Meerut-Varanasi Vande Bharat Express: काशी और अयोध्या अब और करीब, यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत!

Meerut-Varanasi Vande Bharat Express: 28 अगस्त 2025 से मेरठ से वाराणसी और अयोध्या के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होगी। मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ होते हुए 782 किमी की दूरी 11 घंटे 55 मिनट में तय करेगी। यह सेवा पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देगी।

Samvadika Desk
6 Min Read
वंदे भारत एक्सप्रेस (प्रतीकात्मक इमेज)
Highlights
  • मेरठवासियों की राह आसान, काशी-अयोध्या के दर्शन अब करीब!
  • मेरठ से काशी-अयोध्या अब वंदे भारत से जुड़े, 28 अगस्त से शुरू!
  • वंदे भारत एक्सप्रेस: मेरठ से वाराणसी 11 घंटे 55 मिनट में!

मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ से वाराणसी और अयोध्या की यात्रा अब पहले से कहीं ज्यादा आसान और तेज होने वाली है। वंदे भारत एक्सप्रेस की नई सेवा 28 अगस्त 2025 से शुरू हो रही है, जो मेरठ को सीधे वाराणसी और अयोध्या से जोड़ेगी। यह पहली बार होगा जब मेरठ से वाराणसी के लिए सीधी रेल सेवा उपलब्ध होगी। इस नई ट्रेन से न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि व्यापार और पर्यटन को भी नया बूस्ट मिलेगा। आइए, इस नई सेवा की पूरी जानकारी और इसके महत्व को समझते हैं।

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मेरठ से वाराणसी तक का नया रास्ता

मेरठ-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस (Meerut-Lucknow Vande Bharat Express) का रूट अब विस्तार करके अयोध्या धाम होते हुए वाराणसी कैंट तक कर दिया गया है। यह ट्रेन मेरठ और पूर्वांचल के बीच पहली सीधी रेल कनेक्टिविटी होगी। अभी तक मेरठ से वाराणसी जाने के लिए यात्रियों को प्रयागराज या गाजियाबाद जैसे स्टेशनों से होकर गुजरना पड़ता था, जिससे समय और असुविधा दोनों बढ़ती थी।

यह नई एक्सप्रेस मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ, और अयोध्या जैसे प्रमुख स्टेशनों से होकर गुजरेगी, जिससे धार्मिक और व्यापारिक यात्रियों को खास राहत मिलेगी। मेरठ के लोग अब काशी विश्वनाथ और अयोध्या के राम मंदिर तक आसानी से पहुँच सकेंगे, जबकि पूर्वांचल के यात्री मेरठ और दिल्ली तक तेजी से यात्रा कर पाएँगे।

ट्रेन का रूट और समय

उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अनुसार, ट्रेन संख्या 22490 वंदे भारत एक्सप्रेस का शेड्यूल इस प्रकार है:

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  • मेरठ सिटी से सुबह 6:35 बजे रवाना होगी।
  • मुरादाबाद (8:40 बजे), बरेली (10:11 बजे), लखनऊ (1:55 बजे), और अयोध्या धाम (3:55 बजे) होते हुए।
  • वाराणसी कैंट शाम 6:25 बजे पहुँचेगी।

वापसी यात्रा में ट्रेन संख्या 22489:

  • वाराणसी कैंट से सुबह 9:10 बजे रवाना होगी।
  • अयोध्या (11:40 बजे), लखनऊ (1:30 बजे), बरेली (5:15 बजे), और मुरादाबाद (6:50 बजे) होते हुए।
  • मेरठ सिटी रात 9:05 बजे पहुँचेगी।

यह ट्रेन 782.22 किलोमीटर की दूरी को 11 घंटे 55 मिनट में तय करेगी, जो मेरठ और वाराणसी के बीच यात्रा को पहले से कहीं ज्यादा तेज और आरामदायक बनाएगी।

यात्रियों के लिए बड़ी सौगात

मेरठ से वाराणसी और अयोध्या की यात्रा अब तक जटिल थी, क्योंकि कोई सीधी ट्रेन सेवा नहीं थी। यात्रियों को कई बार लंबी दूरी की बसों या ट्रेन बदलने की मजबूरी से गुजरना पड़ता था। खासकर व्यापारियों, छात्रों, और पर्यटकों के लिए यह असुविधा एक बड़ी समस्या थी। वंदे भारत एक्सप्रेस की यह सेवा इन सभी के लिए गेम-चेंजर साबित होगी।

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इसके अलावा, मेरठ में पहले से ही रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) और मेरठ मेट्रो ने स्थानीय कनेक्टिविटी को बेहतर किया है। अब वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने से मेरठ न केवल दिल्ली, बल्कि उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों से भी जुड़ जाएगा।

पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा

मेरठ-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस (Meerut-Varanasi Vande Bharat Express) की शुरुआत से पर्यटन और व्यापार क्षेत्र में नई संभावनाएँ खुलेंगी। टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता ने नवभारत टाइम्स से बातचीत करते हुए इस सेवा को ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा, “मेरठ से काशी और अयोध्या की सीधी ट्रेन सेवा की माँग लंबे समय से थी। कई बार रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजे गए, और अब इसे मंजूरी मिलना एक बड़ी उपलब्धि है। यह सेवा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी और व्यापारियों के लिए भी वरदान साबित होगी।”

वाराणसी, जो काशी विश्वनाथ मंदिर और सांस्कृतिक विरासत के लिए विश्व प्रसिद्ध है, और अयोध्या, जो राम मंदिर के कारण धार्मिक पर्यटकों का केंद्र बन चुका है, अब मेरठवासियों के लिए आसानी से पहुँच में होंगे। साथ ही, मेरठ के व्यापारी, जो कपड़ा, खेल उपकरण, और अन्य उद्योगों के लिए जाने जाते हैं, अब पूर्वांचल के बाजारों तक तेजी से पहुँच सकेंगे।

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वाराणसी की सातवीं वंदे भारत

यह नई सेवा वाराणसी के लिए सातवीं वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। वर्तमान में वाराणसी से रांची, देवघर, पटना, नई दिल्ली, और आगरा के लिए वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। इस नई सेवा ने यात्रियों में उत्साह पैदा किया है। मेरठ के सांसद अरुण गोविल ने इस पहल के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार जताया और इसे क्षेत्र के विकास के लिए एक बड़ा कदम बताया।

सोशल मीडिया पर उत्साह

सोशल मीडिया पर इस नई ट्रेन सेवा की घोषणा के बाद लोगों की प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। एक X यूजर ने लिखा, “मेरठ से काशी और अयोध्या अब बस कुछ घंटों की दूरी पर! वंदे भारत का धन्यवाद।” दूसरे ने कहा, “यह ट्रेन धार्मिक यात्रियों और व्यापारियों, दोनों के लिए वरदान है। रेलवे का शानदार कदम।”

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कई यूजर्स ने इस बात पर खुशी जताई कि मेरठ अब उत्तर प्रदेश के प्रमुख सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्रों से सीधे जुड़ जाएगा। एक यूजर ने लिखा, “अब काशी विश्वनाथ और राम मंदिर के दर्शन आसान हो जाएँगे। जय श्री राम!”

मेरठ के लिए नया युग

मेरठ-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस न केवल एक ट्रेन सेवा है, बल्कि यह मेरठ, अयोध्या, और वाराणसी के बीच सांस्कृतिक, धार्मिक, और आर्थिक कनेक्टिविटी का प्रतीक है। यह सेवा मेरठवासियों को काशी और अयोध्या के दर्शन का आसान मौका देगी, साथ ही पूर्वांचल के लोगों को दिल्ली और मेरठ तक तेजी से पहुँचने में मदद करेगी।

वंदे भारत एक्सप्रेस की यह नई पहल भारतीय रेलवे की आधुनिकता और यात्रियों की सुविधा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। 28 अगस्त से शुरू होने वाली इस सेवा से मेरठ और पूर्वांचल के बीच की दूरी सिर्फ किलोमीटर में ही नहीं, बल्कि समय और सुविधा में भी कम हो जाएगी। यह ट्रेन निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश के विकास और पर्यटन को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी।

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