जौनपुर, उत्तर प्रदेश: जौनपुर के जंगीपुर गाँव में 17 जून 2025 को एक हैरान करने वाली घटना ने सबको चौंका दिया। अरविंद नाम के युवक ने अपनी पत्नी रीता की जिद और धमकियों से तंग आकर उसे उसके प्रेमी सौरभ के साथ मंदिर में शादी कराकर विदा कर दिया। यह अनोखा फैसला अरविंद ने तब लिया, जब रीता ने साफ कह दिया कि वह सौरभ के साथ ही जिंदगी बिताना चाहती है।
दो साल पुराना वैवाहिक रिश्ता
जानकारी के अनुसार, अरविंद का विवाह 2023 में खेतासराय के जमदहां गाँव की रीता के साथ हुआ था। शादी के बाद रीता कुछ समय ससुराल में रही, फिर अरविंद के साथ गौतमबुद्धनगर (नोएडा) चली गई। वहाँ रीता अक्सर मोबाइल पर घंटों किसी से बात करती थी। अरविंद को शक हुआ, लेकिन रीता ने इसे रिश्तेदार से बात कहकर टाल दिया। धीरे-धीरे अरविंद को यकीन हो गया कि रीता का किसी के साथ अफेयर चल रहा है।
प्रेमी से बातें, धमकियों तक
नोएडा में अरविंद की ड्यूटी के दौरान रीता अपने प्रेमी से फोन पर लंबी बातें करती थी। एक बार रीता की तबीयत बिगड़ने पर अरविंद ने उसे गाँव भेजा, जहाँ से वह मायके चली गई। अरविंद ने संपर्क की कोशिश की, लेकिन रीता टालती रही। आखिरकार, ससुराल वालों के जरिए बात हुई, तो रीता ने खुलासा किया कि उसका काफरपुर गाँव के सौरभ के साथ शादी से पहले से प्रेम संबंध था। उसने साफ कहा कि वह सौरभ के साथ ही रहना चाहती है।
समझाने की कोशिश नाकाम
अरविंद ने रीता को समझाने की हर कोशिश की, लेकिन वह सौरभ को छोड़ने को तैयार नहीं हुई। उसने धमकी दी कि अगर सौरभ के साथ नहीं रहने दिया गया, तो वह जहर खा लेगी। अरविंद को डर सताने लगा कि रीता उसे या खुद को नुकसान न पहुँचा दे। उसने रीता का बनाया खाना तक खाना छोड़ दिया। तनाव इतना बढ़ गया कि अरविंद ने रीता की खुशी के लिए एक बड़ा फैसला लेने का मन बनाया।
मंदिर में शादी और विदाई
17 जून को अरविंद रीता को लेकर नोएडा से जंगीपुर लौटा। उसने रीता से फोन करवाकर सौरभ को सराय मोहिउद्दीनपुर बाजार के दुर्गा माता मंदिर बुलाया। रीता की बड़ी बहन और भाभी की मौजूदगी में अरविंद ने मंदिर में रीता और सौरभ की शादी कराई। शादी के बाद उसने भरे मन से रीता को सौरभ के साथ विदा किया और उन्हें खुश रहने का आशीर्वाद दिया।
अरविंद का दर्द
अरविंद ने कहा, “अगर मैं रीता की शादी सौरभ से नहीं कराता, तो वह जहर खा सकती थी। इससे मेरा और मेरे परिवार का जीवन बर्बाद हो जाता।” उसका मानना है कि यह कदम उठाकर उसने सही किया, वरना जिंदगी और मुश्किल हो जाती।
रिश्तों पर नई बहस
इस घटना ने जौनपुर में वैवाहिक रिश्तों और बलिदान पर चर्चा छेड़ दी है। लोग अरविंद के फैसले की तारीफ कर रहे हैं, लेकिन साथ ही सवाल भी उठा रहे हैं कि क्या प्रेम के लिए शादी जैसे बंधन को तोड़ना उचित है? क्या रीता का फैसला सही था, या अरविंद का त्याग एक मिसाल है? यह मामला इलाके में लंबे समय तक चर्चा का विषय बना रहेगा।