सीतापुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक दुल्हन के हाथों की मेहंदी सूखने से पहले ही उसकी शादी की उम्मीदें टूट गईं। वधू पक्ष ने शादी की सारी तैयारियाँ पूरी कर ली थीं, लेकिन ऐन वक्त पर दूल्हे ने बारात लाने से इनकार कर दिया। सज-धजकर बारात का इंतजार कर रही दुल्हन और उसके परिवार को इस धोखे से गहरा सदमा लगा। पीड़ित परिवार ने सदरपुर थाना और बाराबंकी पुलिस में शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की माँग की है।
शादी की तैयारियाँ धरी रह गईं
हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, सीतापुर के सदरपुर थाना क्षेत्र के शहबाजपुर गाँव निवासी भोला चौहान ने अपनी बेटी शारदा चौहान का विवाह बाराबंकी जिले के डिग्वा गाँव निवासी सुभाष चौहान, पुत्र शिवकुमार, के साथ तय किया था। परिजनों के अनुसार, 5 मार्च को गोदभराई और 7 मई को तिलक की रस्म हुई थी। 9 मई को शादी के लिए घर पर सारी तैयारियाँ की गई थीं। शादी के कार्ड बाँटे गए, मेहमानों का स्वागत करने की व्यवस्था की गई, और दुल्हन शारदा सज-धजकर बारात का इंतजार कर रही थी।
लेकिन निर्धारित समय पर न तो बारात आई और न ही दूल्हा। वधू पक्ष ने जब दूल्हे से फोन पर संपर्क किया, तो सुभाष ने साफ कह दिया कि वह बारात लेकर नहीं आएगा। इस जवाब से दुल्हन और उसका परिवार सदमे में आ गया। शारदा फूट-फूटकर रोने लगी, और परिवार वाले माथा पकड़कर बैठ गए।
परिवार ने लगाई पुलिस से गुहार
पीड़ित परिवार ने इस धोखे के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है। शारदा के भाई विजयशंकर ने बताया कि शादी के लिए दोनों पक्षों की सहमति थी। वधू पक्ष ने दूल्हे के परिवार को डेढ़ लाख रुपये नकद और काफी सामान दिया था। विजयशंकर ने कहा कि आखिरी समय में बारात न लाकर दूल्हे पक्ष ने उनकी बहन और परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाई है। साथ ही, शादी की तैयारियों में हुए लाखों रुपये के खर्च का नुकसान भी हुआ है।
परिवार ने सीतापुर के सदरपुर थाना और बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाना में शिकायती पत्र देकर मदद की गुहार लगाई है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी है।