भोपाल, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से राजस्थान पुलिस ने एक ऐसी फ्रॉड दुल्हन को गिरफ्तार किया, जिसने सात महीनों में 25 शादियाँ कर दूल्हों को लाखों का चूना लगाया। अनुराधा नाम की इस लुटेरी दुल्हन की असल कहानी और भी चौंकाने वाली है। उसने सात साल पहले विशाल पासवान नामक युवक से लव मैरिज की थी, लेकिन अब उसके ससुर को नहीं पता कि उनका बेटा जिंदा भी है या नहीं। अनुराधा के ससुर रामभवन ने उसकी पोल खोलते हुए इस सनसनीखेज मामले को और रहस्यमय बना दिया।
लव मैरिज से शुरू हुआ सफर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अनुराधा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के रुद्रपुर शिवनाथ थाना क्षेत्र के कोल्हुई बाजार की रहने वाली है। आठवीं पास अनुराधा ने 2018 में विशाल पासवान से प्रेम विवाह किया था। उस समय वह एक अस्पताल में काम करती थी। ससुर रामभवन के अनुसार, शादी के बाद अनुराधा और विशाल रोजगार के लिए बाहर चले गए। 2021 में अनुराधा का ससुराल वालों से झगड़ा हुआ, जिसके बाद उसने विशाल को परिवार से अलग कर लिया। इसके बाद दोनों ने ससुराल से सारे रिश्ते तोड़ दिए। रामभवन का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि विशाल अब कहाँ है। उन्होंने कहा, “मेरा बेटा जिंदा है या नहीं, हमें कुछ नहीं पता। उसने कभी फोन नहीं किया, और हमने भी उसकी खोजबीन नहीं की।”
लुटेरी दुल्हन अनुराधा का फ्रॉड और शादियों का खेल
अनुराधा की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वह भोपाल में रहकर फर्जी शादियों का धंधा चला रही थी। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि उसने सात महीनों में 25 शादियाँ कीं। हर बार वह शादी के कुछ दिन बाद दूल्हे के घर से नकदी, जेवर, और कीमती सामान लेकर फरार हो जाती थी। सवाईमाधोपुर के मानटाउन थाने में अनुराधा के खिलाफ पहला मामला दर्ज हुआ। 3 मई 2025 को विष्णु शर्मा ने शिकायत की कि सुनीता और पप्पू मीणा ने अनुराधा से उनकी शादी कराई। 20 अप्रैल को सवाईमाधोपुर कोर्ट में इकरारनामा तैयार हुआ, और 2 लाख रुपये में शादी हुई। लेकिन 2 मई की रात अनुराधा जेवर, नकदी, और मोबाइल लेकर भाग गई।
पुलिस का जाल और गिरफ्तारी
मानटाउन थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। थानाधिकारी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, और एएसआई मीठालाल यादव को अनुराधा के भोपाल में होने की सूचना मिली। पुलिस ने बोगस ग्राहक बनकर एक दलाल से संपर्क किया, जिसने कई महिलाओं की तस्वीरें दिखाईं, जिनमें अनुराधा भी थी। इसके बाद पुलिस ने अनुराधा और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों—रोशनी, सुनीता, रघुवीर, गोलू, और जुर्जन—को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि यह गिरोह 2 से 5 लाख रुपये में शादियाँ तय करता था। ग्राहकों को फोटो दिखाकर सौदा पक्का किया जाता, और शादी के बाद अनुराधा अवसर पाकर फरार हो जाती। विष्णु शर्मा के घर से भागने के बाद वह भोपाल के गब्बर नामक व्यक्ति के साथ 2 लाख रुपये लेकर रह रही थी।
गिरोह का धंधा
पुलिस ने खुलासा किया कि अनुराधा का गिरोह भोपाल में फर्जी शादियों का जाल बिछाए हुए था। गिरोह के सदस्य विवाह के इच्छुक लोगों से संपर्क करते, मोबाइल पर फोटो दिखाते, और पसंद आने पर 2 से 5 लाख रुपये में सौदा तय करते। इकरारनामा तैयार कर शादी कराई जाती, और कुछ दिन बाद अनुराधा सामान लेकर गायब हो जाती। यह धंधा इतना सुनियोजित था कि अनुराधा हर बार नई पहचान और कहानी के साथ सामने आती थी।
ससुर की मार्मिक आपबीती
अनुराधा के ससुर रामभवन ने बताया कि विशाल और अनुराधा की लव मैरिज के बाद दोनों ने परिवार से दूरी बना ली थी। 2021 के झगड़े के बाद अनुराधा ने विशाल को पूरी तरह अपने कब्जे में कर लिया। रामभवन ने कहा, “हमें नहीं पता कि अनुराधा ने विशाल के साथ क्या किया। वह कहाँ है, हमें कोई खबर नहीं।” ससुर की इस मार्मिक आपबीती ने अनुराधा की कहानी में एक नया रहस्य जोड़ दिया।
सामाजिक और कानूनी सवाल
यह मामला भोपाल और आसपास के क्षेत्रों में चर्चा का विषय बन गया है। अनुराधा की 25 शादियों और उसके फ्रॉड ने लोगों को हैरान कर दिया है। यह घटना समाज से सवाल पूछती है कि शादी जैसे पवित्र बंधन को धंधा बनाने वाले गिरोहों पर कैसे लगाम लगाई जाए। साथ ही, अनुराधा के पहले पति विशाल का गायब होना और ससुर की अनभिज्ञता इस कहानी को और जटिल बनाती है। पुलिस अब अनुराधा के पूरे नेटवर्क की जाँच कर रही है, ताकि ऐसे फ्रॉड को रोका जा सके।