ललितपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को हैरान कर दिया। यहां पाली थाना क्षेत्र के एक गांव में दो सगी बहनों ने न केवल अपने पतियों को आपस में बदल लिया, बल्कि अपने बच्चों को भी एक-दूसरे को सौंप दिया। जब यह बात उनके पिता को पता चली, तो उन्होंने दोनों बेटियों को मायके से भगा दिया और रिश्ता तोड़ लिया। यह अनोखी और विवादास्पद घटना अब गांव की गलियों से लेकर सोशल मीडिया तक चर्चा का विषय बनी हुई है।
छोटी बहन और जीजा का प्रेम प्रसंग
कहानी की शुरुआत करीब दस साल पहले हुई, जब इस गांव के एक ग्रामीण ने अपनी दो बेटियों की शादी अलग-अलग जगहों पर रहने वाले दो युवकों से की थी। दोनों बहनें अपने-अपने पति और बच्चों के साथ सुखी जीवन बिता रही थीं। लेकिन छह महीने पहले छोटी बहन का अपनी बड़ी बहन के पति, यानी अपने जीजा, के साथ प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। यह रिश्ता इतना गहरा गया कि छोटी बहन जीजा के साथ घर छोड़कर भाग गई। दोनों ने जल्द ही शादी भी कर ली।
इस बीच, बड़ी बहन और छोटी बहन के पति ने दोनों को तलाशना शुरू किया। जब उन्हें पता चला कि छोटी बहन और जीजा ने शादी कर ली है, तो बड़ी बहन ने छोटी बहन के पति के साथ रहना शुरू कर दिया। दोनों ने भी शादी कर ली। इस दौरान दोनों बहनों ने अपने बच्चों को भी आपस में बदल लिया। बड़ी बहन ने अपने तीन बच्चों को छोटी बहन को दे दिया, और छोटी बहन के दो बच्चों को अपने पास रख लिया। इस पूरे घटनाक्रम को दोनों बहनों ने अपने मायके वालों से छिपाए रखा।
मायके में खुला राज, पिता ने तोड़ा रिश्ता
हाल ही में जब छोटी बहन अपने नए पति (पूर्व जीजा) के साथ मायके पहुंची, तो यह सारा राज खुल गया। पिता को जब पता चला कि उनकी दोनों बेटियों ने पतियों और बच्चों को आपस में बदल लिया है, तो वह गुस्से से आगबबूला हो गए। उन्होंने इसे अनैतिक और सामाजिक मर्यादाओं के खिलाफ बताते हुए दोनों बेटियों को घर में घुसने से मना कर दिया। पिता ने न केवल उन्हें मायके से भगा दिया, बल्कि उनसे सारे रिश्ते तोड़ लिए।
गांव वालों के मुताबिक, इस घटना के बाद दोनों बहनों का परिवार सार्वजनिक जगहों पर आने से बच रहा है। लोग इस मामले को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता मान रहे हैं, तो कुछ इसे सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों का उल्लंघन बता रहे हैं।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
पाली थाने के SHO दीपक कुमार ने मीडिया पत्रकार को बताया कि इस मामले में अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है। हालांकि, गांव और आसपास के इलाके में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। उन्होंने कहा, “हमें इस प्रकरण की जानकारी मिली है। एहतियात के तौर पर हम मामले की पड़ताल कर रहे हैं। अगर कोई शिकायत आती है, तो कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी।” पुलिस ने यह भी साफ किया कि गांव में किसी तरह का तनाव न हो, इसके लिए नजर रखी जा रही है।
सामाजिक बहस और चर्चा
यह घटना न केवल ललितपुर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। लोग इस बात पर हैरान हैं कि दो बहनों ने इतना बड़ा कदम कैसे उठाया। कुछ लोग इसे प्रेम और व्यक्तिगत पसंद की आजादी से जोड़ रहे हैं, लेकिन ज्यादातर लोग इसे पारिवारिक और सामाजिक मर्यादाओं के खिलाफ मान रहे हैं। खासकर बच्चों को आपस में बदलने का फैसला कई लोगों को गलत लगा। गांव के कुछ बुजुर्गों ने कहा कि इस तरह के कदम परिवार की इज्जत और सामाजिक ढांचे को नुकसान पहुंचाते हैं।
दोनों बहनों के इस फैसले ने उनके पिता को गहरा सदमा दिया है। पिता का कहना है कि उनकी बेटियों ने जो किया, वह न केवल उनके लिए बल्कि पूरे गांव के लिए शर्मिंदगी का कारण बना। इस घटना ने एक बार फिर प्रेम, विवाह और पारिवारिक रिश्तों की जटिलताओं को उजागर किया है।
क्या कहता है समाज?
ललितपुर का यह मामला समाज में रिश्तों, विश्वास और सामाजिक नियमों पर सवाल उठा रहा है। एक तरफ यह दोनों बहनों की अपनी जिंदगी चुनने की हिम्मत को दिखाता है, तो दूसरी तरफ यह परिवार और समाज की स्वीकार्यता की सीमाओं को चुनौती देता है। फिलहाल, दोनों बहनें अपने नए जीवन में व्यस्त हैं, लेकिन मायके का दरवाजा उनके लिए बंद हो चुका है।
यह कहानी अब गांव की गलियों से निकलकर सोशल मीडिया तक पहुंच गई है, जहां लोग इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कोई इसे अजब-गजब किस्सा कह रहा है, तो कोई इसे सामाजिक बदलाव की नई कहानी मान रहा है। लेकिन एक बात तय है – यह घटना ललितपुर के इतिहास में लंबे समय तक याद रखी जाएगी।

