जमुई में अनोखी शादी: मंगेतर से मिलने ननिहाल पहुंचे गोलू की ग्रामीणों ने कराई मंदिर में शादी!

Jamui News: जमुई के लठाने गांव में गोलू कुमार अपनी मंगेतर नीता कुमारी से मिलने आए, और ग्रामीणों ने तुरंत शिव मंदिर में उनकी शादी करा दी। ढाई साल पहले सगाई के बावजूद शादी टल रही थी। नीता शादी के बाद अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती हैं।

Samvadika Desk
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मंगेतर से मिलने ननिहाल पहुंचे युवक की ग्रामीणों ने कराई मंदिर में शादी!
Highlights
  • जमुई के लठाने गांव में गोलू-नीता की मंदिर में हुई अनोखी शादी ने मचाई धूम!
  • नीता की पढ़ाई की इच्छा, जमुई की अनोखी शादी बनी चर्चा का विषय!

जमुई, बिहार: बिहार के जमुई जिले के लठाने गांव में एक अनोखी शादी ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। सूरत से अपनी मंगेतर नीता कुमारी से मिलने आए गोलू कुमार की ग्रामीणों ने तुरंत गांव के शिव मंदिर में शादी करा दी। ढाई साल पहले दोनों की सगाई हो चुकी थी, लेकिन पारिवारिक त्रासदियों के कारण शादी बार-बार टल रही थी। इस अप्रत्याशित शादी ने स्थानीय लोगों के बीच खूब चर्चा बटोरी है।

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मंगेतर से मिलने की जल्दबाजी और शादी

जानकारी के मुताबिक, लखीसराय जिले के रहने वाले गोलू कुमार और नीता कुमारी की शादी ढाई साल पहले तय हुई थी। परिवार में लगातार हुई मौतों के कारण यह शादी टलती रही। गोलू, जो सूरत में एक निजी कंपनी में काम करते हैं, अपनी मंगेतर नीता से मिलने उसके ननिहाल, लठाने गांव, पहुँचे। नीता, जो दसवीं कक्षा की छात्रा है, उस समय अपने ननिहाल में रह रही थी। जब ग्रामीणों ने गोलू से उनके आने का कारण पूछा, तो उन्होंने कहा, “मैं शादी करने आया हूँ।” इसके बाद ग्रामीणों ने बिना देर किए गांव के शिव मंदिर में दोनों को सात फेरे लगवा दिए। यह घटना 25 जून 2025 को नगर थाना क्षेत्र के लठाने गांव में हुई।

गोलू और नीता की कहानी

गोलू ने स्थानीय पत्रकार को बताया कि उन्होंने नीता से शादी की बात हमेशा की, लेकिन परिवार में दुखद घटनाओं के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा था। सूरत से घर आने पर उन्होंने नीता से मिलने का फैसला किया और अपनी भाभी को पहले ही बता दिया था। गोलू को उम्मीद थी कि परिवार जल्द ही शादी की तारीख तय करेगा, लेकिन ग्रामीणों ने तुरंत शादी कराकर उन्हें चौंका दिया। नीता ने कहा कि वह इस शादी से खुश हैं, लेकिन उन्हें बैंड-बाजा और बरात जैसी रस्मों के न होने का थोड़ा अफसोस है। नीता ने यह भी बताया कि वह शादी के बाद अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती हैं।

सामाजिक प्रतिक्रिया और चर्चा

यह शादी न केवल गोलू और नीता के लिए, बल्कि पूरे लठाने गांव के लिए एक यादगार घटना बन गई। स्थानीय लोग इस अनोखी शादी की चर्चा कर रहे हैं। कुछ लोग इसे ग्रामीणों की त्वरित और सकारात्मक पहल मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे जल्दबाजी का फैसला बता रहे हैं। यह घटना सामाजिक रीति-रिवाजों और व्यक्तिगत इच्छाओं के बीच संतुलन को दर्शाती है। पुलिस या प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ, क्योंकि यह ग्रामीणों का आपसी फैसला था।

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अनोखी शादी और सामाजिक सवाल

यह अनोखी शादी सामाजिक परंपराओं और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर सवाल उठाती है। क्या ग्रामीणों का त्वरित फैसला सही था, या इसे परिवार की सहमति से होना चाहिए था? क्या ऐसी शादियाँ सामाजिक दबाव का परिणाम हैं, या यह प्रेम और विश्वास की जीत है? नीता की पढ़ाई जारी रखने की इच्छा समाज में बदलते नजरिए को दर्शाती है। यह घटना यह भी पूछती है कि क्या परंपरागत रीति-रिवाजों को आधुनिक समय में लचीला करना चाहिए?

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