दें।” इस अनोखे फैसले ने पुलिसकर्मियों और वहाँ मौजूद लोगों को भी हैरान कर दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से यह निर्णय लिया, और कोई कानूनी कार्रवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
गांव और सोशल मीडिया पर हंगामा
यह घटना फतेहगढ़ गांव और आसपास के इलाकों में चर्चा का केंद्र बन गई। कुछ लोग पति के इस फैसले को “महानता” बता रहे हैं, उनका कहना है कि उसने शांति और समझदारी से स्थिति को संभाला। वहीं, कुछ लोग इसे परिवार और सामाजिक मूल्यों के लिए शर्मनाक मान रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “ऐसा फैसला रिश्तों की पवित्रता को ठेस पहुँचाता है। पत्नी और भतीजे का रिश्ता पहले ही गलत था, और पति का यह कदम और अजीब है।”
सोशल मीडिया पर यह मामला वायरल हो गया है। लोग इसे बॉलीवुड फिल्मों जैसे “सात दिन” से जोड़ रहे हैं, जहाँ रिश्तों की उलझनें और अप्रत्याशित फैसले दिखाए जाते हैं। कुछ यूजर्स ने पति की तारीफ की, तो कुछ ने इस रिश्ते को अनैतिक बताया। एक यूजर ने लिखा, “पति ने जो किया, वह या तो बहुत बड़ा दिल दिखाता है या फिर उसकी मजबूरी। लेकिन यह समाज के लिए गलत उदाहरण है।”
रिश्तों पर सवाल
चाची और भतीजे का यह प्रेम-प्रसंग रिश्तों की मर्यादा पर सवाल उठाता है। परिवार में भरोसा और सम्मान की जगह धोखे ने ले ली। पति का अपनी पत्नी और बच्चों को प्रेमी को सौंपना भले ही शांतिपूर्ण रहा, लेकिन यह तीन बच्चों के भविष्य और सामाजिक ढांचे पर गहरे सवाल छोड़ गया। क्या पति का यह फैसला उसकी उदारता थी, या फिर वह और टकराव से बचना चाहता था? यह सवाल अब बहस का हिस्सा है।
पुलिस की भूमिका
अहमदगढ़ थाना पुलिस ने इस मामले को आपसी सहमति से सुलझा लिया। चूंकि पति ने कोई कानूनी कार्रवाई की मांग नहीं की, इसलिए पुलिस ने इसे परिवारिक विवाद मानकर बंद कर दिया। हालांकि, पुलिस ने लिखित सहमति पत्र को रिकॉर्ड में रखा, ताकि भविष्य में कोई विवाद न हो। इस घटना ने पुलिस को भी सोचेत कर दिया है कि ऐसे मामलों में संवेदनशीलता से काम लेना जरूरी है।