लखनऊ, उत्तर प्रदेश: राजधानी लखनऊ के स्वरूप नगर तेलीबाग में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों और विश्वास की नींव को हिला दिया। सुधा प्रजापति, जो अपनी लिव-इन पार्टनर मोहिनी तिवारी के साथ रहती थी, का शव 20 जून 2025 को उनके कमरे में फंदे से लटका मिला। सुधा की मौत के बाद मोहिनी और उसका पति सोनू तिवारी फरार हैं। परिजनों ने इसे आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या करार दिया है और मोहिनी-सोनू पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
आठ साल की दोस्ती, लिव-इन का रिश्ता
जानकारी के अनुसार, सुधा और मोहिनी की दोस्ती आठ साल पहले तब शुरू हुई, जब दोनों बाल विकास स्कूल के पास किराए के मकान में रहती थीं। समय के साथ उनकी नजदीकियाँ इतनी बढ़ीं कि सुधा ने मोहिनी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहना शुरू कर दिया। दोनों एक-दूसरे से गहरा प्यार करते थे, और सुधा सोशल मीडिया पर मोहिनी को ‘डियर वाइफ’ कहकर बुलाती थी। परिवार और पड़ोसियों ने सुधा को इस रिश्ते से दूर रहने की सलाह दी, लेकिन सुधा ने मोहिनी का साथ नहीं छोड़ा। पिछले एक साल से दोनों स्वरूप नगर में साथ रह रहे थे।
घटना की रात का झगड़ा
परिजनों के मुताबिक, मोहिनी पहले से शादीशुदा थी, और उसका पति सोनू तिवारी था। 20 जून की रात सोनू शराब के नशे में सुधा और मोहिनी के कमरे में पहुँचा। वहाँ तीनों के बीच तीखी झड़प हुई। इसके बाद सुधा का शव फंदे से लटका मिला, और मोहिनी व सोनू वहाँ से गायब थे। सुधा की बहन निधि ने दावा किया कि मोहिनी और सोनू ने मिलकर सुधा की हत्या की और शव को फंदे पर लटकाकर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।
परिवार का कोहराम, सुधा थी कमाने वाली
सुधा की मौत ने उसके परिवार को तोड़ दिया। वह होटल में चाइनीज फूड बनाकर परिवार का खर्च उठाती थी और घर की आर्थिक जिम्मेदारी संभालती थी। परिजनों का कहना है कि सुधा ने आत्महत्या नहीं की होगी, क्योंकि वह जिंदादिल और जिम्मेदार थी। निधि ने कहा, “मोहिनी और सोनू ने मेरी बहन को मारा है। वे दोनों अब फरार हैं, लेकिन हम न्याय माँगते हैं।” परिवार की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है।
पुलिस की जाँच और फरार आरोपी
लखनऊ पुलिस मामले की गहन जाँच कर रही है। स्वरूप नगर थाने में मोहिनी तिवारी और सोनू तिवारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने मीडिया से बातचीत में बताया कि दोनों आरोपी फरार हैं, और उनकी तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जाँच के आधार पर मौत के कारणों की पुष्टि की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि क्या झगड़े के दौरान सुधा की हत्या हुई या इसे आत्महत्या का रूप दिया गया।
रिश्तों की उलझन, टूटा विश्वास
यह मामला लखनऊ में रिश्तों की जटिलता और विश्वासघात की एक दुखद कहानी बन गया है। सुधा और मोहिनी का रिश्ता समाज की नजर में गैर-परंपरागत था, लेकिन सुधा की मौत ने इस रिश्ते पर सवाल खड़े कर दिए। परिजनों का गम और आरोप समाज में प्रेम, विश्वास, और स्वीकार्यता की बहस को फिर से जगा रहे हैं। अब सबकी निगाहें पुलिस की जाँच पर टिकी हैं, जो इस रहस्यमयी मौत का सच सामने लाएगी।