आगरा, उत्तर प्रदेश: आगरा में एक सरकारी स्कूल टीचर ने अपने पति के खिलाफ अनोखी शिकायत दर्ज कराई है। पत्नी का आरोप है कि पति उसकी छोटी-छोटी इच्छाएँ, जैसे सोने की चेन खरीदना, जानबूझकर टालता रहता है और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है। दोनों पति-पत्नी सरकारी शिक्षक हैं और अच्छी सैलरी पाते हैं, फिर भी यह विवाद थाने तक पहुँच गया। पुलिस ने मामला सुनकर हाथ खड़े कर दिए और दंपती को परिवार परामर्श केंद्र भेज दिया। यह अजब पारिवारिक कलह इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
पत्नी की शिकायत
हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, लाजपत कुंज इलाके की यह शिक्षिका थाने पहुँची और शिकायती पत्र में कहा कि पति का व्यवहार उसके साथ ठीक नहीं है। वह लंबे समय से सोने की चेन माँग रही है, लेकिन पति टालमटोल करता रहता है। आए दिन झगड़े होते हैं, और पति उसकी जरूरतों को अनदेखा कर मानसिक तनाव देता है। शिक्षिका ने पति पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की माँग की। उनका कहना है कि पति की यह आदत उनके वैवाहिक जीवन में लगातार अलगाव पैदा कर रही है।
पति ने खारिज किए आरोप
पति, जो खुद भी सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं, ने पत्नी के सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया। उनका कहना है कि पत्नी फिजूलखर्ची करती है और छोटी-छोटी चीजों को लेकर अनावश्यक विवाद खड़ा करती है। पति ने बताया कि दोनों की अच्छी कमाई है, लेकिन पत्नी का खर्च करने का तरीका सही नहीं। उन्होंने इसे सामान्य नोंक-झोंक बताया और कहा कि पत्नी पुलिस और कानूनी धमकी देकर बात को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है।
पुलिस ने हाथ खड़े किए
पुलिस ने इस अनोखे पारिवारिक विवाद में तुरंत FIR दर्ज करने के बजाय दोनों पक्षों को समझाया। मामला मानसिक उत्पीड़न और वैवाहिक कलह का होने से पुलिस ने इसे गंभीर अपराध की श्रेणी में नहीं रखा। थाना प्रभारी ने दंपती को परिवार परामर्श केंद्र भेज दिया, जहाँ काउंसलर उनकी बात सुन रहे हैं। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में काउंसलिंग से ही समाधान निकलता है।
परामर्श केंद्र में सुलह की कोशिश
परामर्श केंद्र में दोनों पति-पत्नी की काउंसलिंग चल रही है। काउंसलर वित्तीय मतभेद, इच्छाओं की पूर्ति, और वैचारिक अंतरों पर बात कर रहे हैं। प्रयास है कि शिक्षक दंपती का घर टूटने से बचे और वे सामान्य जीवन जी सकें। पुलिस ने स्पष्ट किया कि अगर मामला नहीं सुलझता तो आगे कानूनी कदम उठाए जा सकते हैं, लेकिन फिलहाल काउंसलिंग को प्राथमिकता दी गई है।
सामाजिक और पारिवारिक सवाल
यह घटना वैवाहिक जीवन में छोटी-छोटी इच्छाओं, फिजूलखर्ची, और मानसिक तनाव जैसे मुद्दों को उजागर करती है। दोनों सरकारी नौकरी करने वाले दंपती का थाने पहुँचना समाज में रिश्तों की नाजुकता को दर्शाता है। यह मामला परिवारों से संवाद, समझौता, और एक-दूसरे की इच्छाओं का सम्मान करने की माँग करता है। साथ ही, यह सवाल उठता है कि क्या छोटे विवादों को पुलिस तक ले जाना सही है या पहले घर में सुलझाना बेहतर।
आगरा में चर्चा
इस अनोखे मामले ने आगरा में हलचल मचा दी है। लोग शिक्षक दंपती के इस विवाद पर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ इसे फिजूलखर्ची की जिद बता रहे हैं, तो कुछ मानसिक प्रताड़ना का मामला। परामर्श केंद्र से सुलह की उम्मीद जताई जा रही है, ताकि उनका घर बचा रहे। यह प्रकरण न केवल व्यक्तिगत, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी बहस का विषय बन गया है।

