मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक 65 साल के बुजुर्ग की शर्मनाक हरकत ने समाज को हिलाकर रख दिया। खालापार कोतवाली क्षेत्र में रियाज नाम के व्यक्ति ने सड़क पर एक युवती के साथ छेड़छाड़ की, लेकिन लड़की ने हिम्मत दिखाते हुए उसे दौड़ाकर पकड़ा और बीच सड़क पर थप्पड़ जड़ दिए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से रियाज को गिरफ्तार कर लिया और उसका वही हाथ तोड़ दिया, जिससे उसने छेड़छाड़ की थी। यह घटना 29 जून 2025 की है, और वायरल वीडियो ने इलाके में सनसनी फैला दी है।
सड़क पर छेड़छाड़ और लड़की की हिम्मत
भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, घटना सिटी सेंटर के बाहर की है, जहाँ रियाज ने भीड़ का फायदा उठाकर एक युवती के साथ अश्लील हरकत की। कुर्ता-पायजामा पहने और लंबी दाढ़ी वाला रियाज सड़क पर सामान खरीद रही लड़कियों के बीच से गुजरा और एक युवती को ‘बैड टच’ किया। लड़की ने तुरंत इसका एहसास किया और रियाज को दौड़ाकर पकड़ लिया। उसने सड़क पर ही रियाज को 7-8 थप्पड़ जड़े, जिसके बाद वह भाग निकला। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। लड़की ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस ने करीब 50 सीसीटीवी फुटेज खंगालकर रियाज की पहचान की, जो पान मंडी का रहने वाला है। खालापार थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में रियाज ने कबूल किया कि वह पहले भी कई बार ऐसी हरकतें कर चुका है, लेकिन शिकायत न होने से उसके हौसले बुलंद थे। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए रियाज का वही हाथ तोड़ दिया, जिससे उसने छेड़छाड़ की थी। इस कार्रवाई का एक वीडियो भी पुलिस ने जारी किया, जिसमें रियाज का टूटा हुआ हाथ काँपता दिख रहा है। उसे जेल भेज दिया गया है। सीओ सिटी राजू कुमार साव ने स्थानीय पत्रकार को बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर कार्रवाई की गई, और रियाज ने अपना अपराध स्वीकार किया है।
दो वीडियो ने मचाया हंगामा
इस घटना के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पहला वीडियो सीसीटीवी फुटेज है, जिसमें रियाज लड़की के साथ छेड़छाड़ करता दिख रहा है, और लड़की उसे दौड़ाकर पीटती है। दूसरा वीडियो पुलिस द्वारा जारी किया गया, जिसमें रियाज का टूटा हुआ हाथ दिखाया गया है। ये वीडियो इलाके में चर्चा का विषय बने हुए हैं, और लोग लड़की की हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं।
समाज में साहस और सजा का संदेश
यह घटना लड़कियों की हिम्मत और पुलिस की त्वरित कार्रवाई का प्रतीक है। यह समाज को संदेश देती है कि छेड़छाड़ जैसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएँगी। लेकिन यह सवाल भी उठता है कि क्या बुजुर्ग उम्र में भी ऐसी मानसिकता समाज के लिए खतरा है? क्या ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और सख्त कानून पर्याप्त हैं? यह मामला न केवल एक लड़की की बहादुरी को सलाम करता है, बल्कि समाज से महिलाओं की सुरक्षा के लिए और सजग होने की माँग करता है।