ऑपरेशन सिंदूर: भारत की आतंकवाद के खिलाफ मज़बूत इच्छाशक्ति, ब्रह्मोस केंद्र का उद्घाटन

UP News: लखनऊ में ब्रह्मोस परीक्षण केंद्र का उद्घाटन करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की सीमापार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि यह भारत की राजनीतिक और रणनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है।

Samvadika Desk
5 Min Read
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह।
Highlights
  • लखनऊ में 300 करोड़ का ब्रह्मोस केंद्र शुरू, बनेगा सुरक्षा का किला!
  • ब्रह्मोस मिसाइल की गूंज, आत्मनिर्भर भारत की घोषणा!
  • अब आतंकी नहीं बचेंगे, भारत ने दिखाई असली ताकत!
  • सर्जिकल से लेकर एयर स्ट्राइक तक—अब ऑपरेशन सिंदूर!

लखनऊ, उत्तर प्रदेश: रक्षा मंत्री (Raksha Mantri) श्री राजनाथ सिंह ने 11 मई 2025 को लखनऊ में ब्रह्मोस एकीकरण और परीक्षण सुविधा केंद्र (BrahMos Integration and Testing Facility Centre) का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को भारत की राजनीतिक, सामाजिक और रणनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह सैन्य कार्रवाई (Military Action) न केवल आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ कड़ा कदम थी, बल्कि यह साबित करती है कि भारत की सीमाओं के पार भी आतंकी (Terrorists) और उनके आका सुरक्षित नहीं हैं।

- Advertisement -

ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ भारत का सख्त रुख

श्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को भारत की आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance) नीति का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा, “उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक्स (Surgical Strikes), पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक्स (Air Strikes), और अब पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) के बाद कई स्ट्राइक्स से दुनिया ने देखा कि भारत अपनी धरती पर आतंकी हमलों का जवाब देना जानता है।” उन्होंने जोड़ा, “जब भारत आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करता है, तो सीमा पार की धरती भी आतंकियों और उनके आकाओं के लिए सुरक्षित नहीं रहती।”

ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य पाकिस्तान और PoK में आतंकी ढांचे (Terrorist Infrastructure) को नष्ट करना था। सिंह ने स्पष्ट किया कि भारतीय सशस्त्र बलों (Armed Forces) ने निर्दोष नागरिकों को निशाना नहीं बनाया, लेकिन पाकिस्तान ने भारत में नागरिक क्षेत्रों, मंदिरों, गुरुद्वारों और चर्चों पर हमले की कोशिश की। उन्होंने कहा, “हमारे सशस्त्र बलों (Armed Forces) ने संयम और वीरता दिखाई, और पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों (Military Bases) पर जवाबी कार्रवाई की। हमारी कार्रवाई सीमा से सटे ठिकानों तक सीमित नहीं रही, बल्कि रावलपिंडी (Rawalpindi) में पाकिस्तानी सैन्य मुख्यालय (Military Headquarters) तक पहुँची।”

ब्रह्मोस केंद्र: आत्मनिर्भरता की ओर कदम

लखनऊ में 300 करोड़ रुपये की लागत से बना ब्रह्मोस केंद्र (BrahMos Facility) रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता (Aatmanirbharta) को मज़बूत करेगा। सिंह ने इसे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस (National Technology Day) पर एक ऐतिहासिक कदम बताया, जो भारत की नवाचार शक्ति (Innovative Energy) को दर्शाता है। उन्होंने कहा, “यह केंद्र भारत की आत्मनिर्भरता (Self-Reliance) को बढ़ाएगा और क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास (Socio-Economic Development) में योगदान देगा, जिसमें 500 प्रत्यक्ष और 1000 अप्रत्यक्ष नौकरियाँ (Jobs) सृजित होंगी।”

- Advertisement -

सिंह ने ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos Missile) को विश्व की सबसे तेज़ सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल (Supersonic Cruise Missile) बताते हुए कहा, “यह भारतीय सशस्त्र बलों (Armed Forces) की ताकत, दुश्मनों के लिए चेतावनी (Deterrence), और सीमाओं की रक्षा के लिए भारत की प्रतिबद्धता का संदेश है।” उन्होंने इसे भारत-रूस की शीर्ष रक्षा प्रौद्योगिकियों (Defence Technologies) का संगम बताया।

उत्तर प्रदेश: रक्षा निर्माण का उभरता केंद्र

रक्षा मंत्री ने उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे (UPDIC) को सराहा, जो 34,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश (Investment) और 4,000 करोड़ रुपये के मौजूदा निवेश के साथ रक्षा निर्माण (Defence Manufacturing) का केंद्र बन रहा है। उन्होंने कहा, “180 समझौते (MoUs) साइन हुए हैं, जिसमें विमान निर्माण (Aircraft Manufacturing), ड्रोन (Drones), गोला-बारूद (Ammunition), और छोटे हथियार (Small Arms) शामिल हैं। लखनऊ में PTC इंडस्ट्रीज़ द्वारा टाइटेनियम और सुपर अलॉय संयंत्र (Titanium and Super Alloy Plants) शुरू किए जा रहे हैं।”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) ने दुनिया को बता दिया कि भारत आतंकवाद (Terrorism) को बर्दाश्त नहीं करता। आतंकवाद का एकमात्र जवाब उसे पूरी तरह कुचलना है।” उन्होंने ब्रह्मोस केंद्र को मेक इन इंडिया (Make in India) और आत्मनिर्भरता (Aatmanirbharta) की दिशा में मील का पत्थर बताया।

- Advertisement -

भारत की वैश्विक ताकत का प्रतीक

ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) और ब्रह्मोस केंद्र (BrahMos Facility) का उद्घाटन भारत की आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ मज़बूत नीति और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता (Aatmanirbharta) की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने इसे भारत की बढ़ती वैश्विक ताकत (Global Power) का प्रतीक बताया, जो पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के कथन—“केवल ताकत ही ताकत का सम्मान करती है”—को चरितार्थ करता है। यह केंद्र न केवल रक्षा प्रौद्योगिकी (Defence Technology) को मज़बूत करेगा, बल्कि उत्तर प्रदेश को रक्षा निर्माण (Defence Manufacturing) का वैश्विक केंद्र बनाएगा।

(PIB से इनपुट्स के साथ)

Share This Article