मुंबई, मनोरंजन डेस्क: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता विनोद खन्ना अपने शानदार अभिनय और आकर्षक व्यक्तित्व के लिए हमेशा याद किए जाते हैं। 70-80 के दशक में राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन जैसे सितारों को टक्कर देने वाले विनोद की निजी जिंदगी भी सुर्खियों में रही। खासतौर पर 1988 में 12 साल छोटी एक्ट्रेस अमृता सिंह के साथ उनके एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर ने खूब चर्चा बटोरी। यह प्रेम कहानी फिल्म बंटवारा की शूटिंग के दौरान शुरू हुई और न केवल उनकी निजी जिंदगी, बल्कि सामाजिक और नैतिक सवालों को भी सामने लाई।
बंटवारा के सेट पर नजदीकियाँ
1988 में राजस्थान में फिल्म बंटवारा की शूटिंग के दौरान विनोद खन्ना (41) और अमृता सिंह (29) की मुलाकात हुई। शुरुआती शेड्यूल में विनोद सेट पर कम बोलते और अलग रहते थे, लेकिन दूसरे शेड्यूल में उनकी और अमृता की नजदीकियाँ बढ़ने लगीं। दोनों के बीच प्रेम संबंध की शुरुआत हुई, हालाँकि अमृता को पता था कि विनोद शादीशुदा हैं और उनकी पत्नी गीतांजलि के साथ उनके दो बच्चे हैं। इस रिश्ते ने उस समय बॉलीवुड के गलियारों में हलचल मचा दी, क्योंकि विनोद की शादीशुदा स्थिति इसे सामाजिक रूप से विवादास्पद बनाती थी।
गुप्त रिश्ता और ब्रेकअप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विनोद और अमृता ने अपने रिश्ते को कुछ समय तक छिपाकर रखा और गुपचुप डेटिंग की। लेकिन यह प्रेम कहानी ज्यादा लंबी नहीं चली। कुछ सालों बाद दोनों का ब्रेकअप हो गया। विनोद अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गए, जबकि अमृता के लिए इस रिश्ते को भूलना मुश्किल था। समय के साथ अमृता ने भी अपनी जिंदगी को नई दिशा दी और बाद में सैफ अली खान से शादी की। इस रिश्ते ने विनोद की इमेज को विवादों में लपेटा और उनकी पर्सनल लाइफ पर कई सवाल उठाए।
विवाद और स्टारडम
विनोद खन्ना का आकर्षण और स्टारडम उन्हें लाखों दिलों की धड़कन बनाता था, लेकिन इस अफेयर ने उनकी शादीशुदा जिंदगी पर सवाल खड़े किए। उस दौर की मैगजीन और अखबारों में यह खबरें छाई रहीं, जिसने विनोद की प्रोफेशनल और निजी जिंदगी को प्रभावित किया। यह प्रकरण बॉलीवुड में एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर्स की चर्चाओं का हिस्सा बन गया।
प्रेम, नैतिकता और सामाजिक नजरिया
विनोद खन्ना और अमृता सिंह का यह रिश्ता प्रेम की भावनाओं और शादीशुदा जिंदगी की जिम्मेदारियों के बीच टकराव को दर्शाता है। यह कहानी बॉलीवुड की चमक-दमक के पीछे छिपे मानवीय रिश्तों की जटिलताओं को सामने लाती है। यह उस समय के सामाजिक दृष्टिकोण को भी उजागर करती है, जब व्यक्तिगत फैसले और नैतिकता पर खुली बहस होती थी। यह प्रकरण विनोद और अमृता की जिंदगी का एक हिस्सा रहा, जो आज भी बॉलीवुड के इतिहास में चर्चा का विषय है।