हापुड़, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें बाबूगढ़ क्षेत्र की एक युवती अपने प्रेमी के साथ घर से लाखों रुपये के आभूषण और पाँच लाख रुपये नकद लेकर फरार हो गई। परिजनों ने युवक पर अपहरण का आरोप लगाया है, पता चला कि युवती मुजफ्फरनगर के एक युवक के साथ झारखंड में रह रही है। यह घटना 26 जून 2025 की देर रात की है, और पुलिस अब जोड़े की तलाश में जुटी है।
रात के अंधेरे में फरारी
जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के एक गाँव के निवासी ने पुलिस में शिकायत दर्ज की कि 26 जून की रात करीब 2 बजे उनकी बहन संदिग्ध परिस्थितियों में घर से गायब हो गई। परिजनों ने तलाश शुरू की, तो पता चला कि युवती घर में रखे पाँच लाख रुपये नकद और लाखों रुपये के सोने-चाँदी के आभूषण, जो उसके निकाह के लिए रखे गए थे, भी साथ ले गई।
संभावित जगहों पर छानबीन के बावजूद युवती का कोई सुराग नहीं मिला। परिजनों को बाद में जानकारी मिली कि वह मुजफ्फरनगर के ढांसरी गाँव के नाजिम नामक युवक के साथ फरार हुई है और दोनों झारखंड के खतौली, नई बस्ती, गली नंबर तीन में एक मंदिर के सामने रह रहे हैं।
अपहरण का आरोप, पुलिस की कार्रवाई
परिजनों ने नाजिम पर युवती को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप लगाया है। शिकायत के आधार पर बाबूगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक महेंद्र सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने जाँच शुरू की और पुष्टि की कि युवती और नाजिम झारखंड में हैं। पुलिस टीमें दोनों को बरामद करने के लिए सक्रिय हैं, और जल्द ही युवती को सुरक्षित वापस लाने की कोशिश की जा रही है। जाँच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या युवती अपनी मर्जी से गई या इसके पीछे कोई साजिश है।
सामाजिक और कानूनी बहस
इस घटना ने गाँव में हलचल मचा दी है। परिजनों का दावा है कि युवती को बहकाया गया, जबकि प्रेम प्रसंग की संभावना भी जाँच का हिस्सा है। यह मामला प्रेम, विश्वासघात, और पारिवारिक रिश्तों की जटिलताओं को उजागर करता है। नकदी और आभूषणों का शामिल होना इसे और गंभीर बनाता है।
रिश्तों और विश्वास का सवाल
यह घटना प्रेम और पारिवारिक विश्वास के बीच की नाजुक रेखा को दर्शाती है। यह समाज के सामने यह सवाल रखती है कि क्या युवाओं की भावनाओं और उनके फैसलों को समझने के लिए परिवारों को अधिक संवेदनशील होना चाहिए। साथ ही, यह कानून व्यवस्था से यह माँग करती है कि ऐसी परिस्थितियों में त्वरित और निष्पक्ष जाँच हो, ताकि सच्चाई सामने आए और परिवारों को न्याय मिले।