बरेली, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ एक पाकिस्तानी महिला ने कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए आधार कार्ड और राशन कार्ड बनवा लिया। इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद थाना बारादरी में उसके खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
फर्जीवाड़े का खुलासा
हिन्दुस्तान की रिपोर्ट अनुसार, पाकिस्तानी नागरिक फरहत सुल्ताना के खिलाफ यह शिकायत सब-इंस्पेक्टर सौरव तोमर ने दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक, फरहत की शादी बरेली के सूफी टोला निवासी शाहिद खलील से हुई है, और वह दीर्घकालिक वीजा पर भारत में रह रही है। लेकिन उसने नियमों का उल्लंघन करते हुए फर्जी तरीके से आधार कार्ड और राशन कार्ड बनवाया। राशन कार्ड में उसने खुद को घर का मुखिया बताया। सौरव तोमर ने बताया कि भारतीय कानून के अनुसार, बिना भारतीय नागरिकता के कोई विदेशी नागरिक आधार या राशन कार्ड नहीं बनवा सकता। इस आधार पर फरहत के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है।
1961 में आई थी भारत
पुलिस जाँच में पता चला कि फरहत सुल्ताना 13 जुलाई 1961 को अपनी माँ के साथ कराची, पाकिस्तान से अटारी बॉर्डर के रास्ते रेल द्वारा भारत आई थी। वह वर्तमान में दीर्घकालिक वीजा पर बरेली में रह रही है, जो 13 जुलाई 2025 तक वैध है। पुलिस अब उसके अन्य दस्तावेजों और गतिविधियों की गहन पड़ताल कर रही है।
पहले भी सामने आ चुका है ऐसा मामला
बरेली में यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले एक अन्य पाकिस्तानी महिला ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए फतेहगंज पश्चिमी विकास खंड में बेसिक शिक्षक की नौकरी हासिल कर ली थी। शिकायत के बाद जाँच में फर्जीवाड़ा साबित हुआ, जिसके बाद उसे निलंबित कर सेवा समाप्त कर दी गई। उसके खिलाफ भी FIR दर्ज है।
पुलिस की कार्रवाई
थाना बारादरी पुलिस ने फरहत सुल्ताना के खिलाफ दर्ज FIR के आधार पर जाँच शुरू कर दी है। पुलिस अन्य सबूत जुटाने और यह पता लगाने में जुटी है कि इस फर्जीवाड़े में और कौन-कौन शामिल हो सकता है। इस मामले ने इलाके में हलचल मचा दी है, और लोग इसकी चर्चा कर रहे हैं।