यूपी: छांगुर बाबा की गर्लफ्रेंड नीतू उर्फ नसरीन, 7वीं पास से धर्मांतरण रैकेट की मास्टर तक

UP News: बलरामपुर में यूपी ATS ने अवैध धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड छांगुर बाबा और उसकी गर्लफ्रेंड नीतू उर्फ नसरीन को पकड़ा। 7वीं पास नीतू लालच और चमत्कार के जाल से हिंदू, सिख लड़कियों को फँसाती थी। दोनों 70 दिन लखनऊ के होटल में छिपे थे।

Samvadika Desk
5 Min Read
छांगुर बाबा और नीतू उर्फ नसरीन
Highlights
  • 7वीं पास नीतू थी रैकेट की मास्टरमाइंड, लालच से फँसाती थी हिन्दू और सिख परिवारों को!
  • छांगुर और नीतू 70 दिन लखनऊ के होटल में छिपे थे पति-पत्नी की तरह!
  • हिंदू, सिख लड़कियों को निशाना, जाति के आधार पर रेट!
  • ATS को मिली डायरी में 100 से ज्यादा टारगेट की लिस्ट!

लखनऊ/बलरामपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में अवैध धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की गिरफ्तारी ने तहलका मचा दिया है। इस मामले में उसकी गर्लफ्रेंड नीतू उर्फ नसरीन की भूमिका ने सबको चौंका दिया। सिर्फ सातवीं पास नीतू इस रैकेट की अहम कड़ी थी, जो गरीब हिंदू परिवारों को लालच और चमत्कार के झांसे में फँसाकर धर्मांतरण करवाती थी। यूपी ATS ने दोनों को लखनऊ के एक होटल से गिरफ्तार किया, जहाँ वे 70 दिन से पति-पत्नी की तरह रह रहे थे। मंगलवार, 8 जुलाई 2025 को नीतू के नाम की 70 कमरों वाली आलीशान कोठी पर बुलडोजर चला, और बुधवार को भी कार्रवाई जारी रही।

- Advertisement -

छांगुर बाबा और नीतू का काला कारनामा

यूपी ATS ने बलरामपुर के मधपुर गाँव से छांगुर बाबा और नीतू को गिरफ्तार किया। जांच में खुलासा हुआ कि नीतू, जो बलरामपुर के मध्यमवर्गीय सिंधी परिवार से है, ने 2015 में दुबई में अपने पति नवीन रोहरा के साथ धर्म परिवर्तन किया। नीतू ने नसरीन और नवीन ने जलालुद्दीन के रूप में नई पहचान बनाई। इसके बाद नीतू छांगुर बाबा के रैकेट में शामिल हो गई और जल्द ही उसका विश्वास जीत लिया। यह रैकेट हिंदू और सिख लड़कियों को निशाना बनाता था।

नीतू की चालाकी, चमत्कार का जाल

नीतू गरीब हिंदू परिवारों, खासकर लड़कियों से दोस्ती करती थी। वह चमत्कार और आर्थिक मदद का लालच देकर उन्हें छांगुर बाबा से मिलवाती थी। बाबा के ‘चमत्कारी’ दावों और नीतू की बातों में लोग फँस जाते थे। नीतू का पति नवीन कर्ज देकर परिवारों को जाल में फँसाता और धर्मांतरण के लिए मजबूर करता। ATS को एक डायरी मिली, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों को धर्मांतरण के लिए निशाना बनाने की लिस्ट थी, जिसमें जाति के आधार पर रेट तय थे—ब्राह्मण और सिख लड़कियों के लिए 15-16 लाख, पिछड़ी जातियों के लिए 10-12 लाख।

70 कमरों की कोठी पर बुलडोजर

छांगुर बाबा की बलरामपुर में 70 कमरों की आलीशान कोठी नीतू के नाम थी, जिसे सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया था। 8 जुलाई को 9 बुलडोजरों ने 20 कमरे और 40 फीट का हॉल ढहाया, और 9 जुलाई को बाकी हिस्सों पर कार्रवाई जारी रही। ATS के मुताबिक, इस कोठी से ही रैकेट का संचालन होता था। कोठी में लग्जरी गाड़ियाँ और शोरूम भी थे, जो 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का हिस्सा हैं।

- Advertisement -

लखनऊ के होटल में 70 दिन का ठिकाना

छांगुर और नीतू 16 अप्रैल 2025 से लखनऊ के विकास नगर के स्टार रूम्स होटल में कमरा नंबर 102 में पति-पत्नी की तरह रह रहे थे। ATS ने दोनों को यहीं से गिरफ्तार किया। होटल में ‘शिजर-ए-तैय्यबा’ किताब और धर्मांतरण से जुड़े दस्तावेज मिले। दोनों ने आधार कार्ड देकर कमरा बुक किया था, जो शुरू में चार दिन के लिए था, लेकिन 70 दिन तक चला।

दुबई कनेक्शन और विदेशी फंडिंग

जांच में पता चला कि नीतू और नवीन 2014 से 2019 के बीच 19 बार दुबई गए। 2015 में दोनों ने वहाँ धर्म परिवर्तन किया, और 2021 में नवीन के परिवार ने भी इस्लाम कबूल किया। ATS को दुबई से धर्मांतरण के दस्तावेज मिले। रैकेट में खाड़ी देशों से फंडिंग की आशंका है, जिसकी जाँच के लिए NIA और ED से संपर्क किया गया है।

सामाजिक और राष्ट्रीय चिंता

यह रैकेट न केवल धार्मिक स्वतंत्रता, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी सवाल उठाता है। सिख और सिंधी समुदायों ने इसे अपनी अस्मिता पर हमला बताया। नीतू की भूमिका ने यह दिखाया कि कैसे शिक्षा का अभाव और लालच अपराध की दुनिया में ले जा सकता है। यह समाज से जागरूकता और सरकार से कठोर कार्रवाई की माँग करता है।

- Advertisement -

सीएम योगी का सख्त रुख

सीएम योगी ने कहा कि इस तरह के अपराधियों की संपत्तियाँ जब्त होंगी और उन्हें ऐसी सजा मिलेगी जो मिसाल बने। यह मामला यूपी में अवैध धर्मांतरण के खिलाफ चल रहे अभियान को और तेज करेगा।

(ये जानकारी विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है।)

Share This Article