मैनपुरी, उत्तर प्रदेश: प्यार एक खूबसूरत एहसास है, लेकिन जब यह सामाजिक और पारिवारिक सीमाओं को तोड़ता है, तो कभी-कभी दुखद परिणाम सामने आते हैं। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में एक ऐसी ही हृदयविदारक घटना ने सभी को झकझोर दिया। एक अनुसूचित जाति की किशोरी का शव पेड़ से लटका मिला, और पुलिस जाँच में सामने आया कि वह अपने मामा के बेटे से प्रेम करती थी। जब परिवार ने इस रिश्ते को तोड़ने की कोशिश की, तो किशोरी ने यह कठोर कदम उठा लिया। इस घटना ने बेवर क्षेत्र में सनसनी फैला दी है, और किशोरी के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
प्रेम प्रसंग की शुरुआत
ख़बरों के मुताबिक, मैनपुरी के बेवर थाना क्षेत्र की रहने वाली किशोरी की नानी फर्रुखाबाद जिले के मोहम्मदाबाद में रहती थीं। दो साल पहले नानी की मृत्यु के बाद किशोरी अपने मामा के घर गई थी। यहीं उसकी मामा के बेटे से नजदीकियाँ बढ़ीं। शुरुआत में यह मुलाकातें सामान्य थीं, लेकिन धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत गहरे प्यार (Love Affair) में बदल गई। दोनों छिप-छिपकर संपर्क में रहने लगे। जब परिवार को इस रिश्ते की भनक लगी, तो हड़कंप मच गया। मामा को यह रिश्ता सामाजिक रूप से अस्वीकार्य लगा, और उन्होंने आनन-फानन में अपने बेटे की शादी करवा दी, यह सोचकर कि इससे रिश्ता टूट जाएगा।
शादी के बाद भी नहीं टूटा रिश्ता
मामा के बेटे की शादी के बाद भी किशोरी और उसके प्रेमी का संपर्क बना रहा। किशोरी बार-बार मामा के घर जाने के बहाने उससे मिलती थी। मंगलवार, 13 मई 2025 को किशोरी ने अपने पिता के फोन से प्रेमी को कॉल किया और 15 मई की सुबह रसूलाबाद अंडरपास के पास मिलने को कहा। प्रेमी तय समय पर वहाँ पहुँच गया। किशोरी उससे साथ चलने की जिद करने लगी, लेकिन प्रेमी ने मना कर दिया। उसने अपने मामा, मौसा, मौसा के बेटे, और किशोरी के पिता को मौके पर बुला लिया। सभी ने मिलकर किशोरी को समझाने की कोशिश की और उसे नगला सुदामा में एक रिश्तेदार के घर ले गए।
जिद और दुखद अंत
नगला सुदामा में घंटों तक किशोरी को समझाया गया कि वह इस रिश्ते को भूलकर अपने परिवार के साथ रहे। लेकिन किशोरी अपनी जिद पर अड़ी रही और प्रेमी के साथ शादी करने की बात दोहराती रही। इसी बीच, वह चुपके से खेतों की ओर निकल गई। परिजनों को जब इसका पता चला, तो उन्होंने तलाश शुरू की। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। किशोरी ने कांसेपुर बंबा के पास एक खेत में बरगद के पेड़ पर अपनी स्कूल ड्रेस के दुपट्टे से फंदा बनाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली। उसका शव पेड़ से लटका देख परिजनों और गाँववालों में कोहराम मच गया।
पुलिस जाँच और हिरासत
बेवर पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुँचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम (Post-Mortem) के लिए भेजा। पुलिस ने किशोरी के प्रेमी (मामा का बेटा), मामा, और मौसा के बेटे को हिरासत में लिया है। प्रेमी ने पुलिस को बताया कि शादी के बाद वह किशोरी से रिश्ता तोड़ना चाहता था, लेकिन किशोरी उस पर शादी का दबाव डाल रही थी। किशोरी के परिजनों ने प्रेमी और उसके परिवार पर उसे आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। बेवर थाना प्रभारी ने मीडिया को बताया कि जाँच जारी है, और सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और गवाहों के बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
परिवार का दुख और सामाजिक सवाल
किशोरी की मौत के बाद उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। रिश्तेदार और गाँववाले इस सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। यह घटना समाज में प्रेम, पारिवारिक रिश्तों, और सामाजिक दबावों पर गंभीर सवाल उठाती है। मैनपुरी जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में प्रेम प्रसंग अक्सर सामाजिक और पारिवारिक विरोध का सामना करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए किशोरों को भावनात्मक समर्थन (Emotional Support) और काउंसलिंग की जरूरत है। साथ ही, परिवारों को प्रेम प्रसंगों को समझदारी से सुलझाने की जरूरत है।
क्षेत्र में फैली सनसनी
यह घटना मैनपुरी और फर्रुखाबाद के आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इस बात से हैरान हैं कि एक किशोरी अपने प्रेम के लिए इतना बड़ा कदम कैसे उठा सकती है। कुछ लोग परिवार की सख्ती को जिम्मेदार मान रहे हैं, तो कुछ किशोरी की जिद को। यह त्रासदी समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि प्रेम और परिवार के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए, ताकि ऐसी दुखद घटनाएँ न हों।