ज्योति मल्होत्रा ने धर्म बदलकर की शादी? पाक आतंकी संबंधों के दावों पर पुलिस ने क्या कहा…

Youtuber Jyoti Malhotra Case Update: हरियाणा की ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने का शक है। धर्म परिवर्तन और पाकिस्तानी नागरिक से शादी जैसे दावों पर जांच एजेंसियां सक्रिय हैं। पुलिस रिमांड, फॉरेंसिक जांच और वायरल डायरी जैसे कई रहस्यमयी पहलुओं से यह मामला सोशल मीडिया पर सनसनी बना हुआ है।

Samvadika Desk
6 Min Read
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पुलिस की गिरफ्त में!
Highlights
  • ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने खोले कई रहस्य!
  • धर्म बदला या अफवाह? पुलिस ने क्या कहा!
  • वीज़ा दिलाने वाले हरकीरत से भी पूछताछ!
  • सुरक्षा एजेंसियों को मिले कौन से सुराग?

हिसार, हरियाणा: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए कथित जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra Youtuber) से पांच दिन की पुलिस रिमांड के बाद पूछताछ पूरी हो गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी), और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने ज्योति से तीन दिन तक गहन पूछताछ की, लेकिन अभी तक आतंकवादी संगठनों से उनके सीधे संबंध या सैन्य जानकारी लीक करने के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। हिसार पुलिस ने ज्योति के धर्म परिवर्तन और पाकिस्तानी नागरिक से शादी के दावों का भी खंडन किया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कथित डायरी और अन्य तथ्यहीन खबरों को लेकर हिसार के एसपी ने स्पष्ट बयान जारी कर जांच को प्रभावित करने वाली अफवाहों पर रोक लगाने की अपील की है। ज्योति फिलहाल हिसार की सेंट्रल जेल में है और आज दोपहर बाद कोर्ट में पेश की जाएगी।

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पूछताछ में क्या सामने आया?

ज्योति मल्होत्रा, जो अपने यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो (Travel with Jo)’ के जरिए ट्रैवल व्लॉग्स के लिए जानी जाती थीं, पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (पाकिस्तान ऑपरेटिव एजेंसी, पीओआई) के लिए जासूसी का आरोप है। हिसार पुलिस की पांच दिन की रिमांड के दौरान एनआईए, आईबी, और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने उनसे गहन पूछताछ की। हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने प्रेस बयान में बताया कि ज्योति के पीओआई से जुड़े कुछ लोगों के साथ संपर्क होने की पुष्टि हुई है, लेकिन आतंकवादी संगठनों से उनके सीधे संबंध या किसी आतंकी घटना में संलिप्तता के कोई सबूत नहीं मिले हैं।

एसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि ज्योति को सैन्य या रक्षा-संबंधी संवेदनशील जानकारी तक पहुंच का कोई तथ्य सामने नहीं आया है। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर वायरल दावों के विपरीत, ज्योति के धर्म परिवर्तन या किसी पाकिस्तानी नागरिक से शादी के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। ये दावे जांच को भटकाने और जनता में भ्रम फैलाने का प्रयास प्रतीत होते हैं।

डायरी और बैंक खातों की जांच

सोशल मीडिया पर ज्योति की कथित डायरी के कुछ पन्नों के वायरल होने ने इस मामले में सनसनी फैला दी थी। हालांकि, एसपी ने स्पष्ट किया कि ये पन्ने पुलिस के कब्जे में नहीं हैं और उनकी प्रामाणिकता संदिग्ध है। पुलिस ने ज्योति के तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच चल रही है। इसके अलावा, ज्योति के चार बैंक खातों की जांच भी की गई है, लेकिन अभी तक लेन-देन के बारे में कोई ठोस जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।

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जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने कुरुक्षेत्र निवासी हरकीरत सिंह, जो ज्योति को पाकिस्तान का वीजा दिलाने में शामिल थे, से भी पूछताछ की है। हरकीरत के दो मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं, लेकिन उनकी जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। व्हाट्सएप चैट्स और अन्य डिजिटल साक्ष्यों के विश्लेषण पर भी काम चल रहा है, और पुलिस ने अभी इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है।

तथ्यहीन खबरों पर पुलिस का सख्त रुख

हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही तथ्यहीन खबरों का सख्ती से खंडन किया है। उन्होंने कहा कि ज्योति को किसी अन्य केंद्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में नहीं सौंपा गया है; वह हिसार पुलिस की हिरासत में है, और केंद्रीय एजेंसियां समय-समय पर उससे पूछताछ कर रही हैं। एसपी ने प्रेस और सोशल मीडिया से अपील की कि वे सूत्रों या कल्पनाओं के आधार पर खबरें न चलाएं, क्योंकि इससे न केवल जांच प्रभावित होती है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी असर पड़ सकता है। उन्होंने आधिकारिक बयानों के आधार पर ही खबरें प्रसारित करने का अनुरोध किया।

सामाजिक और राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल

ज्योति मल्होत्रा का मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करता है। उनकी पाकिस्तान यात्राओं, वहां मिले वीआईपी ट्रीटमेंट, और पीओआई के अधिकारियों से संपर्क ने जांच एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। हालांकि, आतंकवादी संगठनों से सीधे संबंध न मिलने से यह सवाल उठता है कि ज्योति की गतिविधियां किस हद तक खुफिया जानकारी लीक करने से जुड़ी थीं। उनकी लग्जरी लाइफस्टाइल और विदेश यात्राओं के फंडिंग स्रोत भी जांच के केंद्र में हैं।

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इस मामले ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के दुरुपयोग और ‘नैरेटिव वॉरफेयर’ जैसे नए खतरों को भी उजागर किया है। ज्योति के लाखों फॉलोअर्स और उनके व्लॉग्स की लोकप्रियता ने उन्हें संभावित रूप से विदेशी एजेंसियों के लिए एक आसान टारगेट बना दिया। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए।

एक रहस्यमयी जांच और भविष्य की दिशा

ज्योति मल्होत्रा का मामला अभी कई सवालों के घेरे में है। उनकी खामोशी, डायरी के पन्नों का रहस्य, और बैंक लेन-देन की जांच इस मामले को और जटिल बना रही है। पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां इस नेटवर्क के हर पहलू को खंगाल रही हैं, और फॉरेंसिक जांच के परिणाम आने के बाद और बड़े खुलासे होने की संभावना है।

यह मामला न केवल ज्योति के व्यक्तिगत जीवन और उनकी गतिविधियों पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी चेतावनी देता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए छोटी-छोटी लापरवाहियां भी बड़े खतरे बन सकती हैं। ज्योति की गिरफ्तारी और जांच की प्रगति इस बात का संकेत है कि सुरक्षा एजेंसियां ऐसे खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं। यह मामला समाज और सरकार के लिए एक सबक है कि डिजिटल युग में सुरक्षा की नई चुनौतियों से निपटने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

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