नेहा सिंह राठौर पर देशद्रोह का केस: पहलगाम हमले पर पोस्ट से मचा बवाल, लखनऊ पुलिस की कार्रवाई

Sedition Case against Neha Singh Rathore: भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने उन्हें कानूनी संकट में डाल दिया है। पहलगाम हमले के बाद किए गए उनके बयान को लेकर लखनऊ पुलिस ने देशद्रोह का मामला दर्ज किया है। नेहा ने सरकार पर सवाल उठाते हुए अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। इस विवाद ने बिहार विधानसभा चुनावों के बीच राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है।

Samvadika Desk
7 Min Read
Image Source - Neha Singh Rathore/X
Highlights
  • लखनऊ पुलिस ने नेहा सिंह राठौर पर देशद्रोह का केस दर्ज किया।
  • सोशल मीडिया पोस्ट में पहलगाम हमले पर सरकार पर निशाना साधा।
  • एफआईआर में धार्मिक भावनाएँ भड़काने और राष्ट्रीय एकता को नुकसान पहुँचाने का आरोप।
  • पाकिस्तानी पत्रकारों ने भी नेहा के बयान को साझा किया, बढ़ा विवाद।
  • नेहा ने #BiharElections हैशटैग के साथ सरकार पर किया वार।
  • सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाम राष्ट्रीय सुरक्षा की बहस छिड़ी।

लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कानूनी मुश्किलों में फँस गई हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam attack) के बाद उनके X पोस्ट को लेकर लखनऊ पुलिस ने उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला (sedition case) दर्ज किया है। हजरतगंज थाने में दर्ज इस FIR में दावा किया गया है कि नेहा के पोस्ट ने एक धार्मिक समुदाय को निशाना बनाया और राष्ट्रीय एकता (national integrity) को नुकसान पहुँचाने की कोशिश की। यह मामला बिहार विधानसभा चुनावों (Bihar elections) के बीच तीखी बहस का विषय बन गया है।

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विवाद की जड़

हजरतगंज थाने में अभय प्रताप सिंह की शिकायत पर दर्ज FIR में कहा गया है कि नेहा ने अपने X हैंडल (@nehafolksinger) पर एक आपत्तिजनक पोस्ट साझा किया। शिकायत के अनुसार, इस पोस्ट ने धार्मिक आधार पर समुदायों के बीच तनाव पैदा करने का प्रयास किया और देश की एकता को खतरे में डाला। पोस्ट में नेहा ने कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पहलगाम हमले को बिहार चुनाव में वोट हासिल करने के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया, साथ ही 2019 के पुलवामा हमले (Pulwama attack) का जिक्र किया, जिसमें 40 CRPF जवान शहीद हुए थे।

यह पोस्ट तब और विवादास्पद हो गया, जब इसे एक पाकिस्तानी पत्रकार समूह ने X पर साझा किया। शिकायतकर्ता ने इसे भारत-विरोधी प्रचार (anti-India propaganda) का हिस्सा बताया और दावा किया कि नेहा के बयान पाकिस्तान में वायरल हो रहे हैं, जहाँ उनकी सरकार-विरोधी टिप्पणियों की सराहना हो रही है। अभय प्रताप सिंह ने कहा कि नेहा ने बार-बार धार्मिक आधार पर समुदायों को भड़काने की कोशिश की।

कानूनी कार्रवाई

पुलिस ने नेहा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इनमें धारा 152 शामिल है, जो देश की संप्रभुता, एकता, और अखंडता को खतरे में डालने से संबंधित है। इसके अलावा, धार्मिक शत्रुता को बढ़ावा देने और सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप भी लगाए गए हैं। सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (Information Technology Act) की धाराएँ भी जोड़ी गई हैं।

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भारतीय न्याय संहिता में पुराने भारतीय दंड संहिता की धारा 124A (sedition) का स्पष्ट उल्लेख नहीं है, लेकिन धारा 152 इसी तरह के अपराधों को कवर करती है। पुलिस का कहना है कि नेहा का पोस्ट संवेदनशील परिस्थितियों में सामाजिक तनाव को बढ़ा सकता था।

नेहा का जवाब

नेहा ने X पर दो पोस्ट के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि लखनऊ में उनके खिलाफ FIR दर्ज हुई है और उनके पास वकील की फीस देने के लिए पर्याप्त धन नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके ICICI बैंक खाते में केवल 519 रुपये हैं, जिनमें से 500 रुपये वह तबला वादक को देना चाहती हैं ताकि नया गीत रिकॉर्ड कर सकें। इस बयान को कई लोगों ने सरकार पर तंज (sarcasm) माना, न कि आर्थिक तंगी की वास्तविक अपील। उन्होंने #BiharElections हैशटैग का उपयोग किया, जिससे मामला बिहार चुनाव से जुड़ गया।

अपने दूसरे पोस्ट में नेहा ने सरकार से सवाल किया कि पहलगाम हमले (Pahalgam attack) के जवाब में उसने अब तक क्या कदम उठाए हैं। उन्होंने FIR को असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करार दिया और कहा कि सरकार को आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इस पोस्ट के साथ एक वीडियो भी साझा किया गया, जिसमें उन्होंने अपनी बात को और स्पष्ट किया।

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सामाजिक और राजनीतिक माहौल

नेहा का पोस्ट सोशल मीडिया पर बहस का केंद्र बन गया है। कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता (freedom of speech) पर हमला बता रहे हैं, जबकि अन्य ने उनके बयानों को गैर-जिम्मेदाराना करार दिया, खासकर पाकिस्तान में इसके प्रचार के बाद। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar elections) के बीच यह विवाद राजनीतिक रंग ले रहा है, क्योंकि नेहा का #BiharElections हैशटैग और बिहार से उनका जुड़ाव इसे चुनावी चर्चा से जोड़ रहा है।

नेहा और विवादों का इतिहास

भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर अपने सामाजिक और राजनीतिक व्यंग्यात्मक गीतों के लिए जानी जाती हैं। वे कई बार अपने गीतों और सोशल मीडिया पोस्ट्स के जरिए विवादों में घिर चुकी हैं। वर्ष 2020 में उनका गीत “यूपी में का बा” (UP mein ka ba) बेहद वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाओं और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर तीखा व्यंग्य किया था। इस गीत ने न सिर्फ़ सोशल मीडिया पर हलचल मचाई थी, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी बहस छेड़ दी थी। उस समय भी कई लोगों ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रतीक बताया था, जबकि कुछ ने इसे राज्य सरकार के खिलाफ जानबूझकर आलोचना करार दिया था।

इसके बाद भी नेहा ने विभिन्न राज्यों के चुनावों, महामारी के समय सरकारी नीतियों और अन्य सामाजिक मुद्दों पर कई व्यंग्य गीत पेश किए, जो अक्सर वायरल होते रहे। उन्होंने बिहार, यूपी और अन्य राज्यों के सामाजिक-राजनीतिक हालात पर खुलकर टिप्पणी की है।

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हालाँकि, यह पहली बार है जब नेहा सिंह राठौर के खिलाफ देशद्रोह जैसे गंभीर आरोपों के तहत औपचारिक रूप से मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले उन्हें आलोचना, ट्रोलिंग और कभी-कभी कानूनी नोटिस का सामना करना पड़ा था, लेकिन आपराधिक मामले का यह स्तर अब तक सामने नहीं आया था। उनके समर्थक उन्हें “लोकप्रिय जनआंदोलन की आवाज़” कहते हैं, जबकि आलोचक उन्हें “अनुचित और भड़काऊ बयानबाजी” के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं।

कानूनी प्रक्रिया और प्रभाव

लखनऊ पुलिस ने नेहा सिंह राठौर के खिलाफ दर्ज मामले की जाँच प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, जल्द ही उनसे पूछताछ कर औपचारिक बयान दर्ज किया जा सकता है। यह प्रकरण अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) के बीच नाजुक संतुलन को सामने लाता है। सोशल मीडिया के दौर में इस तरह के विवाद न सिर्फ व्यक्तिगत अभिव्यक्ति की सीमाओं पर सवाल उठाते हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि कैसे एक पोस्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव डाल सकती है और राष्ट्रीय बहस का विषय बन सकती है।

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(पीटीआई और इंडिया टुडे के इनपुट के साथ)

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