जेल में सेक्स: इटली की जेलों में सेक्स रूम की शुरुआत, कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला |

World News: इटली की जेलों में कैदियों के लिए ‘सेक्स रूम’ की शुरुआत की गई है, जहाँ वे अपने जीवनसाथी या पार्टनर से दो घंटे तक निजी मुलाकात कर सकते हैं। यह पहल इटली की संवैधानिक अदालत के मानवाधिकार आधारित फैसले के बाद टेर्नी जेल से शुरू हुई है, जिसे यूरोप में जेल सुधार की दिशा में एक नया कदम माना जा रहा है।

Samvadika Desk
8 Min Read
Image - Symbolic | Pixabay
Highlights
  • इटली की जेलों में सेक्स रूम की शुरुआत, कैदियों को मिली निजी मुलाकात की अनुमति।
  • संवैधानिक अदालत के फैसले ने खोले कैदियों के मानवीय अधिकार के द्वार।
  • सेक्स रूम में दो घंटे की अनुमति, लेकिन दरवाज़ा खुला रखना अनिवार्य।
  • यूरोपीय मानवाधिकार सिद्धांतों पर आधारित नई जेल नीति।
  • भीड़भाड़ और आत्महत्या के संकट से जूझ रही जेलों को मिली नई दिशा।
  • इस फैसले से उठे नैतिक और सामाजिक सवाल, जनता की राय बंटी।

रोम, इटली: इटली की जेल व्यवस्था में एक अभूतपूर्व बदलाव ने दुनिया भर का ध्यान खींचा है। देश की जेलों में अब कैदियों को अपने जीवनसाथी या पार्टनर के साथ निजी तौर पर मिलने और शारीरिक संबंध बनाने की अनुमति दी गई है। इसके लिए खास तौर पर बनाए गए ‘सेक्स रूम’ (Sex Room) में दो घंटे तक अंतरंग मुलाकात की सुविधा होगी। यह पहल इटली के संवैधानिक न्यायालय के जनवरी 2024 के एक ऐतिहासिक फैसले का नतीजा है, जिसमें कैदियों के मानवीय अधिकारों (Human Rights) को मान्यता दी गई। हालाँकि, इस सुविधा के साथ कुछ नियम भी जोड़े गए हैं, जैसे दरवाजा खुला रखने की शर्त, जो सुरक्षा और गोपनीयता के बीच संतुलन बनाती है।

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टेर्नी (Terni) जेल में पहला सेक्स रूम: एक नया प्रयोग

इस पहल की शुरुआत इटली के उम्ब्रिया (Umbria) क्षेत्र में टेर्नी (Terni) शहर की एक जेल से हुई। शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 को पहली बार एक कैदी को अपनी महिला मित्र के साथ इस विशेष सेक्स रूम (Special sex room) में मुलाकात की अनुमति दी गई। इस रूम में बिस्तर और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध हैं, जो कैदियों और उनके पार्टनर्स की गरिमा को बनाए रखने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। जेल प्रशासन ने बताया कि मुलाकात का समय अधिकतम दो घंटे तक सीमित है, और सुरक्षा कारणों से दरवाजा खुला रखना अनिवार्य है, ताकि ज़रूरत पड़ने पर गार्ड तुरंत हस्तक्षेप कर सकें।

उम्ब्रिया क्षेत्र के लोकपाल ग्यूसेप्पे कैफोरियो (Giuseppe Cafiero) ने इस प्रयोग को सकारात्मक और ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा, “यह पहली बार है जब इटली की जेल में किसी कैदी को बिना गार्ड की निगरानी के अपनी पार्टनर से निजी मुलाकात का अवसर मिला। हमने निजता और गरिमा का पूरा ध्यान रखा है।” इस पहले प्रयोग की सफलता ने उम्मीद जगाई है कि यह सुविधा जल्द ही इटली की अन्य जेलों में भी शुरू हो सकती है।

कोर्ट का फैसला: कैदियों का मानवीय अधिकार

इस पहल की नींव जनवरी 2024 में इटली के संवैधानिक न्यायालय के एक फैसले में रखी गई। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि कैदियों को भी यूरोपीय मानवाधिकार सिद्धांतों (European Human Rights Principles) के तहत अपने जीवनसाथी या दीर्घकालिक पार्टनर से निजी मुलाकात का अधिकार है। इस फैसले में कहा गया कि सजा का मतलब यह नहीं कि कैदियों को उनके पारिवारिक या वैवाहिक संबंधों से पूरी तरह वंचित कर दिया जाए। कोर्ट ने यह भी उल्लेख किया कि फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, नीदरलैंड, और स्वीडन जैसे कई यूरोपीय देशों में ऐसी व्यवस्था पहले से मौजूद है, और इटली को भी इस दिशा में कदम उठाने चाहिए।

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न्यायालय ने अपने दिशा-निर्देशों में कहा कि इन मुलाकातों के दौरान जेल गार्ड्स की निगरानी नहीं होगी, ताकि कैदियों की निजता बरकरार रहे। हालाँकि, सुरक्षा के लिहाज से कुछ नियम लागू किए गए हैं, जैसे दरवाजा खुला रखना। यह शर्त विवादास्पद रही है, लेकिन जेल प्रशासन इसे अपरिहार्य मानता है।

क्यों ज़रूरी है यह सुविधा?

यूरोपीय मानवाधिकार (Human Rights) सिद्धांतों के अनुसार, कैदियों के पारिवारिक और वैवाहिक संबंध उनके मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) और जीवन में स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रेम और वैवाहिक संबंध कैदियों को जेल के कठिन माहौल में मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। यह सुविधा न केवल कैदियों के पुनर्वास में सहायक हो सकती है, बल्कि उनके परिवारों के साथ उनके रिश्तों को भी मज़बूत कर सकती है।

कई देशों में कैदियों को विभिन्न अधिकार दिए जाते हैं, जैसे पौष्टिक भोजन, चिकित्सा देखभाल, और परिवार से मिलने की सुविधा। इटली ने इस सूची में सेक्स रूम की सुविधा जोड़कर कैदियों के मानवीय अधिकारों को बढ़ावा दिया है। यह पहल कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक संबंधों को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

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इटली की जेलों की चुनौतियाँ

यह पहल ऐसे समय में आई है, जब इटली की जेल व्यवस्था कई समस्याओं से जूझ रही है। इटली की जेलों में भीषण भीड़ है—कुल 62,000 कैदी हैं, जबकि जेलों की क्षमता उससे 21% कम है। इस भीड़भाड़ ने जेलों में आत्महत्याओं की दर को बढ़ा दिया है। ऐसे में, सेक्स रूम जैसी सुविधा को जेल व्यवस्था को अधिक मानवीय बनाने की दिशा में एक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

इटली की जेलें अक्सर खराब स्थिति और अपर्याप्त सुविधाओं के लिए सुर्खियों में रहती हैं। इस नई पहल से न केवल कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, बल्कि यह जेल प्रशासन के लिए भी एक अवसर है कि वे अपनी छवि को बेहतर करें।

यूरोप में पहले से प्रचलित व्यवस्था

इटली इस मामले में यूरोप के अन्य देशों से पीछे था। फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, नीदरलैंड, और स्वीडन जैसे देशों में कैदियों को लंबे समय से अपने पार्टनर्स के साथ निजी मुलाकात की सुविधा दी जा रही है। इन देशों में ऐसी व्यवस्थाएँ कैदियों के पुनर्वास और सामाजिक एकीकरण का हिस्सा मानी जाती हैं। इटली का यह कदम उसे इन प्रगतिशील देशों की श्रेणी में ला खड़ा करता है।

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भविष्य की संभावनाएँ

टेर्नी जेल में इस प्रयोग की सफलता ने इटली की अन्य जेलों में भी सेक्स रूम शुरू करने की उम्मीद जगाई है। जेल प्रशासन और नीति निर्माता इस बात पर नज़र रखे हुए हैं कि यह सुविधा कैदियों के व्यवहार, मानसिक स्वास्थ्य, और जेल के माहौल पर क्या प्रभाव डालती है। अगर परिणाम सकारात्मक रहे, तो यह पहल देश भर की जेलों में लागू की जा सकती है।

हालाँकि, दरवाजा खुला रखने की शर्त ने कुछ सवाल खड़े किए हैं। कैदी और उनके पार्टनर्स की निजता को लेकर चिंताएँ व्यक्त की जा रही हैं। भविष्य में इस नियम में बदलाव या बेहतर विकल्प तलाशे जा सकते हैं, जैसे निगरानी के लिए वैकल्पिक तकनीकों का इस्तेमाल।

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सामाजिक और नैतिक चर्चा

यह पहल न केवल जेल सुधारों की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह सामाजिक और नैतिक सवाल भी उठाती है। क्या कैदियों को इस तरह की सुविधाएँ देना समाज के लिए स्वीकार्य है? क्या यह सुविधा अपराधियों को बहुत ज़्यादा छूट दे रही है, या यह उनके मानवाधिकारों का सम्मान करने का तरीका है? ये सवाल इटली में बहस का विषय बने हुए हैं।

कुछ लोग इसे कैदियों के पुनर्वास और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी मानते हैं, जबकि अन्य इसे जेलों की अनुशासनहीनता बढ़ाने वाला कदम मानते हैं। यूरोपीय मानवाधिकार सिद्धांत इस पहल का समर्थन करते हैं, लेकिन इसका सामाजिक प्रभाव समय के साथ ही स्पष्ट होगा।

इटली की जेलों में सेक्स रूम की इस नई पहल पर आप क्या सोचते हैं? क्या यह कैदियों के मानवाधिकारों की जीत है, या जेल व्यवस्था में अनुशासन की कमी को बढ़ावा देगी?

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