मुजफ्फरपुर, बिहार: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक सनसनीखेज मामले ने सबको झकझोर कर रख दिया। एक आठवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा को अगवा कर दुष्कर्म करने के आरोपित मुकेश राय ने गुरुवार, 5 जून 2025 को उस वक्त कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जब पुलिस ने उसके घर पर बुलडोजर चलाना शुरू किया। कोर्ट ने पहले ही कुर्की-जब्ती का वारंट जारी किया था। जैसे ही आरोपित के सरेंडर की खबर पुलिस को मिली, बुलडोजर की कार्रवाई रोक दी गई। इस मामले में उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
टेडी बियर का लालच देकर अपहरण
खबरों के मुताबिक, घटना पिछले शनिवार, 31 मई 2025 की रात की है। मुजफ्फरपुर के एक गाँव में रहने वाले मुकेश राय ने आठवीं कक्षा की एक नाबालिग छात्रा को टेडी बियर दिलाने का लालच देकर अपनी कार में अगवा कर लिया। इसके बाद उसने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया और बेरहमी से उसकी पिटाई की। पीड़िता की शिकायत के बाद मामला सामने आया, लेकिन मुकेश फरार हो गया। महिला थाना पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया।
बुलडोजर कार्रवाई और सरेंडर
मुकेश की गिरफ्तारी न होने पर पुलिस ने सख्त कदम उठाया। गुरुवार, 5 जून 2025 को कोर्ट से कुर्की-जब्ती का आदेश लेकर पुलिस उसके घर पहुँची और बुलडोजर से घर तोड़ना शुरू किया। इस कार्रवाई की खबर मिलते ही मुकेश ने घबराकर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। उसके सरेंडर के बाद पुलिस ने बुलडोजर रोक दिया। कोर्ट ने उसे हिरासत में ले लिया, और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई।
सरकार की सख्ती
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने इस मामले में कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि ऐसी जघन्य घटनाओं में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। राज्य के पंचायती राज मंत्री और कुढ़नी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने भी बयान दिया, “दुष्कर्म जैसे अपराधों के दोषियों के खिलाफ सरकार का रुख सख्त है। चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का हो, उसके घर पर बुलडोजर चलेगा।” यह बयान बिहार में अपराधियों पर नकेल कसने की सरकार की मंशा को दर्शाता है।
पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
मामले में शुरुआती कार्रवाई में ढिलाई बरतने के आरोप में SSP सुशील कुमार ने तुर्की थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार, ODI पदाधिकारी मंजर आलम, और एक अन्य पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया। SSP ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। पुलिस अब मामले की गहराई से जाँच कर रही है, ताकि सभी तथ्य सामने आएँ और दोषी को सजा मिले।
समाज में आक्रोश
इस घटना ने मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों में गुस्से की लहर दौड़ा दी है। नाबालिग के साथ हुई हैवानियत ने लोगों को स्तब्ध कर दिया। स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों ने दोषी को कड़ी सजा की माँग की है। यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता पैदा करता है।