कल्याणपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के अहार थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गाँव में एक सनसनीखेज घटना ने सबको हैरान कर दिया। एक दिव्यांग युवक ने सुल्तानपुर की एक युवती से धूमधाम से शादी रचाई, लेकिन उसे क्या पता था कि उसकी दुल्हन एक लुटेरी है। आरोप है कि शादी के अगले ही दिन, 24 मई 2025 को दुल्हन लाखों रुपये के गहने और नकदी लेकर अपने दो साथियों के साथ फरार हो गई। टूटे दिल और खाली हाथ रह गए दिव्यांग ने अहार थाने में शिकायत दर्ज की, और पुलिस अब इस ठगी के जाल को खोलने में जुट गई है।
शादी की खुशियाँ और छलावा
ख़बरों के मुताबिक, यह धोखे की कहानी शुक्रवार, 23 मई 2025 को शुरू हुई। कल्याणपुर गाँव के कैलाश, जो शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं और अपने पिता प्राण सुख के साथ रहते हैं, ने सुल्तानपुर जिले के सेमरी गाँव की एक युवती से शादी की। परिवार ने इस शादी को उत्सव की तरह मनाया। रस्में पूरी होने के बाद कैलाश अपनी नई दुल्हन को लेकर कल्याणपुर लौटा। गाँव में दुल्हन का स्वागत फूल-मालाओं और खुशियों के साथ हुआ।
शाम ढलते ही परिवार ने परंपराओं का पालन किया। कैलाश और दुल्हन पास के अवंतिका देवी मंदिर गए, जहाँ उन्होंने पूजा की और विवाह की कुछ रस्में निभाईं। मंदिर से लौटकर रात में सभी ने मिलकर खाना खाया और सोने चले गए। कैलाश का परिवार इस नई शुरुआत से खुश था, लेकिन उनकी यह खुशी चंद घंटों में ही धोखे में बदल गई।
रात का धोखा और सुबह का सदमा
शनिवार, 24 मई 2025 की सुबह जब परिवार जागा, तो घर में सन्नाटा था। दुल्हन गायब थी। साथ ही, घर में रखे चांदी के कीमती गहने और नकदी भी गायब थी। कैलाश ने बताया कि मध्यरात्रि के बाद दुल्हन अपने दो साथियों के साथ चुपके से घर से निकल गई। परिवार को इसकी भनक तक नहीं लगी। सुबह जब यह बात सामने आई, तो कैलाश और उसके परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। लाखों रुपये का नुकसान और दुल्हन की बेवफाई ने उन्हें गहरे सदमे में डाल दिया।
कैलाश ने तुरंत गाँव वालों को बताया, और खबर जंगल की आग की तरह फैल गई। पड़ोसियों ने कैलाश को हिम्मत बँधाई और थाने जाने की सलाह दी। गुस्से और दुख में डूबे कैलाश ने अहार थाने पहुँचकर लिखित शिकायत दर्ज की। उसने पुलिस से दुल्हन की तलाश और चोरी गए सामान की बरामदगी की गुहार लगाई।
पुलिस की तफ्तीश और जांच का दायरा
अहार थाना प्रभारी अनु प्रताप सिंह ने स्थानीय पत्रकार को बताया कि कैलाश की शिकायत के आधार पर तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस ने पुष्टि की कि दुल्हन ने दो साथियों के साथ मिलकर इस ठगी को अंजाम दिया। थाना प्रभारी ने कहा, “हम मामले की हर कड़ी को जोड़ रहे हैं। दुल्हन और उसके साथियों की तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं। जल्द ही चोरी का सामान बरामद कर लिया जाएगा।” पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या दुल्हन और उसके साथी पहले भी ऐसी वारदातों में शामिल रहे हैं।
पुलिस को शक है कि यह एक सुनियोजित ठगी का मामला हो सकता है। संभावना है कि दुल्हन और उसके साथी लुटेरी दुल्हन गिरोह का हिस्सा हों, जो कमजोर परिवारों को निशाना बनाते हैं। पुलिस ने सुल्तानपुर के सेमरी गाँव में भी संपर्क किया है, ताकि दुल्हन की पृष्ठभूमि का पता लगाया जा सके।
लुटेरी दुल्हनों का बढ़ता खतरा
यह घटना उन कई मामलों की कड़ी का हिस्सा लगती है, जहाँ लुटेरी दुल्हनें शादी के बहाने लोगों को लूटती हैं। ऐसी ठग अक्सर गरीब, कम पढ़े-लिखे, या शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को निशाना बनाती हैं। कैलाश की दिव्यांगता और परिवार की सादगी का फायदा उठाकर दुल्हन ने यह धोखा दिया। गाँव वालों का कहना है कि इस तरह की घटनाएँ समाज में भरोसे को तोड़ती हैं। कुछ लोगों ने सुझाव दिया कि शादी से पहले दुल्हन और उसके परिवार की पूरी जाँच होनी चाहिए।
कैलाश का दर्द और समाज के सवाल
कैलाश और उसके परिवार के लिए यह सिर्फ आर्थिक नुकसान नहीं, बल्कि भावनात्मक आघात भी है। कैलाश ने कहा, “मैंने उस पर पूरा भरोसा किया, लेकिन उसने मेरे सपनों को चूर कर दिया।” गाँव के लोग कैलाश के साथ खड़े हैं और इस ठगी की कड़ी निंदा कर रहे हैं। यह घटना कई सवाल उठाती है। क्या शादी जैसे पवित्र रिश्ते को ठगी का जरिया बनाना जायज़ है? क्या ऐसी लुटेरी दुल्हनों के खिलाफ सख्त कानून की जरूरत नहीं है? क्या समाज को और जागरूक होने की जरूरत है?
पुलिस की चुनौती और भविष्य
पुलिस के सामने अब दुल्हन और उसके साथियों को पकड़ने की चुनौती है। साथ ही, इस तरह के ठगी नेटवर्क को उजागर करना भी जरूरी है। गाँव वालों ने माँग की है कि कैलाश को जल्द इंसाफ मिले। कैलाश ने हिम्मत दिखाते हुए कहा, “मैं हार नहीं मानूँगा। मुझे न्याय चाहिए।” पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा।