सोनभद्र में अनोखी शादी: 3 फीट के लवकुश और सवा 3 फीट की सरिता का सात फेरों से बंधा बंधन

Sonbhadra News: सोनभद्र के ऊंचडीह गांव में 3 फीट के लवकुश और सवा 3 फीट की सरिता ने मंदिर में सात फेरे लेकर अनोखी शादी रचाई। छोटे कद के कारण रिश्ते में बाधाओं का सामना कर रहे इस जोड़े को ग्रामीणों और ग्राम प्रधान की मदद से जीवनसाथी मिला।

Samvadika Desk
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इमेज - सोशल मीडिया
Highlights
  • सोनभद्र के लवकुश (3 फीट) और सरिता (सवा 3 फीट) ने सात फेरों से शुरू की नई जिंदगी!
  • छोटे कद के कारण रिश्ते में बाधा, ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने जोड़ा लवकुश-सरिता का रिश्ता!
  • हिंदू रीति-रिवाज से मंदिर में हुई शादी, गांव वालों ने दिया दिल से आशीर्वाद!

सोनभद्र, उत्तर प्रदेश: सोनभद्र के ऊंचडीह गांव में एक ऐसी शादी हुई, जिसने प्यार और समर्पण की मिसाल कायम की। छोटे कद के दिव्यांग जोड़े, 27 वर्षीय लवकुश भारती (3 फीट) और 24 वर्षीय सरिता (सवा 3 फीट), ने गुरुवार को गांव के मंदिर में सात फेरे लेकर नई जिंदगी की शुरुआत की। ग्रामीणों और परिवारों की मदद से हुई इस शादी ने न केवल दोनों परिवारों को जोड़ा, बल्कि समाज को यह संदेश दिया कि सच्चा प्यार शारीरिक सीमाओं से परे होता है।

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प्यार की अनोखी कहानी

खबरों के अनुसार, रॉबर्ट्सगंज के ऊंचडीह गांव के लवकुश और मोराही गांव की सरिता, दोनों ही अपनी कम हाइट के कारण शादी में मुश्किलों का सामना कर रहे थे। सामाजिक और पारिवारिक बाधाओं ने उनके लिए रिश्ता ढूंढना मुश्किल कर दिया था। लेकिन ऊंचडीह गांव के ग्रामीणों ने फरिश्तों की तरह उनकी मदद की। ग्राम प्रधान अर्चना तिवारी और ग्रामीणों की पहल पर दोनों परिवारों की मुलाकात हुई।

आपसी बातचीत और सहमति के बाद लवकुश और सरिता का रिश्ता पक्का हुआ। गुरुवार को ऊंचडीह के एक मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज के साथ उनकी शादी संपन्न हुई। इस समारोह में दोनों परिवारों के अलावा गांव के लोग और मित्र भी शामिल हुए, जिन्होंने इस जोड़े को दिल से आशीर्वाद दिया।

ग्रामीणों की पहल बनी मिसाल

ऊंचडीह के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनुपम तिवारी ने मीडिया रिपोर्टर को बताया कि लवकुश और सरिता की कम हाइट के कारण उनके लिए उपयुक्त रिश्ता ढूंढना चुनौतीपूर्ण था। लेकिन गांव वालों ने एकजुट होकर इस जोड़े की खुशियों का रास्ता बनाया। उन्होंने दोनों परिवारों को मिलवाया, बातचीत कराई, और शादी का पूरा इंतजाम किया। अनुपम ने कहा, “यह शादी पूरे गांव के लिए गर्व का पल है। लवकुश और सरिता एक-दूसरे के लिए बिल्कुल सही हैं।”

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ग्राम प्रधान अर्चना तिवारी ने भी इस जोड़े की तारीफ की और कहा कि उनकी शादी समाज के लिए एक प्रेरणा है। यह दिखाता है कि प्यार और समर्पण किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं। ग्रामीणों की इस एकजुटता ने न केवल लवकुश और सरिता को नया जीवन दिया, बल्कि सामुदायिक सहयोग की ताकत को भी उजागर किया।

समाज के लिए प्रेरणा

लवकुश और सरिता की शादी ने सोनभद्र में एक नई मिसाल कायम की है। उनकी कम हाइट, जो कभी उनके लिए बाधा थी, आज उनके प्यार की ताकत का प्रतीक बन गई। इस शादी ने पूरे गांव को भावविभोर कर दिया, और इलाके में यह चर्चा का विषय बनी हुई है। दोनों परिवार इस रिश्ते से बेहद खुश हैं और ग्रामीणों के प्रति आभार जता रहे हैं।

यह शादी उन लोगों के लिए भी एक सबक है, जो शारीरिक अक्षमताओं को कमजोरी मानते हैं। लवकुश और सरिता ने दिखाया कि सच्चा प्यार और समाज का साथ हो तो कोई भी मुश्किल असंभव नहीं है। उनकी यह कहानी न केवल सोनभद्र, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है।

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लवकुश और सरिता की नई जिंदगी अब उनके प्यार और ग्रामीणों के आशीर्वाद के सहारे आगे बढ़ रही है। यह अनोखी शादी सोनभद्र के इतिहास में एक सुनहरा पन्ना जोड़ गई है।

एक नई शुरुआत

लवकुश और सरिता की शादी न केवल दो लोगों का मिलन है, बल्कि यह सामाजिक एकता और मानवीय संवेदना की जीत है। गांव के मंदिर में सात फेरे लेते वक्त इस जोड़े की खुशी और ग्रामीणों का उत्साह देखने लायक था। यह शादी न केवल ऊंचडीह गांव की यादों में बसी रहेगी, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणा बनेगी, जो प्यार और जिंदगी में विश्वास रखते हैं।

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