यूपी में हलाल सर्टिफिकेशन पर पाबंदी: सीएम योगी बोले- “यह पैसा आतंकवाद, लव जिहाद और धर्मांतरण के लिए, स्वदेशी अपनाएं”

UP News: उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ ने हलाल सर्टिफिकेशन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया, दावा किया कि इसका पैसा आतंकवाद, लव जिहाद और धर्मांतरण में जाता है। उन्होंने स्वदेशी अपनाने और जीएसटी देने की अपील की, साथ ही कांग्रेस-सपा पर राम-कृष्ण को मिथक बताने का आरोप लगाया।

Samvadika Desk
5 Min Read
योगी आदित्यनाथ (प्रतीकात्मक इमेज)
Highlights
  • यूपी में हलाल सर्टिफिकेशन पर पूरी तरह बैन, योगी का सख्त फैसला!
  • सीएम: हलाल से मिला पैसा आतंकवाद, लव जिहाद, धर्मांतरण में इस्तेमाल!
  • 25 हजार करोड़ का हलाल कारोबार बिना सरकारी मान्यता के: योगी आदित्यनाथ!

लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हलाल सर्टिफिकेशन को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि राज्य में इस पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। उन्होंने दावा किया कि हलाल सर्टिफिकेशन से मिलने वाला पैसा आतंकवाद, लव जिहाद और धर्मांतरण जैसी गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहा है। सीएम ने लोगों से स्वदेशी उत्पाद खरीदने और जीएसटी देने की अपील की, साथ ही हलाल सर्टिफिकेशन वाले सामान से बचने की सलाह दी।

- Advertisement -

हलाल सर्टिफिकेशन पर बैन, सख्त कार्रवाई का ऐलान

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को एक कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि यूपी में हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पादों की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध है। उन्होंने कहा, “सामान खरीदते वक्त देखें कि उस पर हलाल सर्टिफिकेशन तो नहीं। साबुन से लेकर कपड़े तक, हर चीज पर हलाल का ठप्पा लगाया जा रहा है। हमने इसे बैन कर दिया है।” योगी ने बताया कि जब सरकार ने इसकी जांच शुरू की, तो पता चला कि हलाल सर्टिफिकेशन से देश में 25 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हो रहा है, बिना किसी सरकारी मान्यता के। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पैसा आतंकवाद, लव जिहाद और धर्मांतरण जैसे षड्यंत्रों में इस्तेमाल होता है।

स्वदेशी और जीएसटी पर जोर

सीएम ने लोगों से स्वदेशी उत्पाद अपनाने और खरीदारी में जीएसटी देने की अपील की। उन्होंने कहा, “हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर एक भी पैसा न दें, क्योंकि यह आपके खिलाफ साजिश में इस्तेमाल होगा।” योगी ने बलरामपुर में हाल ही में एक व्यक्ति ‘छांगुर’ की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे लोग हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर ठगी का हिस्सा हैं, जिन्हें जेल भेजा गया है। उन्होंने इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।

राजनीतिक इस्लाम और विपक्ष पर निशाना

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में राजनीतिक इस्लाम की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि देश में अंग्रेजी शासन के खिलाफ संघर्ष की तो चर्चा होती है, लेकिन राजनीतिक इस्लाम ने हमारी आस्था पर प्रहार किया, जिसका इतिहास कम बताया जाता है। उन्होंने वीर शिवाजी और महाराणा प्रताप का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने न केवल विदेशी शक्तियों, बल्कि राजनीतिक इस्लाम के खिलाफ भी मोर्चा लिया।

- Advertisement -

योगी ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भगवान राम और कृष्ण को मिथक बताकर अदालत में हलफनामा दिया था, जबकि सपा ने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थीं। इसके बावजूद आज अयोध्या में 6 करोड़ लोग रामलला के दर्शन के लिए पहुंचे और प्रयागराज में महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक लोग शामिल हुए। उन्होंने सपा और कांग्रेस पर इन आयोजनों में शुरू से खोट निकालने का आरोप लगाया।

सामाजिक और आर्थिक संदेश

सीएम योगी का यह बयान दीवाली से पहले स्वदेशी और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने का संदेश देता है। उन्होंने हलाल सर्टिफिकेशन को राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक एकता के लिए खतरा बताते हुए लोगों से सतर्क रहने को कहा। स्थानीय लोग इसे भ्रष्टाचार और गैर-कानूनी गतिविधियों के खिलाफ कड़ा कदम मान रहे हैं। एक व्यापारी ने कहा, “स्वदेशी अपनाने से न केवल हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि अनैतिक गतिविधियों पर भी लगाम लगेगी।”

विवाद और चर्चा

हलाल सर्टिफिकेशन पर योगी का बयान विवादास्पद भी हो सकता है, क्योंकि यह धार्मिक और सामाजिक संवेदनशीलता को छूता है। कुछ लोग इसे धार्मिक ध्रुवीकरण के रूप में देख सकते हैं, जबकि समर्थक इसे राष्ट्रीय हित में उठाया गया कदम मान रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर बहस शुरू हो गई है, जहां लोग स्वदेशी और हलाल सर्टिफिकेशन के मुद्दे पर अपने विचार साझा कर रहे हैं।

- Advertisement -

आगे की कार्रवाई

यूपी सरकार ने हलाल सर्टिफिकेशन पर बैन को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है। अब यह देखना बाकी है कि इस फैसले का बाजार और समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है। योगी सरकार का यह कदम स्वदेशी को बढ़ावा देने और गैर-कानूनी फंडिंग पर रोक लगाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। साथ ही, यह दीवाली के मौके पर आत्मनिर्भर भारत के संदेश को और मजबूत करता है।

Share This Article