फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में आगरा-कानपुर नेशनल हाईवे पर शुक्रवार, 27 जून 2025 की रात एक कपल की शर्मनाक और खतरनाक हरकत ने सनसनी मचा दी। रात करीब 10 बजे एक युवक और युवती चलती बाइक पर रोमांस करते नजर आए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। युवती बाइक की पेट्रोल टंकी पर लेटी थी, जबकि युवक बाइक चला रहा था। इस लापरवाही ने न केवल सड़क सुरक्षा को खतरे में डाला, बल्कि राहगीरों को भी हैरान कर दिया। फिरोजाबाद पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए जाँच शुरू कर दी है।
हाईवे पर खुलेआम अश्लीलता: बाइक पर कपल का रोमांस
आगरा-कानपुर नेशनल हाईवे पर हुई इस घटना ने सड़क सुरक्षा और सामाजिक मर्यादाओं पर सवाल खड़े कर दिए। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि युवती बाइक की टंकी पर लेटकर युवक के साथ रोमांस कर रही थी। राहगीरों ने जब उन्हें टोका, तो कपल ने उल्टा जवाब दिया। एक राहगीर ने कहा, “यह गलत है, घर में ऐसी हरकत करो या कमरा ले लो।” जवाब में युवक ने कहा, “अपना काम करो, हमें डिस्टर्ब मत करो।” युवती ने भी तल्खी से कहा, “Don’t Disturb Me।” इस बेपरवाह रवैये ने लोगों को और नाराज कर दिया, जिसके बाद राहगीरों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
सोशल मीडिया पर हंगामा
वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं। अधिकांश लोग इस कपल की हरकत को शर्मनाक बताते हुए इसे सड़क सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा मान रहे हैं। कई यूजर्स ने इसे तथाकथित ‘मॉडर्न’ बनने की होड़ में बेशर्मी का उदाहरण कहा है, जबकि कुछ ने पुलिस से त्वरित और कड़ी कार्रवाई की माँग की है। यह घटना गौतमबुद्ध नगर में हाल ही में घटी एक ऐसी ही घटना की याद दिलाती है, जहाँ चलती बाइक पर रोमांस करने वाले कपल पर 53 हजार रुपये का भारी चालान लगाया गया था।
पुलिस की जाँच शुरू
फिरोजाबाद पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया और कपल की पहचान के लिए जाँच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि यह लापरवाही सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन है या इससे भी गंभीर धाराएँ लागू हो सकती हैं। जल्द ही चालान या अन्य कानूनी कार्रवाई की उम्मीद है। यह घटना सड़क पर ऐसी हरकतों को रोकने के लिए सख्ती की जरूरत को रेखांकित करती है।
सामाजिक और सुरक्षा सवाल
यह घटना न सिर्फ सड़क सुरक्षा, बल्कि सामाजिक नैतिकता और सार्वजनिक आचरण पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करती है। क्या तथाकथित मॉडर्न होने की होड़ में लोग सामाजिक मर्यादाओं और जिम्मेदार नागरिकता को नजरअंदाज कर रहे हैं? क्या ऐसी लापरवाह हरकतों को रोकने के लिए कड़े कानूनी प्रावधानों के साथ-साथ व्यापक सामाजिक जागरूकता की ज़रूरत है? यह मामला न केवल कानून व्यवस्था, बल्कि समाज के भीतर आत्ममंथन और उत्तरदायी व्यवहार की सशक्त माँग करता है।