अलीगढ़: बीमार साली को देखने आए जीजा ने अस्पताल में खेला लूडो, फिर लगाई फांसी, परिजनों ने पत्नी पर लगाया हत्या का आरोप

Aligarh News: अलीगढ़ के दीनदयाल अस्पताल में अंशुल ने अपनी बीमार साली के साथ लूडो खेलने के बाद दुपट्टे से फांसी लगा ली। पोस्टमॉर्टम में नस काटने की कोशिश का खुलासा हुआ। परिजनों ने उसकी पत्नी पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी।

Samvadika Desk
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अस्पताल का दृश्य (इमेज - हिन्दुस्तान)
Highlights
  • अलीगढ़ के अस्पताल में जीजा ने लगाई फांसी, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप!
  • बीमार साली के साथ रात 12 बजे तक खेला लूडो, फिर दी जान!
  • पोस्टमॉर्टम में खुलासा: फांसी से पहले नस काटने की कोशिश!

अलीगढ़, उत्तर प्रदेश: अलीगढ़ के दीनदयाल अस्पताल में एक सनसनीखेज घटना ने सबको हिलाकर रख दिया। बुलंदशहर के एक युवक ने अपनी बीमार साली को देखने के बाद अस्पताल में ही दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक अपनी साली के साथ रात 12 बजे तक लूडो खेल रहा था। पोस्टमॉर्टम में खुलासा हुआ कि उसने फांसी से पहले ब्लेड से अपनी नस काटने की कोशिश की थी। परिजनों ने युवक की पत्नी पर हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है।

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साली को देखने आए थे जीजा

हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, बुलंदशहर के अनूपशहर थाना क्षेत्र के लोधई गाँव निवासी अंशुल की शादी एक साल पहले क्वार्सी के होली चौक की एक युवती से हुई थी। पिछले पाँच महीनों से दंपती क्वार्सी में किराए के मकान में रह रहे थे। चार दिन पहले अंशुल की साली अनुपम की तबीयत बिगड़ने पर उसे दीनदयाल अस्पताल के वार्ड नंबर नौ में भर्ती कराया गया। गुरुवार सुबह से अंशुल अपनी साली के पास अस्पताल में था। देर रात करीब 12 बजे तक वह अनुपम के साथ लूडो खेल रहा था। इसके बाद वह दुपट्टा लेकर वार्ड से बाहर सोने चला गया।

फांसी पर लटका मिला शव

रात में अंशुल ने अस्पताल की सीढ़ी की रैंप पर दुपट्टे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। सुबह तक उसका पता न चलने पर ससुराल वालों ने तलाश शुरू की। तभी उनकी नजर रैंप पर लटके शव पर पड़ी, जिसके बाद हंगामा मच गया। क्वार्सी थाना पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुँची। पुलिस ने साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला कि अंशुल ने फांसी से पहले ब्लेड से अपने बाएँ हाथ की नस काटने की कोशिश की थी, जिसमें 10-15 निशान मिले।

परिजनों का हत्या का आरोप

मौत की खबर मिलते ही अंशुल के परिजन अलीगढ़ पहुँचे। उन्होंने अंशुल की पत्नी और उसके साथियों पर हत्या कर शव लटकाने का गंभीर आरोप लगाया। परिजनों ने पत्नी को नामजद करते हुए क्वार्सी थाने में तहरीर दी। उनका कहना है कि अंशुल की हत्या की गई और इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फंदे पर लटकाया गया। टी-शर्ट पर खून के निशान और पैरों का जमीन से लगना भी संदेह पैदा कर रहा है।

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पुलिस जाँच और सीसीटीवी फुटेज

सीओ तृतीय सर्वम सिंह ने मीडिया पत्रकार को बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लगता है, लेकिन वजह स्पष्ट नहीं है। अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज की जाँच की जा रही है। वार्ड में लगे कैमरे में अंशुल को लेटे हुए और बाहर जाते हुए देखा गया, लेकिन घटनास्थल पर कोई कैमरा नहीं था। पुलिस सभी पहलुओं की जाँच कर रही है, जिसमें परिजनों के हत्या के आरोप भी शामिल हैं। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।

अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल

इस घटना ने दीनदयाल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सीएमएस डॉ. एमके माथुर ने बताया कि अस्पताल में भूतपूर्व सैनिक सुरक्षा के लिए तैनात हैं और कैमरों से निगरानी की जाती है। हालांकि, घटनास्थल पर कैमरा न होने और देर रात कोई कर्मचारी न होने से यह घटना हो गई। इसने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है।

सामाजिक और भावनात्मक पहलू

यह घटना न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि सामाजिक और मनोवैज्ञानिक सवाल भी उठाती है। अंशुल की आत्महत्या की वजह और परिजनों के हत्या के आरोपों ने मामले को जटिल बना दिया है। यह समाज से मानसिक स्वास्थ्य, पारिवारिक रिश्तों में संवाद, और अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने की माँग करता है। इस घटना ने अलीगढ़ में हलचल मचा दी है, और लोग पुलिस जाँच के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।

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